पुरी: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षक डीबी गरनायक ने बुधवार को बताया कि पुरी श्री जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार 8 जुलाई को खोला जाएगा. गरनायक के अनुसार, 8 जुलाई को निरीक्षण किया जाएगा. कोर कमेटी और तकनीकी कमेटी की मौजूदगी में रत्न भंडार खोला जाएगा.
गरनायक ने कहा कि '2018 की रिपोर्ट के अनुसार, निरीक्षण किया गया और दरारें देखी गईं, कुछ पत्थर गिर गए थे और कुछ लोहे की छड़ें गायब थीं. स्थिति अच्छी नहीं थी. लेजर स्कैनिंग में बाहरी दीवार और जोड़ों में दरारें पाई गईं थीं. इन दरारों से बारिश का पानी अंदर आ सकता है.'
आरोप है कि मानसून के मौसम में रत्न भंडार के अंदर पानी का रिसाव होता था. श्रीमंदिर समिति के सदस्य सुदर्शन पटनायक ने इस पर आश्चर्य व्यक्त किया.
पटनायक ने कहा कि 'समिति ने 2018 में निरीक्षण किया था और रिसाव तथा अन्य मुद्दों के बारे में रिपोर्ट दी थी. अब छह साल बीत चुके हैं और जब पता चला कि रत्न भंडार में कुछ समस्या है, तो एएसआई द्वारा पत्र लिखे जाने के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया. अब लेजर स्कैनिंग में भी रत्न भंडार में दरारें पाई गई हैं.'
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक वीर विक्रम यादव ने कहा कि 'राज्य सरकार ने एक समिति गठित की है और सिफारिश के आधार पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.'
रत्न भंडार खोलने पर अभी कोई निर्णय नहीं : हरिचंदन
ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि रत्न भंडार खोलने पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने एएसआई के बयान को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि एक एएसआई अधिकारी ने मामले पर अपनी गलती को छिपाने के लिए भ्रम पैदा किया. संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.