भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे हैं. इधर, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मध्यप्रदेश के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी व पूर्व डीजी मैथिलीशरण गुप्त ने उतरने का ऐलान किया है. खास बात ये है कि पूर्व डीजी मैथिलीशरण गुप्त ने उत्तर प्रदेश की वारारणी लोकसभा सीट के अलावा दो और लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. गुप्त वाराणसी के अलावा भोपाल और झांसी से भी लोकसभा चुनाव में ताल ठोकेंगे.
पीएम मोदी से मैथिलीशरण गुप्त ने ये मांग की थी
गौरतलब है कि रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी मैथिलीशरण गुप्त मध्यप्रदेश के डीजी पद से 2021 में सेवानिवृत्त हुए हैं. रिटायर्ड होने के बाद वह अपराध मुक्त भारत अभियान तला रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी मैथिलीशरण गुप्त ने कहा "मैंने 6 माह पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर निवेदन किया था कि अपराध मुक्त भारत के अभियान को भारत सरकार समर्थन करे. इसके लिए मैंने जो मॉडल, टेक्नोलॉजी और 21 टास्क बताए हैं, उसे सरकार लागू करे और सरकार इसकी कमान कैबिनेट रैंक के साथ मुझे सौंपी जाए, इससे देश पूरी तरह अपराध मुक्त हो जाएगा."
गुप्त बोले- क्राइम फ्री भारत के अभियान के लिए ये बढ़ते कदम
मैथिलीशरण गुप्त कहते हैं "पीएम मोदी ने मेरे प्रस्ताव पर ध्यान नहीं दिया. मेरी बात नहीं सुनी गई. लेकिन अब मोदी जी को अफसोस होगा. मैंने तीन लोकसभा सीटों से एक साथ चुनाव लड़ने का मन बनाया है. पहला भोपाल लोकसभा सीट से, क्योंकि भोपाल में मैंने एडीशनल एसपी से लेकर डीजी तक अपनी सेवाएं दी हैं, यह मेरा कर्म क्षेत्र रहा है. दूसरा झांसी लोकसभा सीट से, क्योंकि यह मेरी जन्म स्थली रही है और यहां मेरा खूब सम्मान है. तीसरा मैं वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लडूंगा, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने मेरी बात नहीं मानी. जिस तरह सरकार भगत सिंह ने अपनी ओर ध्यान आकर्षित कराने के लिए असेंबली में बम फेंका था, उसी तरह मैं भी क्राइम फ्री भारत के अभियान की ओर सरकार का ध्यान क्रेंद्रित करने के लिए तीन स्थानों से चुनाव लड़ रहा हूं."
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मुस्लिम समाज पर दो साल पहले की थी विवादास्पद टिप्पणी
गौरतलब है कि जनवरी 2022 में मैथिलीशरण गुप्त उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने मुस्लिमों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. मध्यप्रदेश के आईपीएस एसोसिएशन के वाट्सएप ग्रुप पर गुप्त ने देश की बर्बादी के लिए मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि इस मैसेज को लेकर उस समय के डीजीपी विवेक जौहरी ने गुप्त को ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. बता दें कि कांग्रेस ने वाराणसी से अजय राय को मैदान में उतारा है. यहां से बसपा का कोई प्रत्याशी अभी तक घोषित नहीं हुआ है. वहीं, किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं.