मुंबई : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लंबी जांच के बाद गुरुवार रात 9 बजे ईडी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया. इसमें ईडी ने मांग की थी कि आगे की जांच के लिए केजरीवाल को हिरासत में लिया जाए. जिसके बाद, अदालत ने अरविंद केजरीवाल को 28 मार्च तक हिरासत में भेज दिया है. ईडी ने कोर्ट में यह भी आरोप लगाया है कि कथित शराब घोटाले के पीछे अरविंद केजरीवाल ही मास्टरमाइंड हैं.
मुंबई में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय राउत ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और INDIA गठबंधन की जनता के बीच पहुंच के डर से और प्रतिशोध की भावना से ईडी द्वारा झूठे मामले में गिरफ्तार किया गया है. सब जानते हैं कि ये गिरफ़्तारी बदले की भावना से की गई है. पीएम मोदी भी यह जानते हैं. अब जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है, BJP को दिन-ब-दिन डर लगने लगा है. देश इस समय तानाशाही सरकार और जंगल राज के अधीन है. देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. किसी को भी गिरफ्तार किया जा सकता है. भारत में रूस और चीन जैसी ही स्थिति है.
आगे बोलते हुए सांसद संजय राउत ने कहा कि 'मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली की जनता का पूर्ण बहुमत है. बीजेपी ने यहां इतने चुनाव लड़े लेकिन वे पांच सीटें भी नहीं जीत सके. अब अरविंद केजरीवाल को अखिल भारतीय गठबंधन का समर्थन प्राप्त है. अरविंद केजरीवाल जैसा व्यक्तित्व जेल में रहकर भी दिल्ली की जनता की भलाई के लिए काम कर सकता है. क्योंकि, केजरीवाल को जनता ने चुना था, ईडी या सीबीआई ने नहीं, इसलिए अब जनता बीजेपी को जवाब देगी.
बिना नाम लिए पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राउत ने कहा कि 'कंस ने उन सभी को कारागार में डाल दिया जिनसे कंस डरता था, यहां तक कि देवताओं को भी. अंत में उस कारागार में कृष्ण का जन्म हुआ और उन्होंने कंस का वध किया. इस देश में भी यही स्थिति है. हमारे कंस मामा (पीएम मोदी) INDIA गठबंधन से डरते हैं, इसलिए वह उन लोगों को कारागार में डाल देते हैं.
वहीं, इलेक्ट्रोरल बांड को लेकर बीजेपी और अरविंदो फार्मा कंपनी को घेरते हुए राउत ने कहा कि अरविंदो फार्मा ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की मदद नहीं की है. इस कंपनी ने बीजेपी को सबसे ज्यादा पैसा दिया है, लेकिन गिरफ्तार कौन हुआ है?