मुंबई: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई हो चला है. मुंबई उत्तर पश्चिमी लोकसभा सांसद गजानन कीर्तिकर ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजपी ने केंद्रीय तंत्र का इस्तेमाल विपक्षी दलों के खिलाफ इस्तेमाल करने की एक नई संस्कृति की शुरूआत की है. हालांकि, उन्होंने पीएम मोदी के कई कामों की प्रशंसा भी की. जिनमें अनुच्छेद 370 को खत्म करना, राम मंदिर निर्माण शामिल है. उन्होंने बीजेपी के 400 पार का नारा पर भी तंज कस दिया. उन्होंने कहा कि, नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना केवल भाजपा का सपना नहीं है. इसमें सहयोगी दल भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि, शिवसेना शिंदे गुट का है और बालासाहेब ठाकरे ने इस संगठन को मजबूती देने का काम किया. वहीं दूसरी तरफ शरद पवार गुट के नेता ने जयंत पाटिल ने निशाना साधते हुए कहा कि, अब यह स्पष्ट हो गया है कि किस दबाव में शिसेना अलग हुई.
महाराष्ट्र में खिचड़ी घोटाले पर सियासत
गजानन कीर्तिकर के बेटे और मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट (यूबीटी) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर के खिलाफ कथित खिचड़ी घोटाले के सिलसिले में ईडी की जांच चल रही है. कीर्तिकर ने इस जांच पर गहरा असंतोष जताया है. उन्होंने कहा था कि, ईडी के अधिकारी भी निजी तौर पर स्वीकार कर रहे हैं कि इस खिचड़ी घोटाले में कुछ नहीं किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी के समय कई बड़े उपचार केंद्र स्थापित किए गए थे. चिकित्सा सामग्री की बड़ी आपूर्ति भी प्रदान की गई थी. वहीं गजानन कीर्तिकर ने कहा कि उनके बेटे के खिलाफ गलत कार्रवाई हो रही है. अमोल के पिता गजानन कीर्तिकर दो बार नॉर्थ-वेस्ट मुंबई से सांसद रहे हैं. वे शिंदे गुट के समर्थन में थे. उन्होंने नवंबर 2022 में शिंदे गुट की शिवसेना जॉइन की थी.
क्या बोले जयंत पाटिल
वैसे गजानन कीर्तिकर खिचड़ी घोटाले मामले में अपने बेटे का समर्थन कर रहे हैं. क्या वे अपने बेटे के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे? हालांकि चुनावी मैदान में उनका क्या रूख रहेगा, यह देखने योग्य होगा. वहीं, दूसरी तरफ गजानन कीर्तिकर के मन में मची खलबली के बीच महाविकास अघाड़ी इसका पूरा फायदा उठाने जा रही है. इस मामले पर बोलते हुए एनसीपी शरद पवार समूह के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि गजानन कीर्तिकर जो कह रहे हैं वह यह है कि एकनाथ शिंदे की पार्टी ने कुछ डर दिखाया है. जिसका अनुभव गजानन ने साझा किया है. उन्होंने कहा कि, गजानन कीर्तिकर ने बहुत कुछ कहा है. उन्होंने अपने शब्दों में बताया है कि कैसे महाराष्ट्र में पार्टी विभाजित हो गई. उन्होंने यह भी कहा कि, वे महाराष्ट्र के लोगों से गजानन कीर्तिकर के बयान को गंभीर से लेने का अनुरोध करते हैं.
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