कुल्लू: हिमाचल प्रदेश अपनी हसीन वादियों के विश्व विख्यात है. वहीं, इन वादियों की सुंदरता में बर्फबारी और चार चांद लगा देती है. इन दिनों हिमाचल में बर्फबारी का दौर जारी है. जिससे पूरा पहाड़ सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है. ऐसे में यहां आने वाले देश-विदेश के पर्यटक अपनी साथ कभी न भूलने वाला एक्सपीरियंस लेकर जा रहे हैं. इसके अलावा अगर आप बर्फबारी के साथ इग्लू का मजा लेना चाहते हैं, तो आप चले आइए हामटा. जहां की वादियां आपकों स्वर्ग का एहसास दिलाएगी.
हिल स्टेशन की बात हो और कुल्लू-मनाली का जिक्र न आये ऐसा भला हो सकता है. हिमाचल के कुल्लू जिला में कई पर्यटन स्थलों पर बीते दिनों बर्फबारी हुई है, जो पर्यटन कारोबार के लिए संजीवनी बनकर आई है. इन दिनों बर्फबारी का मजा लेने के लिए सैलानी भी विभिन्न इलाकों का रुख कर रहे हैं. ऐसे में मनाली के ऊपरी इलाकों में जहां रोजाना सैकड़ों पर्यटक पहुंच रहे हैं. वहीं, मनाली के साथ लगते हामटा में भी बर्फ से तैयार इग्लू में रहने का सैलानी मजा उठा रहे हैं.
जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली से करीब 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सेथन गांव में दो युवकों विकास और तशी ने इग्लू यानी बर्फ के घर का निर्माण किया है. जिसके दीदार के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूर दूर से पर्यटक भी यहां पर पहुंच रहे हैं और बर्फ से बने इग्लू में रहने का खूब लुत्फ ले रहे हैं. यह दोनों युवक पिछले करीब 8 वर्षों से इन इग्लू का निर्माण हर साल सर्दियों के दिनों में करते आए हैं. बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद इन दोनों युवकों ने इन इग्लू का निर्माण किया है और उसके बाद जैसे ही लोगों को इन इग्लू के बारे में पता लगा तो लोगों का इनके दीदार के लिए यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.
यह दोनों युवक पिछले 8 वर्षो से यहां पर इन इग्लू घरों का निर्माण कर रहे हैं. स्थानीय युवक विकास ने बताया कि यह इग्लू पिछले 8 साल से बनाते आ रहे है. इग्लू बनाने का आइडिया काफी समय से उनके पास था. उन्होंने बताया की जब वह स्कीइंग करने के लिए पहाड़ों पर जाते थे तो वहां पर उनके पास टेंट हुआ करते थे. जिसमें ठंड के कारण रात काटनी मुश्किल होती थी और उसके बाद इग्लू का निर्माण करने का आइडिया आया. उसके बाद काफी मेहनत के बाद वह इन इग्लू का निर्माण कर पाए हैं और पिछले 8 साल से पूरी तरह से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
युवकों का कहना है कि इनको बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है और जितनी अधिक बर्फ हो वो उतना अच्छा रहता है. एक इग्लू को तैयार करने के लिए कम से 2 से 3 दिन भी लग जाते हैं. उन्होने बताया कि यहां पर इतनी ठंड में रहने का एक अलग ही एहसास है और पर्यटक इसका खूब लुत्फ ले रहे हैं.
वही, इग्लू में रहने आए पर्यटकों ने अपना एक्सपीरियंस साझा किया. पर्यटकों ने कहा यह उनके लिए एक अलग तरह का अनुभव था. इसके बारे में आज से पहले उन्होंने सिर्फ किताबों में पढा था और आज खुद उसमें रह कर इसका अनुभव लिया है, जो उन्हें काफी अच्छा लग रहा है. उन्होंने कहा भारत में भी और वो भी मनाली जैसी जगह में इस तरह का इग्लू बनाना, यह उनके लिए एक सपने के जैसा है. उन्होने कहा मनाली आकर उन्हें काफी अच्छा लग रहा है. मनाली एक काफी खूबसूरत स्थान है. वही, पर्यटकों ने कहा की बाहर बेशक तापमान माइनस में है, लेकिन इग्लू के अंदर का तापमान अलग है.
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