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आरजी कर मामला : हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों की हालत बिगड़ी, हालात चिंताजनक

RG Kar case : आरजी कर मामले पर जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल जारी है. इसमें अनिकेत महतो की हालत बिगड़ गई है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 3 hours ago

Junior doctors' hunger strike continues, Aniket Mahato's condition worsens
जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन जारी, अनिकेत महतो की हालत बिगड़ी (ETV Bharat)

कोलकाता: आरजी कर अस्पताल में प्रशिुक्षु महिला डॉक्टर के साथ रेप व हत्या की घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन गुरुवार को भी जारी रहा. जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल के 100 घंटे से अधिक का समय बीतने की वजह से जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो की हालत बिगड़ रही है. वहीं कई अन्य जूनियर डॉक्टरों की स्थिति गंभीर होती जा रही है. जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो की जान को खतरा धीरे-धीरे बढ़ रहा है.

इस संबंध में आरजी कर अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर सैकत नियोगी ने बताया, 'अनिकेत के पेशाब में कीटोन बॉडी पाई गई है. आम तौर पर यह चिंताजनक है, क्योंकि कीटोन बॉडी तभी पाई जाती है, जब शरीर में ग्लूकोज और ग्लाइकोजन खत्म हो जाता है. इसका मतलब है कि उसका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है. अगर ये कीटोन बॉडी शरीर में जमा हो जाती है, तो मरीज कभी भी कोमा में जा सकता है. कीटोन बॉडी मूल रूप से एक एसिड है. शरीर में इन कीटोन बॉडी की एक बूंद भी नहीं होनी चाहिए.'

गुरुवार की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, अनिकेत के पेशाब में तीन से ज्यादा कीटोन बॉडी पाई गई. ये कीटोन बॉडी शरीर में तब जमा होती हैं, जब ब्लड शुगर का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है, खासकर तब, जब खाना नहीं खाया जाता. लेकिन सिर्फ अनिकेत महतो ही नहीं, भूख हड़ताल पर बैठे बाकी 6 जूनियर डॉक्टरों की भी हालत बिगड़ती जा रही है. एसएसकेएम अस्पताल के पूर्व प्रोफेसर डॉक्टर आशिम मैती ने बताया, 'स्निग्धा और सायंतनी की हालत भी धीरे-धीरे बिगड़ रही है. उनका ब्लड प्रेशर अब एक बच्चे के बराबर हो गया है. साथ ही शरीर में सीबीजी यानी कैपिलरी ब्लड ग्लूकोज का स्तर भी कम हो रहा है. सीबीजी के 60 से नीचे चले जाने पर शरीर की हालत खराब हो जाती है. इसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है और मल्टी ऑर्गन फेलियर की स्थिति बन सकती है.'

गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टर पिछले शनिवार रात 8:30 बजे से धर्मतला में भूख हड़ताल पर हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने उनके 10 सूत्री मांगपत्र पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की है. उनके समर्थन में राज्य के कई मेडिकल कॉलेजों के वरिष्ठ डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा देकर राज्य सरकार पर दबाव बनाया है. मुख्य सचिव के साथ बैठक इससे पहले बुधवार रात मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ तीन घंटे की बैठक के बाद जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन से बाहर निकलने के बाद कहा कि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में पूजा के बाद बैठक होगी. बैठक में जूनियर डॉक्टरों के कुल 29 प्रतिनिधि शामिल हुए.

इस बारे में जूनियर डॉक्टर देबाशीष हलदर ने कहा, 'उनकी सद्भावना की कमी साफ तौर पर समझ में आ गई. मुख्य सचिव ने पिछले दिन पत्रकारों के सामने जो कहा, वही बात उन्होंने आज हमारे सामने कही. हम जानते हैं कि हमारी मांगें समय लेने वाली हैं. लेकिन, हमने निर्देश या समयसीमा मांगी. जहां मुख्य सचिव ने कहा, दुर्गा पूजा खत्म होने दीजिए, फिर उस पर चर्चा होगी. गुरुवार को जूनियर डॉक्टरों ने एक बार फिर मुख्य सचिव को ई-मेल कj कहा कि हम बुधवार की बैठक के बाद निराश हैं. हमने आपको पहले भी दो बार ई-मेल किया है. हमें लगा कि कल की बैठक में आप हमें कुछ नया बताएंगे. हमें कार्य प्रक्रिया के बारे में जानने का अधिकार है. हम जानना चाहते थे कि पहले सात दिनों में क्या काम हुआ. अब 23 दिन हो गए हैं और हमें कुछ भी पता नहीं है. हम अनुरोध करते हैं कि हमें सूचित किया जाए. हमें यह भी बताएं कि अस्पताल में क्या सुरक्षा उपाय किए गए हैं.

प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

वहीं जूनियर डॉक्टरों के मुख्य सचिव से मिलने से पहले, त्रिधारा सम्मिलनी पूजा मंडप के सामने कई प्रदर्शनकारियों ने पर्चे बांटे और नारे लगाए, जिनमें से एक पंडाल में 'आरजी कर के लिए न्याय' के नारे लगाए गए. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पूजा मंडप के सामने मौजूद कोलकाता पुलिस की वैन में कई लोगों को लालबाजार ले जाया गया. हालांकि, लालबाजार ने बताया कि कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'हमें संबंधित मंडप अधिकारियों से शिकायत मिली. फिर उन्हें शांतिपूर्वक जाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने विरोध किया. उन्हें एक वाहन में लालबाजार ले जाया गया.'

ये भी पढ़ें- आरजी कर अस्पताल : जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में 50 वरिष्ठ चिकित्सकों ने दिया इस्तीफा

कोलकाता: आरजी कर अस्पताल में प्रशिुक्षु महिला डॉक्टर के साथ रेप व हत्या की घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन गुरुवार को भी जारी रहा. जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल के 100 घंटे से अधिक का समय बीतने की वजह से जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो की हालत बिगड़ रही है. वहीं कई अन्य जूनियर डॉक्टरों की स्थिति गंभीर होती जा रही है. जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो की जान को खतरा धीरे-धीरे बढ़ रहा है.

इस संबंध में आरजी कर अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर सैकत नियोगी ने बताया, 'अनिकेत के पेशाब में कीटोन बॉडी पाई गई है. आम तौर पर यह चिंताजनक है, क्योंकि कीटोन बॉडी तभी पाई जाती है, जब शरीर में ग्लूकोज और ग्लाइकोजन खत्म हो जाता है. इसका मतलब है कि उसका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है. अगर ये कीटोन बॉडी शरीर में जमा हो जाती है, तो मरीज कभी भी कोमा में जा सकता है. कीटोन बॉडी मूल रूप से एक एसिड है. शरीर में इन कीटोन बॉडी की एक बूंद भी नहीं होनी चाहिए.'

गुरुवार की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, अनिकेत के पेशाब में तीन से ज्यादा कीटोन बॉडी पाई गई. ये कीटोन बॉडी शरीर में तब जमा होती हैं, जब ब्लड शुगर का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है, खासकर तब, जब खाना नहीं खाया जाता. लेकिन सिर्फ अनिकेत महतो ही नहीं, भूख हड़ताल पर बैठे बाकी 6 जूनियर डॉक्टरों की भी हालत बिगड़ती जा रही है. एसएसकेएम अस्पताल के पूर्व प्रोफेसर डॉक्टर आशिम मैती ने बताया, 'स्निग्धा और सायंतनी की हालत भी धीरे-धीरे बिगड़ रही है. उनका ब्लड प्रेशर अब एक बच्चे के बराबर हो गया है. साथ ही शरीर में सीबीजी यानी कैपिलरी ब्लड ग्लूकोज का स्तर भी कम हो रहा है. सीबीजी के 60 से नीचे चले जाने पर शरीर की हालत खराब हो जाती है. इसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है और मल्टी ऑर्गन फेलियर की स्थिति बन सकती है.'

गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टर पिछले शनिवार रात 8:30 बजे से धर्मतला में भूख हड़ताल पर हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने उनके 10 सूत्री मांगपत्र पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की है. उनके समर्थन में राज्य के कई मेडिकल कॉलेजों के वरिष्ठ डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा देकर राज्य सरकार पर दबाव बनाया है. मुख्य सचिव के साथ बैठक इससे पहले बुधवार रात मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ तीन घंटे की बैठक के बाद जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन से बाहर निकलने के बाद कहा कि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में पूजा के बाद बैठक होगी. बैठक में जूनियर डॉक्टरों के कुल 29 प्रतिनिधि शामिल हुए.

इस बारे में जूनियर डॉक्टर देबाशीष हलदर ने कहा, 'उनकी सद्भावना की कमी साफ तौर पर समझ में आ गई. मुख्य सचिव ने पिछले दिन पत्रकारों के सामने जो कहा, वही बात उन्होंने आज हमारे सामने कही. हम जानते हैं कि हमारी मांगें समय लेने वाली हैं. लेकिन, हमने निर्देश या समयसीमा मांगी. जहां मुख्य सचिव ने कहा, दुर्गा पूजा खत्म होने दीजिए, फिर उस पर चर्चा होगी. गुरुवार को जूनियर डॉक्टरों ने एक बार फिर मुख्य सचिव को ई-मेल कj कहा कि हम बुधवार की बैठक के बाद निराश हैं. हमने आपको पहले भी दो बार ई-मेल किया है. हमें लगा कि कल की बैठक में आप हमें कुछ नया बताएंगे. हमें कार्य प्रक्रिया के बारे में जानने का अधिकार है. हम जानना चाहते थे कि पहले सात दिनों में क्या काम हुआ. अब 23 दिन हो गए हैं और हमें कुछ भी पता नहीं है. हम अनुरोध करते हैं कि हमें सूचित किया जाए. हमें यह भी बताएं कि अस्पताल में क्या सुरक्षा उपाय किए गए हैं.

प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

वहीं जूनियर डॉक्टरों के मुख्य सचिव से मिलने से पहले, त्रिधारा सम्मिलनी पूजा मंडप के सामने कई प्रदर्शनकारियों ने पर्चे बांटे और नारे लगाए, जिनमें से एक पंडाल में 'आरजी कर के लिए न्याय' के नारे लगाए गए. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पूजा मंडप के सामने मौजूद कोलकाता पुलिस की वैन में कई लोगों को लालबाजार ले जाया गया. हालांकि, लालबाजार ने बताया कि कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'हमें संबंधित मंडप अधिकारियों से शिकायत मिली. फिर उन्हें शांतिपूर्वक जाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने विरोध किया. उन्हें एक वाहन में लालबाजार ले जाया गया.'

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