ETV Bharat / bharat

केरल में बारिश ने दिखाया खौफनाक मंजर! सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त, इन जिलों के लिए अलर्ट जारी - Weather Update Rainfall in Kerala

Rains disrupt life in Kerala:केरल में भारी के कारण तबाही मच गई है. आईएमडी ने कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों को रेड अलर्ट के तहत रखा है. खबर के मुताबिक कोच्चि में बादल फटने की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. समुद्र में उठने वाली ऊंची लहरों के कारण मछली पकड़ने वाले जहाजों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है. वहीं, आपात स्थिति से निपटने के लिए हजारों की संख्या में राहत शिविर खोलने के लिए कदम भी उठाए जा रहे हैं.

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 28, 2024, 7:43 PM IST

Updated : May 28, 2024, 7:54 PM IST

Etv Bharat
प्रतीकात्मक तस्वीर (ANI)

एर्नाकुलम: केरल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खबर के मुताबिक, सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों को रेड अलर्ट के तहत रखा है. आईएमडी अपडेट के अनुसार, पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा और इडुक्की में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था, जबकि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और कोझिकोड को येलो अलर्ट के तहत रखा गया था. भारी बारिश के कारण कोच्चि के बंदरगाह शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ का पानी सैकड़ों घरों में घुस गया. भारी बारिश के बाद इडुक्की जिले में मलंकारा बांध के चार शटर खोल दिए गए हैं. केरल के राजस्व मंत्री ने बताया कि, हालात से निपटने के लिए दक्षिणी राज्य में 3,597 राहत शिविर खोलने के लिए कदम उठाए गए हैं. वहीं, प्रख्यात मलयालम लेखिका एम लीलावती का घर भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है.

बारिश से उत्पन्न इस खतरनाक मंजर पर विशेषज्ञों आशंका जताई है कि, कोच्चि बंदरगाह, खासकर कलामस्सेरी इलाके में हुई मूसलाधार बारिश की बड़ी वजह बादल का फटना हो सकता है. सुबह से लगातार हो रही बारिश के कारण कोच्चि और आस-पास के इलाकों में कई तंग गलियां और व्यस्त सड़कें जलमग्न हो गईं. सड़कों पर पानी भर जाने के कारण बंदरगाह शहर के कई इलाकों में लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सके. भारी बारिश के कारण राजमार्गों पर वाहनों की गति धीमी पड़ गई. केरल के अन्य इलाकों में हुई भारी बारिश की बात करें तो, कक्कानाड-इन्फोपार्क और अलुवा-एडापल्ली इलाकों में जलभराव के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. कोच्चि के थोप्पुम्पडी में तो भारी बारिश के कारण एक सरकारी बस पर एक विशाल पेड़ गिर गया. हालांकि, बस में बैठे सभी यात्री बाल-बाल बच गए.

केरल में लेखिका का घर बाढ़ में डूबा
राज्य में भारी बारिश की वजह से प्रख्यात मलयालम लेखिका और साहित्यिक आलोचक एम लीलावती का घर भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया. लेखिका का घर कलामस्सेरी में स्थित है. केरल के बंदरगाह शहर में लगातार हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ का पानी दो मंजिला इमारत में घुस गया. जिसके कारण घर में रखे सैकड़ों किताबें, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और रसोईघर के बर्तन पानी में बह गए. खबर के मुताबिक, भारी बारिश की वजह से 96 साल की लेखिका लीलावती के घर के अलग-अलग कमरों और रैक पर रखी किताबें और पत्रिकाएं, भेंट की गई शील्ड पानी में तैरती हुई पाई गई. लेखिका के करीबी सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही इलाके में बारिश तेज हुई, लीलावती अपने बेटे के घर चली गईं.

लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
बता दें कि, केरल के कई हिस्सों में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हुई, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम और एर्नाकुलम जैसे दक्षिण और मध्य जिलों को मुख्य रूप से लगातार बारिश का खामियाजा भुगतना पड़ा. भारी बारिश के कारण गांवों और शहरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई. इतना ही नहीं, बारिश के कारण काफी घरों को नुकसान पहुंचा, पेड़ उखड़ गए और तालाब और अन्य जलश्रोत ओवरफ्लो हो गए.

मलंकारा बांध के चार शटर खोले गए
वहीं, जिला अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के बाद इडुक्की जिले में मलंकारा बांध के चार शटर खोल दिए गए हैं. भारी बारिश के कारण कोट्टायम जिले में एराट्टुपेट्टा और वागामोन रोड पर भूस्खलन हुआ जिससे यातायात प्रभावित रहा. वहीं, राजधानी तिरुवनंतपुरम के शहर और ग्रामीण इलाकों में सोमवार रात से भारी बारिश हो रही है. पास के नेय्यत्तिनकारा में, हवाओं के साथ भारी बारिश के दौरान एक पेड़ उखड़कर गिर जाने से एक घर को भारी नुकसान पहुंचा है. भारी बारिश के कहर से जिले के ऊंचे इलाकों में स्थित नेदुमंगडु, नेय्याट्टिनकारा, कट्टक्कडा और अंबूरी इलाकों में जनजीवन प्रभावित रहा. स्थानीय लोगों के अनुसार, वर्कला के पास पापनासम में प्रसिद्ध बाली मंडपम के पीछे एक पहाड़ी का एक हिस्सा भारी बारिश के कारण ढह गया. खराब मौसम के बाद हिल स्टेशन पोनमुडी में इको-पर्यटन केंद्र बंद कर दिया गया. जिला अधिकारियों के मुताबिक तिरुवनंतपुरम के ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश की वजह से अरुविक्कारा बांध के शटर 90 सेमी तक बढ़ा दिए गए हैं. आशंका है कि, शटर को 150 सेमी तक ऊपर उठाया जा सकता है. जिसको लेकर आस-पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

समुद्र का रौद्र रूप
वहीं तटीय इलाकों में स्थिति काफी नाजुक है. समुद्र में लहरें हिलोरे मार रही है, जिससे मछली पकड़ने वाले जहाजों और मछुआरों के लिए खतरा पैदा हो गया. जानकारी के मुताबिक, मुथलापोझी में मछली पकड़ने वाली बस्ती के तट पर नाव पलटने की दो घटनाएं भी सामने आईं हैं. एक घटना में, आज सुबह ऊंची ज्वारीय लहरों के कारण नाव पलट जाने से एक मछुआरे की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि तीन अन्य लोग भी समुद्र में गिर गए थे, उन्हें बचाया गया और नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.

वहीं केरल सरकार भारी बारिश पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है. राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि मध्य केरल क्षेत्र में भारी बारिश हुई और अकेले एर्नाकुलम जिले के पल्लुरुथी क्षेत्र में डेढ़ घंटे में 95 मिमी बारिश हुई. उन्होंने बताया कि कलामस्सेरी में डेढ़ घंटे में 57 मिमी बारिश हुई. उन्होंने कहा कि बारिश से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए दक्षिणी राज्य में 3,597 राहत शिविर खोलने के लिए कदम उठाए गए हैं. सरकार आपात स्थिति में ऐसे शिविर स्थापित करने की तैयारी कर रही है, जिनमें पांच लाख से अधिक लोग रह सकते हैं.

बता दें कि, रेड अलर्ट 24 घंटों में 20 सेमी से अधिक की भारी से अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट 11 सेमी से 20 सेमी की भारी बारिश पर दिया जाता है. वैसे ही येलो अलर्ट तब जारी किया जाता है जब 6 सेमी और 11 सेमी के बीच भारी बारिश होती है.

ये भी पढ़ें: केरल में मूसलाधार बारिश 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, दिल्ली सुबह से गर्म

एर्नाकुलम: केरल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खबर के मुताबिक, सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों को रेड अलर्ट के तहत रखा है. आईएमडी अपडेट के अनुसार, पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा और इडुक्की में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था, जबकि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और कोझिकोड को येलो अलर्ट के तहत रखा गया था. भारी बारिश के कारण कोच्चि के बंदरगाह शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ का पानी सैकड़ों घरों में घुस गया. भारी बारिश के बाद इडुक्की जिले में मलंकारा बांध के चार शटर खोल दिए गए हैं. केरल के राजस्व मंत्री ने बताया कि, हालात से निपटने के लिए दक्षिणी राज्य में 3,597 राहत शिविर खोलने के लिए कदम उठाए गए हैं. वहीं, प्रख्यात मलयालम लेखिका एम लीलावती का घर भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है.

बारिश से उत्पन्न इस खतरनाक मंजर पर विशेषज्ञों आशंका जताई है कि, कोच्चि बंदरगाह, खासकर कलामस्सेरी इलाके में हुई मूसलाधार बारिश की बड़ी वजह बादल का फटना हो सकता है. सुबह से लगातार हो रही बारिश के कारण कोच्चि और आस-पास के इलाकों में कई तंग गलियां और व्यस्त सड़कें जलमग्न हो गईं. सड़कों पर पानी भर जाने के कारण बंदरगाह शहर के कई इलाकों में लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सके. भारी बारिश के कारण राजमार्गों पर वाहनों की गति धीमी पड़ गई. केरल के अन्य इलाकों में हुई भारी बारिश की बात करें तो, कक्कानाड-इन्फोपार्क और अलुवा-एडापल्ली इलाकों में जलभराव के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. कोच्चि के थोप्पुम्पडी में तो भारी बारिश के कारण एक सरकारी बस पर एक विशाल पेड़ गिर गया. हालांकि, बस में बैठे सभी यात्री बाल-बाल बच गए.

केरल में लेखिका का घर बाढ़ में डूबा
राज्य में भारी बारिश की वजह से प्रख्यात मलयालम लेखिका और साहित्यिक आलोचक एम लीलावती का घर भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया. लेखिका का घर कलामस्सेरी में स्थित है. केरल के बंदरगाह शहर में लगातार हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ का पानी दो मंजिला इमारत में घुस गया. जिसके कारण घर में रखे सैकड़ों किताबें, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और रसोईघर के बर्तन पानी में बह गए. खबर के मुताबिक, भारी बारिश की वजह से 96 साल की लेखिका लीलावती के घर के अलग-अलग कमरों और रैक पर रखी किताबें और पत्रिकाएं, भेंट की गई शील्ड पानी में तैरती हुई पाई गई. लेखिका के करीबी सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही इलाके में बारिश तेज हुई, लीलावती अपने बेटे के घर चली गईं.

लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
बता दें कि, केरल के कई हिस्सों में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हुई, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम और एर्नाकुलम जैसे दक्षिण और मध्य जिलों को मुख्य रूप से लगातार बारिश का खामियाजा भुगतना पड़ा. भारी बारिश के कारण गांवों और शहरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई. इतना ही नहीं, बारिश के कारण काफी घरों को नुकसान पहुंचा, पेड़ उखड़ गए और तालाब और अन्य जलश्रोत ओवरफ्लो हो गए.

मलंकारा बांध के चार शटर खोले गए
वहीं, जिला अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के बाद इडुक्की जिले में मलंकारा बांध के चार शटर खोल दिए गए हैं. भारी बारिश के कारण कोट्टायम जिले में एराट्टुपेट्टा और वागामोन रोड पर भूस्खलन हुआ जिससे यातायात प्रभावित रहा. वहीं, राजधानी तिरुवनंतपुरम के शहर और ग्रामीण इलाकों में सोमवार रात से भारी बारिश हो रही है. पास के नेय्यत्तिनकारा में, हवाओं के साथ भारी बारिश के दौरान एक पेड़ उखड़कर गिर जाने से एक घर को भारी नुकसान पहुंचा है. भारी बारिश के कहर से जिले के ऊंचे इलाकों में स्थित नेदुमंगडु, नेय्याट्टिनकारा, कट्टक्कडा और अंबूरी इलाकों में जनजीवन प्रभावित रहा. स्थानीय लोगों के अनुसार, वर्कला के पास पापनासम में प्रसिद्ध बाली मंडपम के पीछे एक पहाड़ी का एक हिस्सा भारी बारिश के कारण ढह गया. खराब मौसम के बाद हिल स्टेशन पोनमुडी में इको-पर्यटन केंद्र बंद कर दिया गया. जिला अधिकारियों के मुताबिक तिरुवनंतपुरम के ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश की वजह से अरुविक्कारा बांध के शटर 90 सेमी तक बढ़ा दिए गए हैं. आशंका है कि, शटर को 150 सेमी तक ऊपर उठाया जा सकता है. जिसको लेकर आस-पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

समुद्र का रौद्र रूप
वहीं तटीय इलाकों में स्थिति काफी नाजुक है. समुद्र में लहरें हिलोरे मार रही है, जिससे मछली पकड़ने वाले जहाजों और मछुआरों के लिए खतरा पैदा हो गया. जानकारी के मुताबिक, मुथलापोझी में मछली पकड़ने वाली बस्ती के तट पर नाव पलटने की दो घटनाएं भी सामने आईं हैं. एक घटना में, आज सुबह ऊंची ज्वारीय लहरों के कारण नाव पलट जाने से एक मछुआरे की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि तीन अन्य लोग भी समुद्र में गिर गए थे, उन्हें बचाया गया और नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.

वहीं केरल सरकार भारी बारिश पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है. राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि मध्य केरल क्षेत्र में भारी बारिश हुई और अकेले एर्नाकुलम जिले के पल्लुरुथी क्षेत्र में डेढ़ घंटे में 95 मिमी बारिश हुई. उन्होंने बताया कि कलामस्सेरी में डेढ़ घंटे में 57 मिमी बारिश हुई. उन्होंने कहा कि बारिश से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए दक्षिणी राज्य में 3,597 राहत शिविर खोलने के लिए कदम उठाए गए हैं. सरकार आपात स्थिति में ऐसे शिविर स्थापित करने की तैयारी कर रही है, जिनमें पांच लाख से अधिक लोग रह सकते हैं.

बता दें कि, रेड अलर्ट 24 घंटों में 20 सेमी से अधिक की भारी से अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट 11 सेमी से 20 सेमी की भारी बारिश पर दिया जाता है. वैसे ही येलो अलर्ट तब जारी किया जाता है जब 6 सेमी और 11 सेमी के बीच भारी बारिश होती है.

ये भी पढ़ें: केरल में मूसलाधार बारिश 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, दिल्ली सुबह से गर्म

Last Updated : May 28, 2024, 7:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.