रामपुरः दुश्मन मुल्कों की सरहदों की बंदिशें जिले के एक परिवार पर भारी पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही हो रहा है जिले के एक मोहल्ले में ब्याही पाकिस्तानी ताहिर जबीन और उनके परिवार के साथ. मायके में कुछ दिन और बिताने के साथ पति और 3 बच्चों के साथ दुश्मन मुल्क में फंस गई हैं. अब भारत आने के लिए छटपटा रहे हैं और लगातार कोशिश कर रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही है.
ताहिर जबीन ने 2007 में लॉंग टर्म वीजा पर आकर किया था निकाह
बता दें कि पाकिस्तानी ताहिर जबीन 2007 में लॉंग टर्म वीजा पर भारत आई थी. इसके बाद 2007 में शहर कोतवाली स्थित घेर मरदान खान निवासी माजिद हुसैन से निकाह हुआ था. शादी के बाद माजिद हुसैन और ताहिर जबीन के तीन बच्चे हैं. शादी के 15 साल बाद ताहिर जबीन अपने भाई की शादी में शिरकत करने पति और तीनों बच्चों के साथ नूरी वीज़ा पर अक्टूबर 2022 में मायके पाकिस्तान चली गईं. यह वीजा 30 दिसंबर 2022 तक मान्य था. लेकिन 30 दिनों मे ताहिर जबीन का अपनी मां की मोहब्बत से दिल नहीं भरा तो वह कुछ और दिन पाकिस्तान में रुक गईं. जिसकी वजह से कानूनी पेंच ऐसी फंसा कि बार-बार वीज़ा मांगने पर भी नहीं मिल रहा है.
पति और बच्चों को तो मिल रहा वीजा
विदेश मंत्रालय से लेकर दूतावास और स्थानीय नेताओं से लेकर खुफिया तंत्र तक काफी भाग दौड़ कर रही हैं लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है. ताहिरा जबीन कई बार वीजा के लिए आवेदन कर चुकी है लेकिन, निरस्त हो रहा है. हालांकि ताहिर जबीन के पति माजिद हुसैन और बच्चों को वीजा मिल रही है. लेकिन पति और बच्चे अपनी मां की मोहब्बत में पाकिस्तान में है, वह भी नहीं आना चाह रहे हैं. उनका कहना है हम लोग साथ में ही भारत आएंगे.
सांसद भी भारतीय दूतावास को लिख चुके हैं पत्र
वहीं, माजिद हुसैन के परिवार वाले सरकार से वीजा देने की गुहार लगा रहे हैं. परिजनों ने ताहिरा जबीन के स्वास्थ्य का भी हवाला दिया है. सांसद को लिखे पत्र में कहा गया है कि ताहिरा जबीन डायबिटीज, हार्ट, ब्लड प्रेशर की मरीज हैं. स्वास्थ्य काफी खराब है, उन्हें अपने पति माजिद और बच्चों के साथ भारत आने दिया जाए. वहीं,10 मार्च 2024 को तत्कालीन सांसद घनश्याम सिंह लोधी ने इस संबंध में पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास को पत्र लिखा था. जिसमें पाकिस्तानी नागरिक ताहिरा जबीन का वीजा शीघ्र जारी कराने का अनुरोध किया गया था.
मजीद की मां ने पीएम मोदी से लगाई मदद की गुहार
इस पूरे मामले में मजीद हुसैन की मां फमीदा का कहना है कि, मैंने अपने बेटे की शादी पाकिस्थान में की थी नंनद की बेटी से. मेरा बेटा बहू और पोते पोती सभी शादी समारोह में शामिल होने अक्टूबर 2022 में गए थे. 30 दिन की वीजा था. लेकर अब वहां पता नहीं क्या हुआ वीजा खत्म होने के बाद भी वो लोग वहां रूक गए. जिसके बाद वो लोग वहां फंस गए. वह आने की बहुत कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके वीजा नहीं लग रही है. वहां से आने की इजाजत नहीं मिल रही है. मैं चाहती हूं, मेरा बच्चा यहां वापस आए. वह पाकिस्तान में बहुत परेशान है. हमने सरकार से गुहार लगाई है.
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