रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने बाजी मार ली है. इस बार इंडिया ब्लॉक के दलों ने प्रदेश के सभी प्रमंडलों में अपनी जीत का परचम लहराया है. वहीं उन्होंने एनडीए के साथ-साथ भाजपा को भी तगड़ा झटका दिया है.
ये चुनावी समर राजद के लिए बेहद खास रहा, इस पार्टी ने झारखंड में अपनी पकड़ मजबूत की है. वहीं बिहार उपचुनाव में राजद को हार का सामना करना पड़ा, तीन सीटों पर उन्हें मुंह की खानी पड़ी. हालांकि झारखंड में मिली जीत से शायद बिहार उपचुनाव के नतीजों से मिले जख्मों पर मरहम जरूर लगाया जा सकता है.
झारखंड की राजनीति में राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी खोयी हुई जमीन पाने में कदम आगे बढ़ाया है और ये बढ़त एक सीट से चलकर 4 सीटों पर आ गयी है. इस चुनाव में राजद ने कुल 6 प्रत्याशियों को मैदान में उतारे. जिसमें चार प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में लालटेन की रोशनी बिखेरने में कामयाब रहे. जीतने वाले प्रत्याशियों में देवघर से सुरेश पासवान, गोड्डा से संजय प्रसाद यादव, बिश्रामपुर से नरेश प्रसाद सिंह और हुसैनाबाद से संजय कुमार सिंह यादव का नाम शामिल है. वहीं कोडरमा से सुभाष यादव और चतरा से रश्मि प्रकाश हार गये.
2019 में कहां था राजद
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में राष्ट्रीय जनता दल ने सिर्फ चतरा सीट जीती थी. यहां सत्यानंद भोक्ता ने भाजपा के जनार्दन पासवान को हराया था. वहीं बरकट्ठा सीट पर प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई थी. देवघर एससी सीट पर सुरेश पासवान ने टक्कर दी और वे काफी कम अंतर से भाजपा के नारायण दास से हार गये. वहीं गोड्डा में राजद के संजय प्रसाद यादव का भाजपा के अमित मंडल से मुकाबला हुआ. लेकिन राजद नेता 4 हजार 512 वोट के अंतर से हार गये. कोडरमा सीट पर राजद प्रत्याशी अमिताभ कुमार और भाजपा की नीरा यादव के बीच कांटे की टक्कर हुई. यहां नीरा यादव महज 1 हजार 797 वोट से अपनी सीट बचा पाईं.
साल 2019 में राजद ने बरकट्ठा सीट से खालिद खलील को टिकट दिया था पर यहां उनकी जमानत जब्त हो गयी. इस सीट पर अमित यादव बतौर निर्दलीय जीते. इस चुनाव में राजद प्रत्याशी को महज 4 हजार 867 वोट मिले थे. एससी के लिए रिजर्व छतरपुर में राजद ने अजय कुमार को मैदान में उतारा लेकिन उन्हें भाजपा की पुष्पा देवी ने बड़े मार्जिन से हराया. हुसैनाबाद में राजद के संजय कुमार यादव को 31 हजार 444 वोट मिले थे. उन्हें एनसीपी के कमलेश कुमार सिंह ने 9 हजार 849 वोट के अंतर से हराया.
सीट शेयरिंग पर नाराज था राजद, हुआ था हाई वोल्टेज ड्रामा
झारखंड में चुनाव की घोषणा के बाद इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पाई थी. इसको लेकर बैठकों का दौर चला लेकिन 19 अक्टूबर को उस वक्त प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया, जब सीएम हेमंत सोरेन और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने एक साथ मीडिया से मुखातिब होते हुए ऐलान किया कि झामुमो और कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी 11 सीटें उन्होंने इंडिया ब्लॉक के बाकी दलों के छोड़ी हैं.
इसके बाद तेजस्वी यादव रांची आए, हेमंत सोरेन के साथ उनकी बैठक हुई. इस बीच दोनों नेताओं में गहन मंथन हुआ लेकिन उस दिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया. इसके बाद 20 अक्टूबर को झामुमो और कांग्रेस से नाराज होकर राजद नेताओं ने प्रेस वार्ता की. जिसमें पार्टी नेता मनोज झा ने गठबंधन में शामिल झामुमो और कांग्रेस के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए झारखंड की 19 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की बात कही.
तेजस्वी यादव के बिहार लौटने और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव कमलेश महतो के दिल्ली जाने तक इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर काफी ऊहापोह की स्थिति बनी रही. दिल्ली से लौटने के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने रांची एयरपोर्ट पर मीडिया के साथ बात करते हुए कहा कि अब सबकुछ शांत हो गया है, कहीं भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं है. इसके बाद 22 अक्टूबर को राजद ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने 6 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी. जिसमें अब 4 प्रत्याशी जीतने में सफल हुए.
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