तेजपुर: असम के दरंग जिले में प्रसिद्ध ओरंग नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में चौंकाने वाली घटना सामने आई है. नेशनल पार्क की सुरक्षा में तैनात एक वन रक्षक पर बुधवार शाम को रॉयल बंगाल टाइगर ने हमला कर दिया. बाद में वन रक्षक धनमणि डेका का शव और राइफल बरामद की गई. वहीं, इस घटना के बाद इलाके के लोग नरभक्षी बाघ को लेकर चिंतित हैं और खौफ के साये में रह रहे हैं.
बताया गया है कि बाघ ने पहले हमला किया और फिर वन रक्षक को घसीट कर ले गया. वन विभाग ने बुधवार देर रात नेशनल पार्क के काहिबारी कैंप के बाहर से गार्ड का शव बरामद किया. शव पर बाघ के हमले के निशान थे.
यह दुखद घटना नेशनल पार्क के बिलपार एंटी पोचिंग कैंप इलाके में हुई. ओरंग नेशनल पार्क के वन अधिकारी प्रदीप्त बरुआ ने बताया कि घटना नेशनल पार्क के मुख्य द्वार से महज एक किलोमीटर दूर हुई, जब मृतक गार्ड अपने एक साथी के साथ ड्यूटी पर था. गौर करने वाली बात यह है कि जैसे ही जवान गायब हुआ, बाघ की दहाड़ सुनाई दी. इससे यह साफ हो गया कि वन रक्षक धनमणि डेका पर बाघ ने हमला किया था.
पूरे पार्क में हाई अलर्ट जारी
ओरंग नेशनल पार्क के वन अधिकारी प्रदीप्त बरुआ ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि गश्त के दौरान अचानक एक रॉयल बंगाल टाइगर आया और डेका पर हमला कर उन्हें घने जंगल में खींच ले गया. घटना की जानकारी मिलते ही नेशनल पार्क के अधिकारियों ने लापता वन रक्षक की तलाश शुरू कर दी. इस घटना के तुरंत बाद वन विभाग ने पूरे पार्क में हाई अलर्ट जारी कर दिया तथा बाघ और लापता वन रक्षक को खोजने का अभियान चलाया गया. घंटों बाद वन रक्षक का शव बरामद किया गया.
यह भी पढ़ें- ईटीवी भारत के वरिष्ठ पत्रकार रतुल डेका का निधन, सड़क पर पड़ा मिला शव