तेजपुर: बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ हमेशा एक बड़ी चिंता बनी हुई है. खासकर असम और मेघालय में इसकी शिकायत अधिक है. भारत और पड़ोसी बांग्लादेश के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के बावजूद घुसपैठ की समस्या आज भी एक जीवंत समस्या बनी हुई है. लंबे समय से भारत से बांग्लादेश में मवेशियों की तस्करी के मामले भी सामने आए हैं.
सीमा सुरक्षा बल देश की सुरक्षा के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं. वह सीमा के जरिए भारत में घुसने की कोशिश कर रहे घुसपैठियों पर कड़ी निगरानी रख रही है. हाल ही में भारत-बांग्लादेश सीमा का एक वीडियो वायरल हुआ है. हालांकि, ईटीवी भारत इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है. इसमें एक बार फिर भारत-बांग्लादेश सीमा पर निगरानी प्रणाली के संबंध में कुछ गंभीर चिंता पैदा कर दी है. इससे देश की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
असम के धुबरी जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा का एक वीडियो हर किसी को हैरान कर देगा. वीडियो में देखा जा सकता है कि बीएसएफ जवानों की गैर-मौजूदगी में आम लोगों ने बॉर्डर के गेट खोल दिए हैं. बांग्लादेश से एक ट्रैक्टर भारत में प्रवेश करता है. ये कोई एक-दो दिन का मामला नहीं है. वीडियो को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस तरह सीमा क्षेत्र में खुलेआम आवाजाही पर कोई रोक नहीं है.
केंद्र सरकार जहां सीमा पर अचूक सुरक्षा व्यवस्था बनाने की बात कर रही है, वहीं यह वीडियो असली तस्वीर उजागर करता है. आम लोगों को गेट खोलने का अधिकार कैसे मिला या आज तक बीएसएफ अधिकारियों की नजर में यह मामला क्यों नहीं आया, यह एक बड़ा सवाल है. गौरतलब है कि भारत की 4,096.7 किलोमीटर सीमा बांग्लादेश से लगती है. इनमें से असम में 262 किमी, त्रिपुरा में 856 किमी, मिजोरम में 318 किमी, मेघालय में 443 किमी और पश्चिम बंगाल में 2,217 किमी सीमा क्षेत्र है. कुल सीमा के 3,180.653 किमी पर कांटेदार तार पहले ही लगाए जा चुके हैं और बाकी 916.7 किमी में बाड़ लगाने का काम 2024 तक पूरा हो जाएगा.