बेंगलुरु : यौन शोषण के आरोपों का सामना करने और देश से भागने के कुछ दिनों बाद, हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने इस मुद्दे पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है. अपने अधिवक्ताओं की टीम के माध्यम से रेवन्ना ने सूचित किया कि वह एसआईटी जांच के लिए उपस्थित होने के लिए देश में नहीं हैं और उन्होंने सात दिन का समय मांगा है.
एसआईटी की ओर से जारी नोटिस के जवाब में प्रज्वल रेवन्ना के वकील ने सीआईडी प्रमुख को पत्र लिखा है. इस पत्र के साथ प्रज्वल ने आज एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया.
प्रज्वल रेवन्ना के एक्स हैंडल से पोस्ट किए गए स्पष्टीकरण पत्र में उनके अधिवक्ताओं की टीम ने कहा कि हमें मेरे मुवक्किल प्रज्वल के परिवार ने सूचित किया है कि मेरे मुवक्किल के घर पर दिनांक 30-04-2024 को एक नोटिस चिपकाया गया था और कहा गया था उन्हें 1 मई से पहले जांच के लिए उपस्थित होना होगा. लेकिन प्रज्वल रेवन्ना बेंगलुरु के बाहर यात्रा पर हैं, और उन्हें नोटिस के बारे में सूचित किया गया है. मेरे मुवक्किल को नोटिस के अनुसार बेंगलुरु आने और एसआईटी के सामने पेश होने के लिए 7 दिन का समय चाहिए. मैं अधिकारियों से इसपर विचार करने का अनुरोध करता हूं.
पोस्ट में प्रज्वल ने आगे कहा कि सच्चाई जल्द ही जीतेगी. वहीं, प्रज्वल रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना, जो यौन शोषण मामले में भी आरोपी हैं, उन्होंने जांच के लिए उपस्थित होने के लिए चार दिन का समय मांगा है
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विदेश मंत्रालय के माध्यम से आवश्यक कदम उठाने को कहा ताकि हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना सेक्स वीडियो के आरोपों की जांच में शामिल होने के लिए भारत लौट सकें.
सिद्धारमैया ने लिखा कि हालांकि एसआईटी प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कई महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोपों की जांच के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है, लेकिन उसे देश वापस लाना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि वह देश के कानून के अनुसार जांच और मुकदमे का सामना कर सके. पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा पर अपने पोते को देश से भागने में मदद करने का भी आरोप लगाया है.
सिद्धारमैया ने कहा कि प्रज्वल को वीजा और पासपोर्ट कैसे मिला? क्या वह केंद्र सरकार की जानकारी के बिना गए थे? एचडी देवेगौड़ा को सब कुछ पता है और उन्होंने एक योजना के तहत उन्हें विदेश भेजा है.