शिवहर: राष्ट्रीय जनता दल ने शिवहर लोकसभा सीट से पूर्व आईएएस अरुण कुमार सिंह की पत्नी रितु जायसवाल को टिकट दिया है. रितु आरजेडी की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. उनका सामना बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद से होगा. यह मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है. इसकी एक वजह तो दो महिलाओं के बीच जंग होगी, दूसरी वजह इनके बीच आईएएस कनेक्शन भी है. रितु जायसवाल के पति जहां पूर्व आईएएस हैं, वहीं लवली आनंद के पति आईएएस की हत्या में सजा काटकर जेल से बाहर आए हैं.
जी कृष्णैया हत्याकांड में आनंद मोहन दोषी: शिवहर से जेडीयू कैंडिडेट लवली आनंद के पति आनंद मोहन गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या में उम्रकैद की सजा काटकर जेल से बाहर आए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेल मैनुअल में बदलाव कर उनको बाहर निकाला है. हालांकि इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. कभी भी इस पर निर्णय आ सकता है. आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद आरजेडी के टिकट पर 2020 में शिवहर से विधायक बने हैं. हालांकि हाल में ही उन्होंने पाला बदल लिया है.
रितु जायसवाल के पति हैं पूर्व आईएएस: वहीं आरजेडी प्रत्याशी रितु जायसवाल के पति अरुण कुमार सिंह आईएएस की नौकरी से रिटायरमेंट लेकर सीतामढ़ी में रहते हैं. वह फिलहाल सिंहवाहिणी पंचायत के मुखिया हैं. उनसे पहले खुद रितु वहां की सफल मुखिया रह चुकी हैं. राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपने विकास कार्यों से अपनी विशेष पहचान बनाई है. उनको कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं. 2020 में उन्होंने परिवार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था लेकिन सफलता नहीं मिली.
तेजस्वी की टीम की तेजतर्रार सदस्य हैं रितु: शिवहर से आरजेडी की प्रत्याशी बनाईं गईं रितु जायसवाल को लालू परिवार का बेहद भरोसेमंद माना जाता है. वह तेजस्वी यादव की युवा टीम की तेजतर्रार सदस्य हैं. यही वजह है कि पहले प्रवक्ता का पद मिला फिर उनको महिला प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.
रितु-लवली में जुबानी जंग: टिकट मिलने से पहले ही रितु जायसवाल ने लवली आनंद के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा था कि एक तरफ आईएएस के हत्यारे की पत्नी मैदान में है, दूसरी तरफ आईएएस की बीवी चुनाव लड़ रही है. अब लोगों को सही-गलत का फैसला लेना चाहिए कि किसे संसद भेजना है.
जातिगत समीकरण भी दिलचस्प: शिवहर में राजपूत, यादव, मुस्लिम और वैश्य जाति की अच्छी खासी आबादी है. लवली आनंद राजपूत समाज से आती हैं, जबकि रितु जायसवाल वैश्य बिरादरी से ताल्लुक रखती हैं. आरजेडी के कैंडिडेट होने के कारण उनको मुस्लिम और यादव का भी साथ मिल सकता है. वहीं बीजेपी ने वर्तमान सांसद और वैश्य समाज से आने वालीं रमा देवी का टिकट काट लिया है, जिस वजह से वैश्य समुदाय में एनडीए को लेकर नाराजगी है. ऐसे में रितु को लगता है कि उनको अपनी जाति का भरपूर समर्थन मिलेगा. उधर, लवली आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव जीतने का भरोसा है.
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