रांची: विधानसभा चुनाव की आहट के बीच भाजपा ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी सह केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज खिजरी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित अभिनंदन सह विजय संकल्प सभा में कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कांग्रेस और झामुमो पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने हिंदू को हिंसक कहे जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राहुल बाबा तुम हिंदुत्व की पहचान क्या जानो. शिवराज सिंह चौहान ने संस्कृत के श्लोक का हवाला देते हुए हिंदू और हिंदुत्व का मतलब समझाया. उन्होंने कहा कि धर्म की जय हो और अधर्म का नाश हो, यह हिंदुत्व है. सारी दुनिया एक परिवार है, यह हिंदुत्व है. सिर्फ इंसान ही नहीं प्राणियों में भी सद्भावना की बात करना ही हिंदुत्व है.
शिवराज सिंह ने कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा को झूठ का मसीहा बताते हुए 2019 के चुनाव के वक्त झामुमो के निश्चय पत्र और कांग्रेस के जन घोषणा पत्र में किए गए वादों को गिनाया. शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम लेकर पूछा कि युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा क्या हुआ. नौकरी नहीं मिलने पर स्नातक को 5000 और स्नातकोत्तर को 7000 रु बेरोजगारी भत्ता क्यों नहीं मिला. बहनों से प्रतिमाह 2000 रु सुविधा खर्च देने का वादा क्या हुआ. शिवराज सिंह ने कहा कि अब युवाओं और बहनों को हेमंत सोरेन का आवास घेर कर पूछना चाहिए कि क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो इरादा. उन्होंने कहा कि भाजपा जो वादे करती है, उसे पूरा करती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए सम्मान निधि योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों के खाते में हर साल 6000 रु ट्रांसफर किए जा रहे हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने तत्कालीन रघुवर सरकार के कार्यकाल में शुरू मुख्यमंत्री किसान समृद्धि योजना के तहत प्रति एकड़ 5000 रु और अधिकतम 5 एकड़ तक 25000 रु देने की कवायद शुरू की थी लेकिन वर्तमान सरकार ने उस योजना को बंद कर दिया. तत्कालीन भाजपा सरकार ने 50 लाख रुपए तक की जमीन की रजिस्ट्री सिर्फ ₹1 में महिलाओं के नाम करने की योजना शुरू की थी. इसका बड़ी संख्या में महिलाओं को लाभ भी मिला लेकिन सत्ता में आते ही हेमंत सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया.
एमपी के पूर्व सीएम ने कहा कि हम सत्ता के स्वर्ण सिंहासन पर बैठने के लिए चुनाव जीतना नहीं चाहते बल्कि झारखंड को बदलने के लिए चुनाव जीतना चाहते हैं. उन्होंने झारखंड में चल रही महागठबंधन की सरकार को लूटबंधन और ठगबंधन सरकार की संज्ञा दी और इसे आगामी चुनाव में उखाड़ फेंकने का आह्वान किया.
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