कोल्हापुर: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा गिरने का विवाद छाया हुआ है. इस पर जमकर राजनीति हो रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक आज शुक्रवार को कोल्हापुर पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने बताया कि सिंधुदुर्ग के मालवण इलाके में गिरी शिवाजी महाराज की मूर्ति के स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar says, " everyone is sad with whatever happened. chhatrapati shivaji maharaj is our diety and everyone is proud of his history...the chief minister has held meetings in this regard...efforts are being made to build the memorial. action will be taken… https://t.co/igOfTRY936 pic.twitter.com/sLQRTNCRN9
— ANI (@ANI) August 30, 2024
बता दें, कोल्हापुर पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा की एक टीम ने पाटिल का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया था और इसके बाद अधिकारियों ने उसे देर रात करीब 12.30 बजे कोल्हापुर से गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि उसे आज सिंधुदुर्ग लाया जाएगा. वहीं, सिंधुदुर्ग के मालवन में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के मामले में पुलिस ने एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया है. 26 अगस्त को सिंधुदुर्ग पुलिस स्टेशन में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी.
इससे पहले राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पुनर्निर्माण के लिए युद्ध स्तर पर निर्णय ले रही है और राज्य के मालवण क्षेत्र में प्रतिमा के ढहने की घटना की जांच के लिए दो समितियों का गठन किया गया है. उन्होंने विपक्षी दलों से इस मामले का राजनीतिकरण न करने का आह्वान करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति गहरी श्रद्धा है और उन्हें सम्मान देना सभी का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि प्रतिमा के शीघ्र पुनर्निर्माण के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं और नौसेना के अधिकारियों, आईआईटी के अधिकारियों, वास्तुकारों, इंजीनियरों और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकारों को बुलाया गया है.
रक्षा मंत्रालय ने इससे पहले दिन में कहा था कि भारतीय नौसेना की अध्यक्षता में महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधियों और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ एक संयुक्त तकनीकी समिति गठित की जा रही है, जो क्षेत्र में असाधारण मौसम की स्थिति के कारण राजकोट किले, सिंधुदुर्ग में स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को हुए दुर्भाग्यपूर्ण नुकसान की जांच करेगी.
रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रतिमा का अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस समारोह के हिस्से के रूप में किया गया था, जो पहली बार सिंधुदुर्ग में आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य समुद्री रक्षा और सुरक्षा के प्रति मराठा नौसेना और छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत और आधुनिक भारतीय नौसेना के साथ इसके ऐतिहासिक संबंधों का सम्मान करना था.