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पीएम मोदी के झारखंड दौरे में क्या रहा खास, किन योजनाओं का किया शुभारंभ, जानिए पूरी डिटेल्स - PM Modi Jharkhand Visit - PM MODI JHARKHAND VISIT

PM Narendra Modi visit to Jharkhand. झारखंड दौरे पर आए पीएम मोदी ने हजारीबाग की धरती से आदिवासी समुदाय के लिए एक बड़ी योजना की शुरुआत की. इसके साथ ही कई अन्य योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया.

PM Modi Jharkhand Visit
पीएम नरेंद्र मोदी (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 2, 2024, 7:48 PM IST

Updated : Oct 2, 2024, 7:55 PM IST

हजारीबाग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के हजारीबाग में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के हजारीबाग में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया, 40 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) का उद्घाटन किया और 25 ईएमआरएस की आधारशिला रखी. उन्होंने प्रधानमंत्री जनजाति न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने झारखंड की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने सैकड़ों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए कुछ दिन पहले जमशेदपुर की अपनी यात्रा को याद किया. प्रधानमंत्री ने आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण और कल्याण के लिए आज की 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आदिवासी समुदायों के प्रति सरकार की प्राथमिकता का प्रमाण है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज की परियोजनाओं के लिए झारखंड और भारत के लोगों को बधाई दी.

63,000 आदिवासी बहुल गांवों का किया जाएगा विकास

महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आदिवासी कल्याण के प्रति उनकी दृष्टि और विचार भारत की पूंजी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी का मानना ​​था कि भारत तभी प्रगति कर सकता है जब आदिवासी समाज तेज गति से प्रगति करेगा.

उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार आदिवासी उत्थान पर अधिकतम ध्यान दे रही है और आज धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया है. इस अभियान के तहत लगभग 80,000 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 550 जिलों में 63,000 आदिवासी बहुल गांवों का विकास किया जाएगा. इन आदिवासी बहुल गांवों में सामाजिक-आर्थिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा और इसका लाभ देश के 5 करोड़ से अधिक आदिवासी भाई-बहनों तक पहुंचेगा. उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड के आदिवासी समाज को भी इससे बहुत लाभ होगा.’’

15 नवंबर को पीएम-जनमन योजना की पहली वर्षगांठ

प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान भगवान बिरसा मुंडा की धरती से शुरू किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर झारखंड से पीएम-जन्म योजना की शुरुआत की गई थी. उन्होंने घोषणा की कि भारत 15 नवंबर, 2024 को आदिवासी गौरव दिवस पर पीएम-जनमन योजना की पहली वर्षगांठ मनाएगा.

उन्होंने कहा कि पीएम-जनमन योजना के माध्यम से विकास का लाभ देश के उन आदिवासी क्षेत्रों तक पहुंच रहा है जो पीछे रह गए थे. पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पीएम-जनमन योजना के तहत आज लगभग 1350 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की आधारशिला रखी गई. योजना पर चर्चा करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सबसे पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में बेहतर जीवन के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा.

झारखंड में अपने पहले वर्ष में पीएम-जनमन निधि की कई उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 950 से अधिक अत्यंत पिछड़े गांवों में हर घर में पानी पहुंचाने का काम पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में 35 वन धन विकास केन्द्रों को भी मंजूरी दी गई है. प्रधानमंत्री ने सुदूर आदिवासी क्षेत्रों को मोबाइल कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी प्रकाश डाला, जिससे प्रगति के समान अवसर प्रदान करके आदिवासी समाज को बदलने में मदद मिलेगी.

40 एकलव्य आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आदिवासी समाज तभी प्रगति करेगा जब आदिवासी युवाओं को शिक्षा और अवसर मिलेंगे. इसके लिए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाने के अभियान में जुटी है. आज 40 एकलव्य आवासीय विद्यालयों के उद्घाटन और 25 नए विद्यालयों के शिलान्यास का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एकलव्य विद्यालयों को सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाना चाहिए और उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने प्रत्येक विद्यालय का बजट भी लगभग दोगुना कर दिया है.

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जब सही प्रयास किए जाते हैं तो सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आदिवासी युवा आगे बढ़ेंगे और देश को उनकी क्षमताओं का लाभ मिलेगा. इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान

देश भर में आदिवासी समुदायों के व्यापक और समग्र विकास को सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने 80,000 करोड़ रुपये से अधिक के कुल परिव्यय के साथ धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू किया. यह अभियान 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 549 जिलों और 2,740 ब्लॉकों के लगभग 63,000 गांवों को कवर करेगा, जिससे 5 करोड़ से अधिक आदिवासी लोगों को लाभ होगा. इसका उद्देश्य भारत सरकार के 17 विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा कार्यान्वित 25 हस्तक्षेपों के माध्यम से सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका में महत्वपूर्ण अंतराल को पाटना है.

आदिवासी समुदायों के लिए शैक्षिक बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री ने 40 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) का उद्घाटन किया और 2,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 25 ईएमआरएस की आधारशिला रखी.

कई और योजनाओं का शिलान्यास

प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत 1360 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसमें 1380 किलोमीटर से अधिक सड़कें, 120 आंगनबाड़ी, 250 बहुउद्देश्यीय केंद्र और स्कूलों के 10 छात्रावास शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने पीएम जनमन के तहत कई ऐतिहासिक उपलब्धियों का भी अनावरण किया, जिसमें लगभग 3,000 गांवों में 75,800 से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के घरों का विद्युतीकरण, 275 मोबाइल चिकित्सा इकाइयों का संचालन, 500 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन, 250 वन धन विकास केंद्रों की स्थापना और 5,550 से अधिक पीवीटीजी गांवों में 'नल से जल' उपलब्ध कराना शामिल है.

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सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने झारखंड की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने सैकड़ों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए कुछ दिन पहले जमशेदपुर की अपनी यात्रा को याद किया. प्रधानमंत्री ने आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण और कल्याण के लिए आज की 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आदिवासी समुदायों के प्रति सरकार की प्राथमिकता का प्रमाण है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज की परियोजनाओं के लिए झारखंड और भारत के लोगों को बधाई दी.

63,000 आदिवासी बहुल गांवों का किया जाएगा विकास

महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आदिवासी कल्याण के प्रति उनकी दृष्टि और विचार भारत की पूंजी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी का मानना ​​था कि भारत तभी प्रगति कर सकता है जब आदिवासी समाज तेज गति से प्रगति करेगा.

उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार आदिवासी उत्थान पर अधिकतम ध्यान दे रही है और आज धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया है. इस अभियान के तहत लगभग 80,000 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 550 जिलों में 63,000 आदिवासी बहुल गांवों का विकास किया जाएगा. इन आदिवासी बहुल गांवों में सामाजिक-आर्थिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा और इसका लाभ देश के 5 करोड़ से अधिक आदिवासी भाई-बहनों तक पहुंचेगा. उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड के आदिवासी समाज को भी इससे बहुत लाभ होगा.’’

15 नवंबर को पीएम-जनमन योजना की पहली वर्षगांठ

प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान भगवान बिरसा मुंडा की धरती से शुरू किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर झारखंड से पीएम-जन्म योजना की शुरुआत की गई थी. उन्होंने घोषणा की कि भारत 15 नवंबर, 2024 को आदिवासी गौरव दिवस पर पीएम-जनमन योजना की पहली वर्षगांठ मनाएगा.

उन्होंने कहा कि पीएम-जनमन योजना के माध्यम से विकास का लाभ देश के उन आदिवासी क्षेत्रों तक पहुंच रहा है जो पीछे रह गए थे. पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पीएम-जनमन योजना के तहत आज लगभग 1350 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की आधारशिला रखी गई. योजना पर चर्चा करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सबसे पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में बेहतर जीवन के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा.

झारखंड में अपने पहले वर्ष में पीएम-जनमन निधि की कई उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 950 से अधिक अत्यंत पिछड़े गांवों में हर घर में पानी पहुंचाने का काम पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में 35 वन धन विकास केन्द्रों को भी मंजूरी दी गई है. प्रधानमंत्री ने सुदूर आदिवासी क्षेत्रों को मोबाइल कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी प्रकाश डाला, जिससे प्रगति के समान अवसर प्रदान करके आदिवासी समाज को बदलने में मदद मिलेगी.

40 एकलव्य आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आदिवासी समाज तभी प्रगति करेगा जब आदिवासी युवाओं को शिक्षा और अवसर मिलेंगे. इसके लिए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाने के अभियान में जुटी है. आज 40 एकलव्य आवासीय विद्यालयों के उद्घाटन और 25 नए विद्यालयों के शिलान्यास का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एकलव्य विद्यालयों को सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाना चाहिए और उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने प्रत्येक विद्यालय का बजट भी लगभग दोगुना कर दिया है.

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जब सही प्रयास किए जाते हैं तो सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आदिवासी युवा आगे बढ़ेंगे और देश को उनकी क्षमताओं का लाभ मिलेगा. इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान

देश भर में आदिवासी समुदायों के व्यापक और समग्र विकास को सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने 80,000 करोड़ रुपये से अधिक के कुल परिव्यय के साथ धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू किया. यह अभियान 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 549 जिलों और 2,740 ब्लॉकों के लगभग 63,000 गांवों को कवर करेगा, जिससे 5 करोड़ से अधिक आदिवासी लोगों को लाभ होगा. इसका उद्देश्य भारत सरकार के 17 विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा कार्यान्वित 25 हस्तक्षेपों के माध्यम से सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका में महत्वपूर्ण अंतराल को पाटना है.

आदिवासी समुदायों के लिए शैक्षिक बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री ने 40 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) का उद्घाटन किया और 2,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 25 ईएमआरएस की आधारशिला रखी.

कई और योजनाओं का शिलान्यास

प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत 1360 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसमें 1380 किलोमीटर से अधिक सड़कें, 120 आंगनबाड़ी, 250 बहुउद्देश्यीय केंद्र और स्कूलों के 10 छात्रावास शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने पीएम जनमन के तहत कई ऐतिहासिक उपलब्धियों का भी अनावरण किया, जिसमें लगभग 3,000 गांवों में 75,800 से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के घरों का विद्युतीकरण, 275 मोबाइल चिकित्सा इकाइयों का संचालन, 500 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन, 250 वन धन विकास केंद्रों की स्थापना और 5,550 से अधिक पीवीटीजी गांवों में 'नल से जल' उपलब्ध कराना शामिल है.

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Last Updated : Oct 2, 2024, 7:55 PM IST
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