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राष्ट्रपति और पीएम मोदी समेत गणमान्यों ने बापू और लाल बहादुर शास्त्री को दी श्रद्धांजलि - MAHATMA GANDHI BIRTH ANNIVERSARY

MAHATMA GANDHI BIRTH ANNIVERSARY: राष्ट्रपति महात्मा गांधी को कई देशों ने सम्मान दिया है. इस सिलसिले में उनकी प्रतिमाएं कई देशों में स्थापित की गई हैं. जानकारी के मुताबिक 70 से अधिक देशों में महात्मा गांधी की प्रतिमाएं लगाई गई हैं. गांधी जयंती के मौके पर पढ़ें पूरी खबर...

MAHATMA GANDHI 155TH BIRTH ANNIV
पीएम मोदी ने बापू को दी श्रद्धांजलि (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 2, 2024, 9:02 AM IST

Updated : Oct 2, 2024, 9:27 AM IST

नई दिल्ली: महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम मोदी और राहुल गांधी समेत तमाम गणमान्यों ने राजघाट जाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की. बता दें, आज पूरा राष्ट्र महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है.

इस सिलसिले में प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि. उन्होंने सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित बापू के जीवन और आदर्शों के स्थायी प्रभाव पर जोर दिया. उनके ये सिद्धांत देश के लोगों को प्रेरित करते रहेंगे.

इसके साथ-साथ पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा कि देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन.

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी का योगदान अविस्मरणीय है. उन्होंने ब्रिटिश सरकार के शासन के विरोध में देश में आजादी का संग्राम छेड़ा और आखिरी दम तक उनसे लोहा लेते रहे. उनके इस योगदान को पूरा देश याद करता है. 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर शहर में जन्मे महात्मा गांधी या मोहनदास करमचंद गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध अपनाया और अत्यंत धैर्य के साथ औपनिवेशिक ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में सबसे आगे रहे. इसके परिणामस्वरूप भारत को 1947 में आजादी प्राप्त हुई.

वहीं, 1904 में उत्तर प्रदेश में जन्मे लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने और 1964 से 1966 तक इस पद पर रहे. पाकिस्तान के साथ ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद 11 जनवरी, 1966 को 61 वर्ष की आयु में ताशकंद में उनका निधन हो गया. पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री एक महान दूरदर्शी नेता थे, जो लोगों की भाषा समझते थे और जिन्होंने देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया. शास्त्री जी महात्मा गांधी की राजनीतिक शिक्षाओं से बहुत प्रभावित थे.

पढ़ें: देश में ही नहीं विदेशों में भी है बापू की 50 से ज्यादा प्रतिमाएं, जानें वहां श्रद्धांजलि दी जाती है या नहीं?

नई दिल्ली: महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम मोदी और राहुल गांधी समेत तमाम गणमान्यों ने राजघाट जाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की. बता दें, आज पूरा राष्ट्र महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है.

इस सिलसिले में प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि. उन्होंने सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित बापू के जीवन और आदर्शों के स्थायी प्रभाव पर जोर दिया. उनके ये सिद्धांत देश के लोगों को प्रेरित करते रहेंगे.

इसके साथ-साथ पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा कि देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन.

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी का योगदान अविस्मरणीय है. उन्होंने ब्रिटिश सरकार के शासन के विरोध में देश में आजादी का संग्राम छेड़ा और आखिरी दम तक उनसे लोहा लेते रहे. उनके इस योगदान को पूरा देश याद करता है. 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर शहर में जन्मे महात्मा गांधी या मोहनदास करमचंद गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध अपनाया और अत्यंत धैर्य के साथ औपनिवेशिक ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में सबसे आगे रहे. इसके परिणामस्वरूप भारत को 1947 में आजादी प्राप्त हुई.

वहीं, 1904 में उत्तर प्रदेश में जन्मे लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने और 1964 से 1966 तक इस पद पर रहे. पाकिस्तान के साथ ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद 11 जनवरी, 1966 को 61 वर्ष की आयु में ताशकंद में उनका निधन हो गया. पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री एक महान दूरदर्शी नेता थे, जो लोगों की भाषा समझते थे और जिन्होंने देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया. शास्त्री जी महात्मा गांधी की राजनीतिक शिक्षाओं से बहुत प्रभावित थे.

पढ़ें: देश में ही नहीं विदेशों में भी है बापू की 50 से ज्यादा प्रतिमाएं, जानें वहां श्रद्धांजलि दी जाती है या नहीं?

Last Updated : Oct 2, 2024, 9:27 AM IST
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