रायपुर: देश में हाल के दिनों में कई बड़े नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से लेकर छत्तीसगढ़ के बस्तर तक और आंध्रा से लेकर ओडिशा तक इन राज्यों में नक्सल ऑपरेशन में फोर्स ने कई नक्सलियों को मौत के घाट उतारा है. नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए यह ऑपरेशन देश के बड़े ऑपरेशनों में शामिल हो गए जो लाल आतंक के खिलाफ रहे हैं.
17 जुलाई 2024 गढ़चिरौली एनकाउंटर: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 17 जुलाई को 6 घंटे तक नक्सल ऑपरेशन चला. इसमें 12 नक्सली मारे गए और कई स्वचालित हथियार बरामद किए गए.
16 अप्रैल 2024 कांकेर नक्सल एनकाउंटर: 16 अप्रैल 2024 को कांकेर और गढ़चिरौली की सीमा पर बड़ा नक्सल एनकाउंटर हुआ. इस ऑपरेशन में फोर्स ने 29 नक्सलियों को मार गिराया. मृतकों में वरिष्ठ कमांडर शंकर राव, ललिता और विनोद गावड़े शामिल थे. जिनके ऊपर कुल 24 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
13 नवंबर 2021 गढ़चिरौली में ऑपरेशन: 13 नवंबर 2021 को गढ़चिरौली में नक्सल ऑपरेशन को फोर्स ने अंजाम दिया. इस एनकाउंटर में 26 नक्सली मारे गए. गढ़चिरौली के धनोरा गांव में यह ऑपरेशन महाराष्ट्र पुलिस की टीम ने अंजाम दिया.
23 अप्रैल 2018 गढ़चिरौली में हुए दो एनकाउंटर: इस दिन गढ़चिरौली में दो एनकाउंटर हुए. दोनों ऑपरेशन में कुल 40 नक्सली मारे गए. एटापल्ली तहसील के बोरिया-कसनासुर इलाके में 34 माओवादी मारे गए, जबकि अहेरी तहसील में भागते समय इसी समूह के छह माओवादियों को मार गिराया गया.
24 से 27 अक्टूबर 2016, मलकानगिरी में ऑपरेशन: साल 2016 में 24 से 27 अक्टूबर के बीच नक्सल ऑपरेशन चला. यह सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन था. इसमें चित्रकोंडा बांध के पास पूर्वी घाट के अंदरूनी इलाकों में 30 नक्सली मारे गए. ओडिशा पुलिस के साथ आंध्र प्रदेश के ग्रेहाउंड्स द्वारा संयुक्त रूप से संचालित यह अभियान 24 अक्टूबर को रामगुड़ा से शुरू हुआ था.
21 नवंबर 2014: इस दिन छत्तसीगढ़ के सुकमा में कुल 15 नक्सली मारे गए. जबकि 25 अन्य नक्सली घायल हुए. इस बात का दावा उस समय सीआरपीएफ के तत्कालीन आईजी एचएस सिद्दू ने किया था. सुकमा जिले के चिंताफुआ और कासलपारा क्षेत्र के पास यह कार्रवाई हुई थी.
29 जून 2012: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में घने जंगलों में रात भर फोर्स और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुआ. इसमें एक महिला सहित 20 नक्सली मारे गए. इस ऑपरेशन में 6 जवान घायल हो गए. यह नक्सल ऑपरेशन सिलगेर के जंगलों में हुआ.
10 जुलाई 2007: 10 जुलाई 2007 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के जंगल में बड़ी मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में 20 माओवादी मारे गए और 9 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
छत्तीसगढ़ बीते कई दशकों से नक्सलवाद से जूझ रहा है. प्रदेश में कई सरकारें आईं और गई लेकिन छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग को नक्सलवाद से मुक्ति नहीं मिल पाई. नक्सलवाद से जंग को लेकर कई तरह की रणनीति बनती रही है. केंद्र की मोदी सरकार वर्तमान में नक्सलवाद के प्रति सख्त होने का दावा कर रही है. अभी हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि साल 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त कर देंगे