हरिद्वार: धामी सरकार उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करने की तैयारी में है. जिसका हरिद्वार में मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने विरोध किया है. हरिद्वार के मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं ने सरकार पर मजहबी आजादी छीनने का आरोप लगाया है. UCC की कड़े शब्दों में निंदा की करते हुए मुस्लिम धर्म गुरू मौलाना आरिफ ने कहा उत्तराखंड सरकार कई साल से UCC कानून को लाने के लिए चर्चा कर रही है. उन्होंने कहा इस मुल्क में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी धर्म के लोग रहते हैं. सभी को जिंदगी गुजारने का हक है. इस कानून को प्रदेश के अंदर जबरदस्ती लागू किया जा रहा है. मुस्लिम समाज की बातों को नजर अंदाज किया जा रहा है. मुस्लिम समुदाय से जुड़े ज्वालापुर मस्जिद के मौलाना ने भी इस कानून की निंदा की है.
बता दें UCC का ड्राफ्ट आज कमेटी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दिया है. जिस पर हरिद्वार स्थित जामा मस्जिद के प्रबंधक और मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध किया. उन्होंने कहा मुस्लिम समाज के करीब 700 लोगों ने एक पत्र के माध्यम से इस कानून को लागू ना किये जाने की बात कही थी. मुस्लिम धर्म गुरुओं ने कहा मुसलमान की राय को बिल्कुल दरकिनार करते हुए इस कानून को लाया जा रहा है.
कलियर में भी इससे जुड़ी हुई कई मीटिंग हुई. जिसमें मुसलमान भाइयों ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा अलग-अलग मौजूं में अलग-अलग तरह से धर्म को माना जाता है. जिसमें मुस्लिम सिख और ईसाई धर्म भी हैं. हमारा भारत देश शुरू से ही सब को एक साथ जोड़कर चलने वाला देश रहा है. यहां पर हिंदू मुस्लिम की एकता देखने को मिलती है. अन्य धर्मों का भी सभी लोग आदर करते हैं. मुस्लिम धर्म गुरुओं ने कहा यूनिफॉर्म सिविल कोड को किसी पर जबरदस्ती थोपना गलत है.
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