इंदौर। शिवपुरी युवती के अपहरण मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. अपहरण की जानकारी मिलते ही राजस्थान के कोटा से लेकर एमपी की पुलिस कार्रवाई में जुट गई. बाद में कोटा पुलिस ने जांच में पता लगाया कि युवती ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी. वहीं अब इंदौर क्राइम ब्रांच ने अपहरण के मामले में शामिल एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिसे इंदौर क्राइम ब्रांच ने राजस्थान पुलिस को सौंप दिया है.
युवती ने प्रेमी के साथ मिलकर रची अपहरण की साजिश
शिवपुरी की रहने वाली युवती के अपहरण कांड की गुत्थी धीरे-धीरे सुलझती हुई नजर आ रही है. इंदौर क्राइम ब्रांच ने भंवरकुआं क्षेत्र से एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिसे बाद में राजस्थान पुलिस के हवाले किया है. अब मामले में कोटा पुलिस आगे जांच कर खुलासा करेगी. वहीं प्रारंभिक तौर पर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया की 'युवती अपने प्रेमी हर्षित के साथ अधिकतर समय इंदौर में ही रहती थी. उसने ही अपने दोस्त हर्षित, हर्षित के दोस्त गजेंद्र उर्फ बृजेश और अमन के साथ मिलकर अपने अपहरण कांड की झूठी कहानी रची. प्रारंभिक तौर पर यह भी बात सामने आ रही है कि युवती ने हर्षित के दोस्त गजेंद्र के रूम के किचन में ही अपने अपहरण का वीडियो शूट किया था. जिसे उसने अपने पिता को भेजा था. साथ ही अपने पिता को 30 लाख रुपए की फिरौती की भी मांग की थी.'
कोटा बताकर इंदौर में रहती थी युवती
एडिशनल डीसीपी दंडोतिया ने बताया कि युवती ने अपने दोस्तों को बताया था कि उसके माता-पिता उससे काफी प्रेम करते हैं. अगर अपहरण की साजिश रचकर फिरौती की रकम मांगी जाए, तो वह उसे तुरंत ही दे देंगे. उसके बाद युवती उन पैसों को लेकर अपने दोस्त हर्षित के साथ विदेश चली जाएगी.' इसके गजेंद्र की गिरफ्तारी के बाद यह भी सामने आया है कि माता-पिता की नजर में युवती कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही, लेकिन ज्यादातर समय वर इंदौर में अपने प्रेमी हर्षित के साथ लिव इन में रहती थी. इस बात की जानकारी उसके माता-पिता को नहीं थी. जब भी माता-पिता का उसके पास फोन आता था, तो वह कोटा में होने की जानकारी देती थी.
पुलिस ने निकाली कॉल लोकेशन, गिरफ्त में एक आरोपी
वहीं अपने अपहरण कांड की झूठी कहानी भी प्रेमी हर्षित और युवती ने रची थी. जिसके लिए युवती ने अपनी गाड़ी और मोबाइल बेच दिया था. उन पैसों से खर्च निकल रहे थे. एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि 'युवती की और उसके दोस्त की कॉल लोकेशन निकाली गई. इस दौरान इस बात की जानकारी सामने आई की छात्रा की कॉल लोकेशन अधिकतर समय इंदौर के भोलाराम उस्ताद मार्ग पर देखी गई है. इसके बाद भंवरकुआ पुलिस से संपर्क किया. भावरकुंआ पुलिस ने भोलाराम उस्ताद मार्ग पर जहां पर लोकेशन मिली थी, वहां पर दबिश दी. यहां से गजेंद्र को पकड़कर राजस्थान पुलिस के हवाले कर लिया गया.
प्रेमी के दोस्त के रूम में शूट किया था अपहरण का वीडियो
वहीं पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में अपहरण से जुड़ी जानकारी पुलिस को दी. उसी के आधार पर अपहरण कांड की गुत्थी सुलझती हुई नजर आ रही है. युवती और युवक ने करीब 15 दिन पहले ही प्लानिंग कर ली थी. इसके तहत हर्षित ने भी अपना रूम खाली कर दिया था और वह अपने दोस्त गजेंद्र के वहां रहने के लिए आ गया था. यहीं पर युवती ने अपना वीडियो बनाकर अपने माता-पिता को भेजा था. यह बात भी सामने आ रही है की मंगलवार को युवती इंदौर में थी और उसके बाद 17 मार्च को जयपुर पहुंच गई और 18 मार्च को वापस आ गई. 18 मार्च को ही मामले में लड़की के पिता ने शिकायत की थी.