कोझिकोड: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से एनडीए उम्मीदवार के सुरेंद्रन ने वादा किया कि अगर वह यहां से चुने गए तो वह सुल्तान बाथरी (Sulthan bathery) का नाम बदल देंगे. सुरेंद्रन ने थमारस्सेरी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर वह वायनाड में सांसद बनते हैं, तो वह सुल्तान बाथरी का नाम बदल देंगे और इसका नाम बदलकर गणपति वट्टम कर देंगे. सुरेंद्रन कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
इससे पहले एक चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अगर वे वायनाड से जीते तो सबसे पहले बाथरी शहर का नाम बदलने पर विचार करेंगे. 1984 में जब प्रमोद महाजन सुल्तान बाथरी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि यह सुल्तान बाथरी नहीं बल्कि गणपति वट्टम है. यहीं से सालों पहले विदेशी आक्रमण और टीपू सुल्तान का आक्रमण हुआ था.
सुरेंद्रन ने दोहराया कि अगर वह सांसद के रूप में जीतते हैं तो यह पहला विचार होगा. 'ऐसे नाम की क्या जरूरत है, सुल्तान बाथरी. ये गणेश वट्ट है. असली नाम गणपति वट्टम है. इसे मोदी सरकार के सहयोग से लागू किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 'टीपू सुल्तान के आक्रमण के बाद इसका नाम बदल दिया गया. टीपू सुल्तान कौन था? एक आक्रमणकारी जिसने हिंदुओं को इस्लाम में परिवर्तित किया. पजास्सीराजा और उसके सैनिकों ने टीपू के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी.'
उन्होंने कहा कि गणपतिवत्तम स्थान के महत्व और प्रासंगिकता का उल्लेख कई दस्तावेजों में किया गया है. गणपति वट्टम, जो हैदर अली और टीपू की लड़ाई के दौरान सड़क के किनारे था, बाद में सुल्तान बाथरी बन गया. टीपू सुल्तान का शस्त्रागार गणपति वट्टम में संग्रहीत था.
इतिहास लिखने वाले अंग्रेजों ने बाद में गणपति वट्टम को सुल्तान बाथरी में बदल दिया जिसका अर्थ है सुल्तान का शस्त्रागार. सुरेंद्रन ने आक्रमणकारियों के अवशेषों पर काबू पाने के लिए शहर का नाम बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया.