नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय रूस की यात्रा पर जाएंगे. इस दौरान वह रूस के मास्को में सैन्य तकनीकी सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (आईआरआईजीसी-एमएंडएमटीसी) की 21वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे. उनकी यात्रा 8 से 10 दिसंबर के बीच है.
रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस यात्रा के दौरान, राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री आंद्रे बेलौसोव 10 दिसंबर को मास्कों में बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे. दोनों नेता रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की समीक्षा करेंगे. इसमें सैन्य-से-सैन्य और औद्योगिक सहयोग शामिल है.
वे आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. इस यात्रा के हिस्से के रूप में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 09 दिसंबर 2024 को यंत्र शिपयार्ड, कलिनिनग्राद में भारतीय नौसेना के नवीनतम बहु-भूमिका वाले स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट 'आईएनएस तुशील' को भी कमीशन करेंगे.
विज्ञप्ति में बताया गया है कि नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी कमीशनिंग समारोह के लिए राजनाथ सिंह के साथ रहेंगे. इसके अलावा रक्षा मंत्री द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मारे गए सोवियत सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मॉस्को में 'अज्ञात सैनिक की समाधि' पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
वह भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले वर्ष वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने वाले हैं तथा इसकी तारीखें राजनयिक माध्यमों से तय की जाएंगी.
रूस के साथ हमारी वार्षिक शिखर बैठकों की व्यवस्था है. पिछली वार्षिक शिखर बैठक मास्को में हुई थी, जिसके लिए प्रधानमंत्री मास्को गए थे.' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, 'अगला सम्मेलन अगले साल भारत में आयोजित किया जाएगा. इसके लिए तारीखें राजनयिक चैनलों के माध्यम से तय की जाएंगी. क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने 2 दिसंबर को कहा कि राष्ट्रपति पुतिन को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से भारत आने का निमंत्रण मिला है और उनकी यात्रा की तारीखें 2025 की शुरुआत में तय की जाएंगी.