नई दिल्ली: गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले सैम पित्रोदा को फिर से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. उनकी नियुक्ति तत्काल रूप से प्रभावी होगी. लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भारत की विविधता को लेकर उनकी गलत टिप्पणी पर विवाद होने के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों ने पित्रोदा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस की आलोचना की थी.
Sam Pitroda re-appointed as chairman of the Indian Overseas Congress with immediate effect pic.twitter.com/JZNb5P3PCD
— ANI (@ANI) June 26, 2024
पित्रोदा ने मई में एक इंटरव्यू में कहा था कि पूर्वोत्तर भारत में लोग चीनी जैसे दिखते हैं, उत्तर भारत में लोग शायद गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण में लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं. हालांकि, उन्होंने आगे कहा था कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. हम सभी भाई-बहन हैं. उनका कहना था कि भारत लोकतंत्र का शानदार उदाहरण है. यहां के लोग विभिन्न भाषाओं, विभिन्न धर्मों और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं.
Sam Pitroda is Rahul Gandhi’s mentor. Listen to his racist & divisive jibes for Indians.
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) May 8, 2024
Their whole ideology is about divide & rule. It's sickening to call fellow Indians Chinese and African.
Shame on Congress! pic.twitter.com/WDSYAuFbht
पित्रोदा की टिप्पणी से बैकफुट पर आ गई थी कांग्रेस
लेकिन चुनाव के बीच कांग्रेस नेता की रंगभेदी टिप्पणी को लेकर काफी हंगामा हुआ था. जिससे कांग्रेस बैकफुट पर आ गई थी और डैमेज कंट्रोल करते हुए सैम पित्रोदा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि भारत की विविधता को दर्शाने के लिए सैम पित्रोदा की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है. वहीं भाजपा ने पित्रोदा की टिप्पणी को 'नस्लवादी' करार दिया था. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था कि राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा का भारत, भारती संस्कृति, उसकी पहचान और भारत के लोगों की पहचान पर बयान बेहद आपत्तिजनक है. यह भारत के अस्तित्व से जुड़ा है.
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