ETV Bharat / bharat

बाघिन के काटने से रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत, वन विभाग में हड़कंप - ROYAL BENGAL TIGER CUBS DIE

Royal Bengal Tiger Cubs Death: बंगाल सफारी पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया.

Three Royal Bengal Tiger cubs die after being bitten by mother in Bengal Safari Park
बाघिन के काटने से रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 7, 2024, 4:13 PM IST

सिलीगुड़ी: बंगाल सफारी पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत हो गई है. इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया. हालांकि पार्क अधिकारी इस घटना के बारे में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन घटना में पार्क अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं. बताया गया है कि लापरवाही के कारण बाघिन के काटने से तीन शावकों की मौत हुई है, जिसने तीनों शावकों को जन्म दिया था.

हाल ही में पार्क में वृद्धावस्था के कारण हथिनी लक्ष्मी की मौत हो गई थी. उसके बाद रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत पार्क अधिकारियों के लिए बड़ी चिंता का विषय है. पार्क अधिकारियों ने सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 'जू-कीपर्स' की 'क्षमता निर्माण' का काम शुरू कर दिया है.

बंगाल सफारी पार्क में बाघिन की लापरवाही के कारण शावक की मौत की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले अगस्त 2023 में सफेद बाघिन के पंजा मारने से दो शावकों की मौत हो गई थी. उस समय दोनों शावकों की मौत की जांच के बाद राज्य वन विभाग और चिड़ियाघर प्राधिकरण को क्लीन चिट मिल गई थी.

रीका बाघिन ने तीन शावकों को दिया था जन्म
सफारी पार्क सूत्रों के अनुसार पिछले सप्ताह रीका नामक रॉयल बंगाल टाइगर ने तीन शावकों को जन्म दिया था. शावकों के जन्म की खबर मिलते ही पार्क प्रशासन में खुशी की लहर दौड़ गई. हालांकि दो दिन बाद जब वह अपने शावकों को रैन बसेरा ले जाने की कोशिश कर रही थी, तो उनकी गर्दन पर कट गया था. इससे तीनों शावकों की गर्दन के पास श्वास नली में छेद हो गया. हालांकि तीन में से दो शावकों की पहले ही मौत हो गई थी. पार्क प्रशासन ने आखिरी शावक को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.

राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सचिव का बयान
इस संबंध में राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सचिव सौरभ चौधरी ने बताया, बाघिन रीका ने दूसरी बार तीन शावकों को जन्म दिया. रीका को कुछ शारीरिक परेशानियां भी हैं. साथ ही वह शीला बाघिन जितनी अनुभवी भी नहीं है. उसने अनजाने में शावकों को ले जाते समय गर्दन में काट लिया. इससे श्वास नली में छेद हो गया और गर्दन पर गहरा घाव हो गया. इसी कारण तीनों शावकों की मौत हो गई.

सफारी पार्क के निदेशक विजय कुमार ने कहा, "रीका बाघिन ने गलती से तीनों शावकों को मार दिया. हालांकि, मामले की जांच की जा रही है."

बंगाल सफारी पार्क ने बाघ प्रजनन के मामले में पूरे देश में मिसाल कायम की है. इसी साल अप्रैल में बंगाल सफारी पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर शीला ने पांच शावकों को जन्म दिया था. हालांकि, इन तीनों शावकों की मौत के बाद पार्क की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं.

पशु आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत बंगाल सफारी पार्क से दो रॉयल बंगाल टाइगर हैदराबाद, दो कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर, दो त्रिपुरा के सिपाहीजाला चिड़ियाघर और दो हरिणालय चिड़ियाघर भेजे गए हैं. फिलहाल, बंगाल सफारी पार्क में नौ बाघ हैं.

यह भी पढ़ें- इस महिला की बहादुरी को सलाम ! पति को बचाने के लिए टाइगर से भिड़ गई

सिलीगुड़ी: बंगाल सफारी पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत हो गई है. इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया. हालांकि पार्क अधिकारी इस घटना के बारे में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन घटना में पार्क अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं. बताया गया है कि लापरवाही के कारण बाघिन के काटने से तीन शावकों की मौत हुई है, जिसने तीनों शावकों को जन्म दिया था.

हाल ही में पार्क में वृद्धावस्था के कारण हथिनी लक्ष्मी की मौत हो गई थी. उसके बाद रॉयल बंगाल टाइगर के तीन शावकों की मौत पार्क अधिकारियों के लिए बड़ी चिंता का विषय है. पार्क अधिकारियों ने सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 'जू-कीपर्स' की 'क्षमता निर्माण' का काम शुरू कर दिया है.

बंगाल सफारी पार्क में बाघिन की लापरवाही के कारण शावक की मौत की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले अगस्त 2023 में सफेद बाघिन के पंजा मारने से दो शावकों की मौत हो गई थी. उस समय दोनों शावकों की मौत की जांच के बाद राज्य वन विभाग और चिड़ियाघर प्राधिकरण को क्लीन चिट मिल गई थी.

रीका बाघिन ने तीन शावकों को दिया था जन्म
सफारी पार्क सूत्रों के अनुसार पिछले सप्ताह रीका नामक रॉयल बंगाल टाइगर ने तीन शावकों को जन्म दिया था. शावकों के जन्म की खबर मिलते ही पार्क प्रशासन में खुशी की लहर दौड़ गई. हालांकि दो दिन बाद जब वह अपने शावकों को रैन बसेरा ले जाने की कोशिश कर रही थी, तो उनकी गर्दन पर कट गया था. इससे तीनों शावकों की गर्दन के पास श्वास नली में छेद हो गया. हालांकि तीन में से दो शावकों की पहले ही मौत हो गई थी. पार्क प्रशासन ने आखिरी शावक को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.

राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सचिव का बयान
इस संबंध में राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सचिव सौरभ चौधरी ने बताया, बाघिन रीका ने दूसरी बार तीन शावकों को जन्म दिया. रीका को कुछ शारीरिक परेशानियां भी हैं. साथ ही वह शीला बाघिन जितनी अनुभवी भी नहीं है. उसने अनजाने में शावकों को ले जाते समय गर्दन में काट लिया. इससे श्वास नली में छेद हो गया और गर्दन पर गहरा घाव हो गया. इसी कारण तीनों शावकों की मौत हो गई.

सफारी पार्क के निदेशक विजय कुमार ने कहा, "रीका बाघिन ने गलती से तीनों शावकों को मार दिया. हालांकि, मामले की जांच की जा रही है."

बंगाल सफारी पार्क ने बाघ प्रजनन के मामले में पूरे देश में मिसाल कायम की है. इसी साल अप्रैल में बंगाल सफारी पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर शीला ने पांच शावकों को जन्म दिया था. हालांकि, इन तीनों शावकों की मौत के बाद पार्क की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं.

पशु आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत बंगाल सफारी पार्क से दो रॉयल बंगाल टाइगर हैदराबाद, दो कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर, दो त्रिपुरा के सिपाहीजाला चिड़ियाघर और दो हरिणालय चिड़ियाघर भेजे गए हैं. फिलहाल, बंगाल सफारी पार्क में नौ बाघ हैं.

यह भी पढ़ें- इस महिला की बहादुरी को सलाम ! पति को बचाने के लिए टाइगर से भिड़ गई

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.