शिवमोग्गा: कर्नाटक में शिवमोग्गा शहर के क्लार्क टाउन इलाके में रहने वाले एक ही परिवार के तीन लोगों ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली, जिनकी पहचान भुवनेश्वरी (45), मारुति (40) और दर्शन (21) के तौर पर हुई है. जानकारी के अनुसार, भुवनेश्वरी एक स्थानीय होटल में काम करती थी. उसका भाई मारुति बीमारी के कारण घर पर ही रहता था. बेटा दर्शन कबाड़ी की दुकान पर काम करके परिवार की मदद कर रहा था.
भुवनेश्वरी और दर्शन पिछले दो दिनों से काम पर नहीं गए थे. दर्शन नाश्ते के लिए भुवनेश्वरी के भाई शिवकुमार के घर भी नहीं गया था. जिसके चलते मंगलवार को जब शिवकुमार भुवनेश्वरी के घर आया तो उसके मकान का दरवाजा बंद था. कई बार दस्तक देने के बाद भी जब उन्होंने दरवाजा नहीं खोला, तो उसने खिड़की से देखा तो सभी सो रहे थे.
शिवकुमार ने बहुत आवाज़ लगाई, लेकिन कोई नहीं आया. जब उसने अन्य लोगों की मदद से दरवाज़ा तोड़ा तो पता चला कि सभी मर चुके थे. सूचना के बाद डोड्डापेट पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई पूरी कर शवों को शवगृह भेज दिया. भुवनेश्वरी की एक बहन और तीन भाई हैं. उसके पति की मौत पहले ही हो चुकी थी. उसका भाई मारुति बीमार था.
भुवनेश्वरी अपने घर में ही उसकी देखभाल कर रही थी. मीडिया से बात करते हुए महिला के भाई शिवकुमार ने कहा कि "मेरी बहन और दामाद दोनों को पिछले दो दिनों से फोन नहीं आया था. इसलिए जब मैं आज सुबह आया तो वे सभी सो रहे थे. बाद में जब मैंने दरवाजा तोड़ा तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है. मुझे नहीं पता कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की. मेरी बहन दो संगठनों में थी. ऐसी कोई संभावना नहीं है कि उसने कर्ज के डर से आत्महत्या की हो."