नई दिल्ली: हाल ही में ट्रेनों में भीड़भाड़, कुप्रबंधन और भोजन की समस्या का आरोप लगाते हुए कई कथित वीडियो वायरल हुए. अब रेल मंत्रालय ने कुछ वीडियो पर प्रतिक्रिया दी है और जनता से भ्रामक वीडियो साझा करके रेलवे की छवि खराब न करने की अपील की है.
एक कथित वायरल वीडियो में एसी 2 टियर के अंदर भीड़भाड़ दिखाई दे रही है. इस प्लेटफॉर्म पर एक 'एक्स' यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, 'रेल मंत्री से कहिए कि अगर उन्हें फुर्सत मिली है तो रेलवे पर ध्यान दें. ये जनरल नहीं है, ये स्लीपर नहीं है, ये 3 AC नहीं है. यह 2 एसी-पीएनआर-8417167522 है. यह 20 अप्रैल 2024 का 15017 लोकमान्य तिलक गोरखपुर एक्सप्रेस का वीडियो है. जनता इन सबका जवाब चुनाव में देगी.'
दूसरे कथित वीडियो में 'एक्स' उपयोगकर्ता ने पोस्ट किया और दावा किया, '14609 हेमकुंट एक्सप्रेस पीएनआर 2537487586, 2537487586, यह स्लीपर कोच 'एस1' का हाल है, रेल मंत्रालय भारत, इसमें भी किसी प्रभावशाली व्यक्ति को भेजें और वीडियो बनवाएं.'
इन वीडियो की प्रामाणिकता और समय सीमा के बारे में प्रश्नों का उत्तर देते हुए रेलवे बोर्ड के निदेशक (पी एंड आई), शिवाजी मारुति सुतार ने ईटीवी भारत को बताया, 'वर्तमान में रेलवे का ध्यान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को कम करने और यात्रियों के लाभ के लिए विभिन्न मार्गों पर अधिक से अधिक ग्रीष्मकालीन विशेष ट्रेनें चलाने पर है.'
सुतार ने कहा, 'सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए प्रत्येक व्यक्ति या इस प्रकार की क्लिपिंग का पता लगाना कठिन है. हम केवल यह कहना चाहते हैं कि लोगों को हमारी कड़ी मेहनत और ईमानदार प्रयासों को समझना चाहिए जो रेलवे कर्मचारी यात्रियों की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए करते हैं.'
एक और कथित वीडियो क्लिप में अनुराग के सोशल मीडिया 'एक्स' पर वीडियो में दिखाया गया है कि कई यात्री, ट्रेन में भोजन की गुणवत्ता के बारे में शिकायत कर रहे हैं और विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
रेलवे बोर्ड के निदेशक (पी एंड आई) ने कहा, 'अगर हमें कोई वीडियो मिलता है जिसमें यात्री, ट्रेन का नाम और पीएनआर नंबर का जिक्र करता है, तो रेलवे कर्मचारी तुरंत समस्या को हल करने का प्रयास करते हैं.'
इनके अलावा दो अन्य वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रहे हैं जिसमें एक महिला कथित तौर पर सह-यात्री की सीट पर बैठी थी और एक अन्य क्लिप में दिखाया गया है कि कुछ लोग एक अज्ञात रेलवे प्लेटफॉर्म पर कथित तौर पर एक-दूसरे से लड़ रहे हैं. यात्रियों के अलावा, कांग्रेस ने रविवार को ट्रेनों में कथित भीड़ को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी पर कटाक्ष किया.
इससे पहले सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखकर दावा किया था, 'नरेंद्र मोदी के राज में 'ट्रेन यात्रा' बन गई सजा. आम आदमी की ट्रेनों से जनरल डिब्बे कम कर सिर्फ 'एलीट ट्रेनों' को बढ़ावा देने वाली मोदी सरकार में हर वर्ग के यात्रियों को परेशान किया जा रहा है. कन्फर्म टिकट के बाद भी लोग अपनी सीट पर चैन से नहीं बैठ पा रहे हैं, आम आदमी जमीन पर और शौचालय में छिपकर यात्रा करने को मजबूर है. मोदी सरकार अपनी नीतियों से रेलवे को कमजोर कर 'अक्षम' साबित करना चाहती है, ताकि उसे अपने दोस्तों को बेचने का बहाना मिल सके.'
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए रेल मंत्रालय ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'कोच का वर्तमान वीडियो. कोई भीड़-भाड़ नहीं. कृपया भ्रामक वीडियो साझा करके भारतीय रेलवे की छवि खराब न करें.'
इसने कोच का एक ताज़ा वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें उचित व्यवस्था और कोई भीड़ नहीं दिखाई दे रही है. रेलवे ने अपने एक अन्य पोस्ट में 'एक्स' पर लिखा, 'यहां बताया गया है कि इस पोस्ट में शेयर किए गए वीडियो पुराने हैं. देखिए ट्रेन की मौजूदा हालत का जिक्र. यात्रियों की सुविधा के लिए आईआर इस सीजन में रिकॉर्ड संख्या में अतिरिक्त ट्रेनें चला रहा है.'