त्रिची: कुवैत अग्निकांड में मारे गए राज्य के सात लोगों के शव शनिवार को कोच्चि एयरपोर्ट से उनके पैतृक स्थानों पर पहुंचा दिए गए. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के आदेश के बाद प्रवासी तमिल कल्याण मंत्री गिंगी मस्तान ने कल कोच्चि एयरपोर्ट जाकर कुवैत अग्निकांड में मारे गए तमिलों को श्रद्धांजलि दी थी.
विमान से कोच्चि लाए गए 31 में से सात के शव तमिलों के थे. दोपहर करीब एक बजे सभी शवों को एंबुलेंस से उनके संबंधित जिलों में ले जाया गया. त्रिची जिले के तिरुवेरुमपुर के पास नवलपट्टू अन्ना नगर इलाके के इबामेसन राजू (उम्र 53) का शव कल रात 10.22 बजे उनके घर पहुंचा. राजू के शव पर रोते हुए परिजनों और रिश्तेदारों को देखकर माहौल गमगीन हो गया. इस बीच सरकार की ओर से त्रिची टीआरओ राजलक्ष्मी और एडीएसपी कुट्टालिंगम ने राजू के शव को श्रद्धांजलि दी. वहीं, तमिलनाडु सरकार की ओर से 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई.
इसी तरह, चेन्नई के रॉयपुरम निवासी शिवशंकर गोविंदन का पार्थिव शरीर आज सुबह चार बजे कोच्चि से एंबुलेंस से लाया गया. शव को रॉयपुरम स्थित उनके घर पर रखा गया, जहां उनके रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया. वहीं इधर, थूथुकुडी के वनरामुट्टी गांव निवासी वीरासामी मरियप्पन (उम्र 41) का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से उनके गृहनगर लाया गया. स्थानीय लोगों द्वारा अंतिम श्रद्धांजलि दिए जाने के बाद उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. सरकार की ओर से जिला राजस्व अधिकारी अजय श्रीनिवासन, आयुक्त जॉन क्रिस्टीफाई, कोविलपट्टी नगर परिषद के अध्यक्ष करुणानिधि और अन्य ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी.
इसी तरह तंजावुर जिले के पेरावुरानी के पास अदनूर गांव निवासी इंजीनियर बुनाफ रिचर्ड रॉय का पार्थिव शरीर कल रात एंबुलेंस से उनके पैतृक गांव लाया गया. उनके घर पर रखे पार्थिव शरीर को बड़ी संख्या में लोगों ने अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी. साथ ही, सरकार की ओर से तंजावुर जिला कलेक्टर दीपक जैकब ने बुनाफ रिचर्ड रॉय के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा घोषित सामान्य राहत कोष से 5 लाख रुपये का चेक रिचर्ड रॉय के पिता आनंद मनोकरन को सौंपा. तत्पश्चात रात में ही उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
इसी तरह, रामनाथपुरम जिले के परमाक्कुडी के पास थेन्नावनूर गांव के निवासी करुप्पानन रामू का शव कल रात एम्बुलेंस से उनके गृहनगर पहुंचा. शव को देखकर उसकी पत्नी और रिश्तेदारों के रोने-बिलखने के दृश्य से पूरा गांव गम में डूब गया. बाद में, करुप्पानन रामू के शव का शनिवार सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया. साथ ही उनकी मौत को लेकर गांव के मुखिया ने शव जल्दी लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.
इसी तरह, कुड्डालोर जिले के कट्टुमन्नारकोइल के पास मुत्तम गांव के निवासी कृष्णमूर्ति चिन्नादुरई का शव आधी रात को उनके पैतृक गांव पहुंचा. इसके बाद उनके परिजन और रिश्तेदार रोते-बिलखते शव को लेकर पहुंचे. जनता और रिश्तेदारों के श्रद्धांजलि देने के बाद उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया गया. साथ ही राजस्व विभाग की ओर से चिन्नादुरई की मौत से जुड़े दस्तावेज उनके परिवार को सौंप दिए गए.
ये भी पढ़ें-