कांकेर/ रायपुर/दुर्ग/ गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के बस्तर में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के तहत वोट डाले जाएंगे. बस्तर के सभी जिलों में सुरक्षा टाइट है. चप्पे चप्पे पर फोर्स की तैनाती है. हालांकि कांकेर में 26 अप्रैल को मतदान होगा, लेकिन उसके पहले मंगलवार को कांकेर में सुरक्षाबलों ने नक्सल मोर्चे पर बड़ा प्रहार किया है. कांकेर के छोटेबेठिया एनकाउंटर में 29 नक्सलियों को फोर्स ने मार गिराया है. इसमें कई टॉप नक्सली के मारे जाने की खबर हैं. माओवादी कमांडर शंकर राव के मारे जाने की भी खबर सामने आई है. शंकर राव के ऊपर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था. कांकेर के एसपी कल्याण एलिसेला ने मीडिया से बातचीत के दौरान इस बात का जिक्र किया है. बस्तर आईजी ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की है और 29 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही है. छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री ने भी ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है. गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस ऑपरेशन में घायल हुए जवानों के बारे में भी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि जवान खतरे से बाहर हैं. दो जवानों को इलाज के लिए रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
"छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज की तारीख याद रखी जाएगी, जब हमारे सुरक्षा बल के जवानों ने कांकेर जिले के हापाटोला के जंगल में नक्सलियों की मांद में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए जबरदस्त मुठभेड़ में करीब 29 नक्सलियों को मार गिराया. इसमें 25 लाख के इनामी नक्सली कमांडर शंकर राव के भी मारे जाने की खबर है. इसका पूरा श्रेय सुरक्षाबलों को जाता है, सभी को बधाई. गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन और सीएम साय के गाइडेंस को भी यह श्रेय जाता है ": विजय शर्मा, डिप्टी सीएम और गृह मंत्री, छत्तीसगढ़
नक्सली खून खराबा छोड़ें हम बातचीत को तैयार: डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि" जवानों की मेहनत और हौसले को हम सलाम करते हैं. इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह का मार्गदर्शन और सीएम साय का नेतृत्व हमें मिलता रहा है. नक्सली खून खराबा छोड़ें हम उनसे बातचीत को तैयार हैं. इस नक्सल ऑपरेशन का चुनाव से कोई लेना देना नहीं. नक्सलवाद से लड़ने के लिए जवानों को जो जरूरत होगी वह जरूरत मुहैया कराई जाएगी. बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त करने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी. नक्सलियों के किसी भी समूह से हम बात करने के लिए तैयार हैं. हम बस्तर के विकास के लिए तैयार हैं."
"बस्तर में नक्सल उन्मूलन हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है. जब तक बस्तर में शांति की बहाली नहीं होगी. तब तक बस्तर का जो सुदूर क्षेत्र है वह विकास की मुख्य धारा में शामिल नहीं हो पाएगा. बस्तर के लोगों तक विकास पहुंचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है. पूर्व में हमारी सरकार ने सरगुजा से पूरी तरीके से नक्सलवाद समाप्त किया था. कांग्रेस के 5 साल के शासनकाल में इस दिशा में कोई भी काम नहीं हुआ. यह लोग ढिंढोरा पीटते रहे. बल्कि नक्सली भी यह कहते रहे कि हमारी सरकार राज्य में है.अब थोड़े से जो नक्सली बचे हैं. उनका आने वाले कुछ महीनों में पूरी तरह से सफाया होगा": अरुण साव. डिप्टी सीएम
कैसे शुरू हुई मुठभेड़: कांकेर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ मंगलवार दोपहर दो बजे शुरू हुई. जब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. यह एनकाउंटर कांकेर के छोटेबेठिया के बीनागुंडा और कोरोनार के गांव में स्थित हापाटोला के जंगल में हुई.
"सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन सीपीआई माओवादी के उत्तर बस्तर डिवीजन के नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना छोटेबेठिया में मिली थी. इनमें नक्सली शंकर, ललिता, राजू और अन्य नक्सलियों का इनपुट मिला था. जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में ऑपरेशन शुरू किया. इस ऑपरेशन के दौरान ही हापाटोला के जंगल में माओवादियों की तरफ से गोलीबारी शुरू हुई. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग का माकूल जवाब दिया. दोनों ओर से भीषण गोलीबारी हुई जिसमें 29 नक्सली मारे गए.मौके से 29 माओवादियों के शव और एके-47, एसएलआर, इंसास और थ्री नॉट थ्री राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए" : सुंदरराज पी, बस्तर आईजी
साल 2024 में अब तक 79 नक्सली हुए ढेर: इस साल अब तक बस्तर में कुल 79 नक्सली ढेर हुए हैं. यह आंकड़ा बस्तर क्षेत्र का है. इससे पहले बीजापुर में दो अप्रैल को 13 नक्सलियों का काम सुरक्षाबलों ने तमाम किया था.