मुंबई: प्रसिद्ध भजन गायिका अनुराधा पौडवाल को 2024 के लता मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. महाराष्ट्र सरकार के सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा दिए जाने वाले विभिन्न पुरस्कारों की मंगलवार को घोषणा की गई. वर्ष 2024 का गानसम्राज्ञी लता मंगेशकर पुरस्कार गायिका अनुराधा पौडवाल को देने की घोषणा की गई है. संगीत और गायन के क्षेत्र में उनके निरंतर और अमूल्य योगदान के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया.
पुरस्कार की घोषणा के बाद अनुराधा पौडवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, "जिन लोगों का गुणगान और पूजा वर्षों से की जाती रही है, उनके नाम पर पुरस्कार पाकर बहुत खुशी हो रही है. लता मंगेशकर के नाम पर पुरस्कार पाकर मैं बहुत खुश हूं. यह एक अलग तरह की प्रतिभा है. यह पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा दिया जा रहा है. यह बहुत खुशी की बात है." जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें पुरस्कार देर से मिल रहा है, तो उन्होंने कहा, "बहुत देर हो गई." गायिका अनुराधा पौडवाल ने पुरस्कार मिलने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "हर चीज का एक समय होता है."
श्री राम नवमी की पावन बेला में मां सरस्वती के आशीर्वाद से प्रभु श्री रामलला सरकार की सेवा में भक्ति भाव से परिपूर्ण एक मधुर गीत समर्पित कर रही हूं। आशा है आप सबको यह पसंद आएगा।
— Anuradha Paudwal Official (@PaudwalOfficial) April 17, 2024
श्री रामलला सरकार आप सभी के ऊपर अपना आशीर्वाद बनाए रखें।
जय श्री राम।#RamNavami pic.twitter.com/8ulfQqX2h4
राज्य सरकार के इस फैसले से हम बहुत खुश हैं...
अनुराधा पौडवाल को 'गानसम्राज्ञी लता मंगेशकर पुरस्कार 2024' से सम्मानित किए जाने की घोषणा के बाद संगीत, कला और मनोरंजन क्षेत्रों से प्रतिक्रियाएं भी आई हैं. गायिका सावनी रविंद्र ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, "अनुराधा पौडवाल संगीत जगत का बड़ा नाम हैं... एक बेहतरीन शख्सियत हैं... मैं उनके गाने सुनकर बड़ी हुई हूं. उनके गानों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है... इसलिए हम निश्चित रूप से राज्य सरकार से बहुत खुश हैं."
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
वहीं, नटवर्य प्रभाकर पणशीकर रंगमंच लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, संगीताचार्य अण्णासाहेब किर्लोस्कर संगीत रंगभूमि लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी शास्त्रीय संगीत लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, ज्ञानोबा तुकाराम पुरस्कार, तमाशा सम्राज्ञी विथाबाई नारायणगांवकर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और 12 राज्य सांस्कृतिक पुरस्कारों की घोषणा भी सांस्कृतिक कार्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने की.
शास्त्रीय संगीत के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले और शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में सेवा करने वाले कलाकारों के योगदान के लिए आरती अंकलेकर-टिकेकर को 2024 के भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी शास्त्रीय संगीत जीवन गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. मराठी रंगमंच में अपनी पहचान बनाने वाले प्रकाश बुद्धिसागर को नटवर्य प्रभाकर पणशीकर रंगमंच लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार 2024 से नवाजा जाएगा.
वहीं, शुभदा दादरकर को संगीताचार्य अन्नासाहेब किर्लोस्कर संगीत रंगभूमि लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार 2024 देने की घोषणा की गई है. संगीत थिएटर में उनके विशेष योगदान के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया है. संजयजी महाराज पाचपोरे को संत साहित्य और संतों को समर्पित मानवीय कार्यों पर लेखन के लिए ज्ञानोबा तुकाराम पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया जाएगा.
12 राज्य सांस्कृतिक पुरस्कारों की घोषणा
राज्य सांस्कृतिक पुरस्कारों में कुल 12 श्रेणियां हैं और इनमें से प्रत्येक श्रेणी में एक पुरस्कार की घोषणा की गई है. विशाखा सुभेदार को नाटक श्रेणी के लिए पुरस्कार, डॉ. विकास कशालकर को उप-शास्त्रीय संगीत श्रेणी के लिए 2024 का पुरस्कार और सुदेश भोसले को गायन श्रेणी में इस पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. लोक कला के क्षेत्र में 2024 का पुरस्कार अभिमन्यु धर्मजी सावडेकर को तथा शाहिरी के क्षेत्र में 2024 का पुरस्कार शाहिर राजेंद्र कांबले को देने की घोषणा की गई है. नृत्य श्रेणी में 2024 के लिए सोनिया परचुरे का चयन किया गया है.
अभिनेत्री रोहिणी हट्टागंडी को फिल्म क्षेत्र का पुरस्कार
फिल्म क्षेत्र के लिए 2024 का पुरस्कार रोहिणी हट्टंगड़ी को देने की घोषणा की गई है. दिग्गज अभिनेत्री रोहिणी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, "कोई भी पुरस्कार प्राप्त करना अच्छा लगता है. एक कलाकार के तौर पर सराहना मिलना अच्छा लगता है. महाराष्ट्र सरकार से पुरस्कार पाकर मैं खुश हूं. मुझे पुरस्कार पाकर बहुत खुशी हो रही है, खासकर जहां मैं काम करती हूं."
राज्य सरकार का पुरस्कार मिलने से बहुत खुश हूं...
वहीं, प्रसिद्ध गायक सुदेश भोसले ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, "पुरस्कार के लिए मैं राज्य सरकार का शुक्रगुजार हूं. मुझे कुछ पुरस्कार मिले हैं. मैं राज्य सरकार से मिले पुरस्कार से बहुत खुश हूं. अब पुरस्कार मिलने के बाद मुझे नहीं पता कि क्या कहूं." सुदेश भोसले ने कहा, "वरिष्ठ गायिका आशा भोसले, किशोर कुमार हमेशा मुझे गायक के रूप में कार्यक्रमों में ले जाते थे. आशा भोसले कहती थीं, सुदेश भोसले को किसी और गायक की जरूरत नहीं है. उन्होंने हमेशा मुझे एक गायक के रूप में सम्मान दिया. लोगों ने मुझे एक हास्य कलाकार के रूप में सम्मान दिया."
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कारों की राशि दोगुना की गई...
सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की ओर से प्रतिवर्ष दिए जाने वाले लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कारों की राशि पिछले वर्ष से दोगुनी कर दी गई है. पहले यह पुरस्कार पांच लाख की नकद राशि, एक प्रमाण पत्र और एक प्रतीक चिह्न के रूप में दिया जाता था. अब 10 लाख रुपये नकद, सम्मान चिह्न और सम्मान प्रमाण पत्र दिया जाएगा. मंत्री मुनगंटीवार की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की एक समिति इन पुरस्कारों की सिफारिश करती है. विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाली हस्तियों को इन पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा. मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि पुरस्कृत कलाकार सांस्कृतिक क्षेत्र की और अधिक सेवा करेंगे. सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि पुरस्कार विजेताओं को जल्द ही सम्मानित किया जाएगा.
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