नई दिल्ली: राजधानी में ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउज आईएएस स्टडी सर्कल हादसे को लेकर दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. मामले में अब तक दिल्ली पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग के चार मलिक और एक कार मालिक भी शामिल है. बताया गया कि जिस बिल्डिंग में कोचिंग चलाया जा रहा था, उसके चार मालिक हैं, जिनके नाम सरबजीत सिंह, हरविंदर सिंह, तेजिंदर सिंह और परविंदर सिंह हैं.
#WATCH | Delhi | Vehicle which hit the gate of the coaching centre in Old Rajinder Nagar where three UPSC aspirants died due to drowning, impounded by Police. The driver of the vehicle has been arrested. pic.twitter.com/VESET1uP7v
— ANI (@ANI) July 29, 2024
मिली जानकारी के मुताबिक, ये सभी रिश्ते में चचेरे भाई हैं और सभी करोल बाग इलाके में ही रहते हैं. उन्होंने राउज आईएएस स्टडी सर्कल के मालिक अभिषेक गुप्ता को बिल्डिंग के बेसमेंट का एरिया चार लाख रुपये मासिक किराए पर दिया था. पुलिस ने एफआईआर में साफ किया था कि जो भी इस मामले में जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कोचिंग मालिक को भी किया गया गिरफ्तार: इससे पहले कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया था. इन दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. इसके अलावा एक अन्य आरोपी, जिसका पता उस कार चालक के रूप में चला है, जिसने कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग के गेट को नुकसान पहुंचाया था. उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
दरअसल, 27 जुलाई को उस वक्त कोचिंग सेंटर के बेसमेंट का गेट टूट गया था, जब पानी से लबालब सड़क पर कार निकाली गई थी. इसी के बाद बेसमेंट में तेजी से पानी भरने लगा था और इसमें फंसकर तीन छात्रों की मौत हो गई थी. कार चालक की गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है.
एमसीडी ने की अवैध निर्माण पर कार्रवाई: वहीं, मामले में एमसीडी ने नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए संस्थान के बाहर सीवर को ढंककर बनाए गए फुटपाथ को बुलडोजर से तोड़ा. साथ ही सड़कों पर खुदाई कर जल निकासी की व्यवस्था भी की गई. उधर इस मामले पर दिल्ली पुलिस के सेंट्रल जिला उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने कहा है कि बेसमेंट में कमर्शियल एक्टिविटी करने की अनुमति नहीं दी गई थी. इस बाबत हमने दिल्ली नगर निगम से भी जानकारी मांगी है. उन सभी अधिकारियों के भूमिका की जांच की जाएगी, जो इस घटना में जिम्मेदार रहे हों. दिल्ली पुलिस मामले की सभी एंगल से जांच कर रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से कानून व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की और कहा कि प्रदर्शनकारी सड़क को बाधित न करें.
ये भी पढ़ें- दिल्ली के कोचिंग सेंटर्स पर उठे सवाल, स्टूडेंट्स की जिंदगी के साथ खिलवाड़, जानिए कब-कब हुए हादसे