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'जनादेश का सम्मान करें,कोई जुगाड़ न करें', जम्मू कश्मीर चुनाव परिणाम पर उमर अब्दुल्ला का BJP को संदेश

शुरुआती रुझानों से पता चलता है कि उमर अब्दुल्ला गंदेरबल और बडगाम दोनों सीटों पर आगे चल रहे हैं.

उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 8, 2024, 11:16 AM IST

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज विधानसभा चुनाव लड़ रहे सभी दलों से आग्रह किया कि उन्हें जनादेश का सम्मान करना चाहिए और कोई चाल नहीं चलनी चाहिए. अब्दुल्ला की पार्टी जम्मू-कश्मीर नेशनल कांग्रेस फिलहाल 46 सीटों पर आगे है, जो राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी आधे से एक ज्यादा है.

मतगणना शुरू होने के कुछ मिनट बाद पत्रकारों से बात करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने जोर देकर कहा कि चुनाव के नतीजे दोपहर तक ही स्पष्ट होंगे और सभी दलों को इसका सम्मान करना चाहिए.

'BJP को कोई जुगाड़ नहीं करना चाहिए'
अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा, "हमें उम्मीद है कि हम जीतेंगे. जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने फैसला कर लिया है और आज दोपहर तक हमें इसका पता चल जाएगा." उन्होंने कहा, "पारदर्शिता होनी चाहिए. अगर लोगों का जनादेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ है, तो उन्हें कोई चाल नहीं चलनी चाहिए. बीजेपी को कोई 'जुगाड़' या कुछ और नहीं करना चाहिए."

दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में दो गंदेरबल और बडगाम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और शुरुआती रुझानों से पता चलता है कि वे दोनों सीटों पर आगे चल रहे हैं. गंदेरबल लंबे समय से नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रहा है, जहां अब्दुल्ला परिवार की तीन पीढ़ियां चुनाव जीत चुकी हैं.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने 1977 में यह सीट जीती थी, उसके बाद उनके बेटे फारूक अब्दुल्ला ने 1983, 1987 और 1996 में जीत हासिल की थी. वहीं,​उमर अब्दुल्ला भी 2008 में इस निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे. उन्होंने 1998 में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले उमर लोकसभा में श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.

'कांग्रेस के साथ गठबंधन सफल रहेगा'
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन चुनावों में सफल रहेगा. उन्होंने कहा, "हमें जीत की उम्मीद है, लेकिन बाकी सब भगवान के हाथ में है. हमें दोपहर तक पता चल जाएगा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने क्या फैसला किया है."

उपराज्यपाल द्वारा पांच विधायकों के नामांकन के प्रावधान के बारे में पूछे जाने पर, तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन को निर्वाचित सरकार की सलाह का इंतजार करना चाहिए.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में किसकी बनेगी सरकार? फारूक अब्दुल्ला बोले, "प्रतिद्वंदी PDP से समर्थन लेने में कोई आपत्ति नहीं"

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज विधानसभा चुनाव लड़ रहे सभी दलों से आग्रह किया कि उन्हें जनादेश का सम्मान करना चाहिए और कोई चाल नहीं चलनी चाहिए. अब्दुल्ला की पार्टी जम्मू-कश्मीर नेशनल कांग्रेस फिलहाल 46 सीटों पर आगे है, जो राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी आधे से एक ज्यादा है.

मतगणना शुरू होने के कुछ मिनट बाद पत्रकारों से बात करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने जोर देकर कहा कि चुनाव के नतीजे दोपहर तक ही स्पष्ट होंगे और सभी दलों को इसका सम्मान करना चाहिए.

'BJP को कोई जुगाड़ नहीं करना चाहिए'
अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा, "हमें उम्मीद है कि हम जीतेंगे. जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने फैसला कर लिया है और आज दोपहर तक हमें इसका पता चल जाएगा." उन्होंने कहा, "पारदर्शिता होनी चाहिए. अगर लोगों का जनादेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ है, तो उन्हें कोई चाल नहीं चलनी चाहिए. बीजेपी को कोई 'जुगाड़' या कुछ और नहीं करना चाहिए."

दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में दो गंदेरबल और बडगाम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और शुरुआती रुझानों से पता चलता है कि वे दोनों सीटों पर आगे चल रहे हैं. गंदेरबल लंबे समय से नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रहा है, जहां अब्दुल्ला परिवार की तीन पीढ़ियां चुनाव जीत चुकी हैं.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने 1977 में यह सीट जीती थी, उसके बाद उनके बेटे फारूक अब्दुल्ला ने 1983, 1987 और 1996 में जीत हासिल की थी. वहीं,​उमर अब्दुल्ला भी 2008 में इस निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे. उन्होंने 1998 में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले उमर लोकसभा में श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.

'कांग्रेस के साथ गठबंधन सफल रहेगा'
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन चुनावों में सफल रहेगा. उन्होंने कहा, "हमें जीत की उम्मीद है, लेकिन बाकी सब भगवान के हाथ में है. हमें दोपहर तक पता चल जाएगा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने क्या फैसला किया है."

उपराज्यपाल द्वारा पांच विधायकों के नामांकन के प्रावधान के बारे में पूछे जाने पर, तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन को निर्वाचित सरकार की सलाह का इंतजार करना चाहिए.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में किसकी बनेगी सरकार? फारूक अब्दुल्ला बोले, "प्रतिद्वंदी PDP से समर्थन लेने में कोई आपत्ति नहीं"

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