नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत में इस साल डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है और अब तक देश भर में डेंगू के 32,091 मामले सामने आ चुके हैं. यह आंकड़ो पिछले वर्ष की तुलना में बहुत अधिक है.
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीवीबीडीसी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष जून तक देश भर में डेंगू के कुल 32,091 मामले सामने आए हैं, जबकि 2023 की इसी अवधि में कुल 18,391 डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे. अधिकारी ने कहा कि डेंगू के कारण देश भर में 32 मौतें भी हुई हैं, जिनमें केरल में सबसे अधिक 22 मौतें शामिल हैं. इसके बाद कर्नाटक में 5, तमिलनाडु में 2 और गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में एक-एक मौत हुई है.
डेंगू के प्रकोप की समीक्षा और निगरानी
अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक और एनसीवीबीडीसी मौजूदा मानसून सीजन में देश में डेंगू के प्रकोप की स्थिति की नियमित समीक्षा और निगरानी कर रहे हैं, ताकि बीमारी की स्थिति, तैयारियों, तकनीकी मार्गदर्शन का आकलन किया जा सके और राज्यों को संवेदनशील और आगाह किया जा सके. अधिकारी ने बताया कि डेंगू की स्थिति पर इस साल 10 जुलाई तक कम से कम सात समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें से एक बैठक की अध्यक्षता खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने की.
शुक्रवार शाम को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने डेंगू के अधिक प्रकोप वाले नौ राज्यों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और उन्हें डेंगू के प्रकोप को समय रहते रोकने के लिए सतर्क रहने को कहा. चंद्रा ने कहा कि शहरी विकास मंत्रालय, राज्यों, नगर निगमों और स्थानीय स्वशासन निकायों सहित संबंधित हितधारकों के लिए देश में डेंगू के मामलों को रोकने में सहयोग करना और मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है.
31 जुलाई तक डेंगू के मामले 50 प्रतिशत अधिक...
बैठक में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ-साथ दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित नौ राज्यों के सचिव और उच्च-स्तरीय अधिकारी मौजूद थे. चंद्रा ने मानसून के मौसम से पहले एहतियाती कदम उठाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जब डेंगू के मामले आम तौर पर अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर के आसपास चरम पर होते हैं. उन्होंने कहा कि डेंगू के मामले आम तौर पर अक्टूबर में चरम पर होते हैं, लेकिन इस साल के रुझान से पता चलता है कि 31 जुलाई, 2024 तक मामलों की संख्या पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत अधिक है.
नासिक में डेंगू के 434 मरीज मिले
वहीं, महाराष्ट्र के नासिक में पिछले तीन महीनों से डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. यहां अब तक डेंगू के 434 मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों को हर घर से पानी के नमूने लेने के निर्देश दिए गए हैं. जुलाई के अंत तक 1700 नमूने लिए गए थे. अधिकारियों ने जुलाई महीने में 311 मरीजों को डेंगू से संक्रमित पाया है. हालांकि, सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में उन्होंने 434 डेंगू मरीज होने की बात स्वीकार की है.
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