नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के शीर्ष नेता लोकसभा चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे. इस संबंध में एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी के ये शीर्ष तीन नेता चुनाव अभियान का नेतृत्व अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू करेंगे. उन्होंने कहा कि योजना यह सुनिश्चित करने की है कि उनमें से कम से कम एक 19 अप्रैल को प्रथम चरण में पार्टी द्वारा लड़ी जा रही सीटों पर एक रैली को संबोधित करे. बता दें कि 19 अप्रैल को पहले चरण में 21 राज्यों की 102 सीटों में से कांग्रेस 53 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का अभियान तीन प्रमुख मुद्दों, सामाजिक न्याय एजेंडा, सरकार में भ्रष्टाचार और प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर केंद्रित होगा. गौरतलब है कि तमिलनाडु एकमात्र बड़ा राज्य है जहां सभी 39 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा. अन्य राज्य जहां 19 अप्रैल को सभी सीटों पर मतदान होगा, वे हैं उत्तर में उत्तराखंड जिसमें पांच सीटें हैं और अरुणाचल प्रदेश और उत्तर-पूर्व में मणिपुर में सिक्किम की एकमात्र सीट के अलावा दो-दो सीटें हैं. इसके मद्देनजर हम अपने शीर्ष नेताओं के लिए अभियान कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं. जिन 9 सीटों पर हम चुनाव लड़ रहे हैं उन पर केवल कांग्रेस के साथ-साथ डीएमके के साथ संयुक्त रैलियां भी होंगी और साथ ही बाकी सीटों पर भी.
इस संबंध में तमिलनाडु के प्रभारी एआईसीसी सचिव सिरिवेला प्रसाद ने बताया कि विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष गठबंधन पर फोकस है. जाहिर है, पार्टी के पांच सामाजिक न्याय का मुद्दा, भाजपा द्वारा चुनावी बांड में भ्रष्टाचार और प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग सबसे पुरानी पार्टी का केंद्रीय विषय होगा. उन्होंने कहा कि गठबंधन चुनाव में जीत हासिल करने जा रहा है. द्रमुक के साथ हमारा समझौता समय-परीक्षित है और जमीनी स्तर पर साझेदारों के बीच सहयोग है.
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु हमारे लिए बहुत खास है क्योंकि राहुल गांधी की पहली भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और इसका संदेश पूरे देश में गया था. दूसरी यात्रा 14 फरवरी, 2024 को मणिपुर से शुरू हुई, जहां सांप्रदायिक संघर्ष हुआ, लेकिन केंद्र ने वहां पर उचित ध्यान नहीं दिया.
चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस पिछले वर्षों में चीनी सैनिकों द्वारा सीमा पर घुसपैठ को लेकर केंद्र पर निशाना साधती रही है और राष्ट्रीय चुनाव अभियान के दौरान भी इस मुद्दे को उठाने जा रही है. अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष तेची टैगी तारा और प्रतियोगियों में से एक बोसीराम सिरम ने कहा कि हम इतने सालों से इस मुद्दे को उठा रहे हैं लेकिन कोई नहीं सुनता. तमिलनाडु के अलावा कांग्रेस नेताओं का मुख्य ध्यान राजस्थान पर होगा जहां 25 में से 12 संसदीय सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा. इस बारे में एआईसीसी के राजस्थान प्रभारी सचिव वीरेंद्र राठौड़ ने कहा कि 'हम सभी सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं. उम्मीदवारों द्वारा जमीनी स्तर पर प्रचार शुरू हो चुका है और शीर्ष नेताओं के दौरों पर काम किया जा रहा है. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पांच सीटों में से जम्मू क्षेत्र की उधमपुर में भी 19 अप्रैल को मतदान होगा जहां कांग्रेस ने पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह को मैदान में उतारा है.
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