मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर की शाही लीची अब महाराष्ट्र और साउथ इंडिया के लोग जल्द ही चखने वाले हैं. सोनपुर मंडल के रेल अधिकारियों ने कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर मुजफ्फरपुर जंक्शन के वीआइपी कक्ष में रेलवे के वाणिज्य विभाग के अधिकारियों ने लीची व्यवसायी और किसानों के साथ बैठक की है. मुजफ्फरपुर से दक्षिण भारत लीची को ट्रेन के वीपी और एसएलआर बोगी से भेजने के लिए फिलहाल रजामंदी हुई है. 20 मई से 19 जून 2024 तक ट्रेन से लीची भेजी जाएगी.
पवन एक्सप्रेस से जायेगी प्रतिदिन लीची: बताया जा रहा है कि पवन एक्सप्रेस से प्रत्येक दिन 1800 पैकेट वीपी और 250 पैकेट एसएलआर में मुंबई यानी लोकमान्य तिलक टर्मिनल के लिए लोड होगा. मुजफ्फरपुर में ही वीपी को पवन एक्सप्रेस से जोड़ा जाएगा. पवन एक्सप्रेस के अलावा अवध एक्सप्रेस से भी मुंबई लीची भेजी जाएगी. इसके अलावा मुजफ्फरपुर से पुणे, यशवंतपुर, बैंगलुरू(एसएमवीबी और क्रांतिवीर संगौली रयन्ना), अहमदाबाद आदि के लिए लीची भेजी जाएगी.
मुजफ्फरपुर से मुंबई होगी रवाना: उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों में फिलहाल एसएलआर से लीची की खेप जाएगी। इसके अलावा दानापुर व पाटलिपुत्र स्टेशन से भी कनेक्टिंग ट्रेन के माध्यम से लीची की ढुलाई होगी. जिसे मुजफ्फरपुर मंगवाकर मुंबई भेजी जाएगी. बैठक में सोनपुर रेल मंडल के वरीय वाणिज्य मंडल प्रबंधक रौशन कुमार के साथ स्टेशन प्रबंधक अखिलेश कुमार सिंह, वाणिज्य इंस्पेक्टर नीरज कुमार पांडेय, डिप्टी एसएस मृत्यंजय शर्मा, पार्सल प्रभारी एसएन चौधरी, किसान विजय साह आदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे.
बार कोडिंग होगा लीची के पैकेट पर: रेलवे इसबार हर लीची के पैकेट का बार कोडिंग करेगी. उसका एक लेबल भी पैकेट पर चिपकाया जाएगा. इसके अलावा लीची की खेप लेकर मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचे कारोबारी व किसान को पार्किंग में स्टैंड शुल्क नहीं लगेगा. इसकी लगातार मॉनिटिंग भी की जाएगी. पीने की पानी की व्यवस्था भी रेलवे की ओर से की जाएगी.
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