मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को हुए एक घटनाक्रम में ठाकरे ग्रुप के एमएलए ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया. शिव सेना ठाकरे ग्रुप के विधायक रवींद्र वायकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिव सेना में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में वह कुछ कार्यकर्ताओं के साथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए.
रवींद्र वायकर ठाकरे ग्रुप के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के कट्टर विश्वासपात्र थे, लेकिन अब उनकी शिंदे गुट में एंट्री हो गई है. विपक्ष का आरोप है कि ईडी की जांच जारी होने के कारण वह शिंदे ग्रुप में शामिल हो गए हैं. पिछले कुछ दिनों से ईडी उनसे पूछताछ कर रही थी.
रवींद्र वायकर के खिलाफ यह जांच जोगेश्वरी जमीन मामले में चल रही थी. उन पर जोगेश्वरी में एक आरक्षित भूखंड पर होटल बनाने का आरोप था. इस मामले में उनकी पत्नी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था.
कहा जा रहा था कि शिंदे गुट में शामिल होने के लिए रवींद्र वायकर पर राजनीतिक दबाव था. हालांकि, वायकर ईडी से तंग आ चुके हैं और शिंदे समूह में शामिल हो गए हैं. उनकी रुचि लोकसभा में भी थी. लेकिन कल अमोल कीर्तिकर के नाम की घोषणा से वायकर नाराज भी बताए जा रहे हैं.