ETV Bharat / bharat

राहुल गांधी के भाषण ने एनडीए को हिला दिया, लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दे उठाए: कांग्रेस - Rahul Gandhi speech in Lok Sabha

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 2, 2024, 4:08 PM IST

लोकसभा में बीती 1 जुलाई को विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण के बाद कांग्रेस उत्साह में है. राहुल के भाषण को मिली प्रतिक्रिया के बाद अब कांग्रेस आने वाले दिनों में पूरे देश में अपना संदेश पहुंचाने की योजना बना रही है. कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी के भाषण ने सत्तारूढ़ एनडीए को हिला कर रख दिया है.

Rahul Gandhi in Lok Sabha
लोकसभा में राहुल गांधी का भाषण (फोटो - ANI Photo)

नई दिल्ली: विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा 1 जुलाई को सदन में दिए गए आक्रामक भाषण को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से उत्साहित कांग्रेस आने वाले दिनों में अपना संदेश पूरे देश में ले जाने की योजना बना रही है. इस भाषण ने सत्तारूढ़ एनडीए को हिलाकर रख दिया था.

इस अभियान के तहत, देश की सबसे पुरानी पार्टी चुनावी राज्यों महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 'संविधान बचाओ' यात्राओं की योजना बना रही है और सोमवार को सदन में सत्ता पक्ष की ओर भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए राहुल गांधी के पोस्टरों का प्रचार करने की संभावना है.

कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य गुलाम अहमद मीर ने ईटीवी भारत से कहा कि 'शुरुआत हो चुकी है. लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण ने एनडीए को हिलाकर रख दिया है और पूरे देश में लोगों ने इसकी सराहना की है. अब पार्टी को उनके संदेश को पूरे देश में ले जाना चाहिए. लोगों को हमारे देश के इतिहास और परंपराओं और समावेशी भारत के विचार के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए.'

तदनुसार, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे राहुल के भाषण के मुख्य विचारों को प्रचारित करें, विशेष रूप से भाजपा द्वारा हिंदुओं पर उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश के बारे में, आने वाले दिनों में राज्यों की राजधानियों में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके.

पार्टी भगवा पार्टी के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए राहुल की 'हिंदू हिंसक नहीं हैं' टिप्पणी के वीडियो क्लिप भी प्रचारित करेगी. हरियाणा इकाई ने रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा को स्पीकर ओम बिरला की फटकार पर भाजपा का मुकाबला करने के लिए राज्यव्यापी अभियान 'जय संविधान' की योजना बनाई है, जबकि महाराष्ट्र इकाई भी इस विचार पर विचार कर रही है.

एआईसीसी प्रभारी हरियाणा दीपक बाबरिया ने ईटीवी भारत को बताया कि, 'हरियाणा कांग्रेस नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले संविधान की सर्वोच्चता को प्रदर्शित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू करेगी.' राज्य इकाई स्पीकर द्वारा दीपेंद्र को फटकार लगाए जाने से नाराज थी, जिन्होंने आसन से पूछा था कि क्या पार्टी सांसद शशि थरूर द्वारा शपथ लेने के बाद 'जय संविधान' कहना गलत था.

हुड्डा स्पीकर की तीखी प्रतिक्रिया का जवाब दे रहे थे, जिसमें स्पीकर ने थरूर से कहा था कि वह आखिरकार संविधान की शपथ ले रहे हैं. जब हुड्डा ने सवाल उठाया, तो स्पीकर ने उन्हें भी फटकार लगाई. कुछ दिनों के बाद, रोहतक के सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक धन्यवाद यात्रा निकाली, जहां उन्होंने समर्थकों द्वारा 'जय संविधान' के नारे के बीच संविधान की एक प्रति पकड़ी.

महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया कि 'महाराष्ट्र इकाई 'जय संविधान' पर एक यात्रा भी शुरू कर सकती है. राज्य की टीम राहुल गांधी के संदेश को प्रचारित करने और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को उजागर करने के लिए एक अभियान की योजना बनाएगी. ये सभी मुद्दे किसानों, महिलाओं, युवाओं से संबंधित वास्तविक मुद्दे हैं, जिन्हें हमने लोकसभा चुनावों के दौरान उठाया था और लोगों ने उन पर प्रतिक्रिया दी थी. हम नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इस संदेश को आगे बढ़ाएंगे.'

राहुल गांधी, जिन्होंने अपने 20 साल के संसदीय करियर में पहली बार संवैधानिक पद संभाला है, ने हाल ही में अपना दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए कहा कि वह जनता के नेता हैं और हमेशा जनता के हित को सर्वोपरि रखेंगे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि अपने शब्दों पर खरा उतरने के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता अब निजी स्थान खोलेंगे और मीडिया, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के सदस्यों के साथ अधिक बातचीत करेंगे तथा आने वाले दिनों में आम लोगों के साथ ऑफ द रिकॉर्ड बातचीत करेंगे.

नई दिल्ली: विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा 1 जुलाई को सदन में दिए गए आक्रामक भाषण को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से उत्साहित कांग्रेस आने वाले दिनों में अपना संदेश पूरे देश में ले जाने की योजना बना रही है. इस भाषण ने सत्तारूढ़ एनडीए को हिलाकर रख दिया था.

इस अभियान के तहत, देश की सबसे पुरानी पार्टी चुनावी राज्यों महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 'संविधान बचाओ' यात्राओं की योजना बना रही है और सोमवार को सदन में सत्ता पक्ष की ओर भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए राहुल गांधी के पोस्टरों का प्रचार करने की संभावना है.

कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य गुलाम अहमद मीर ने ईटीवी भारत से कहा कि 'शुरुआत हो चुकी है. लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण ने एनडीए को हिलाकर रख दिया है और पूरे देश में लोगों ने इसकी सराहना की है. अब पार्टी को उनके संदेश को पूरे देश में ले जाना चाहिए. लोगों को हमारे देश के इतिहास और परंपराओं और समावेशी भारत के विचार के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए.'

तदनुसार, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे राहुल के भाषण के मुख्य विचारों को प्रचारित करें, विशेष रूप से भाजपा द्वारा हिंदुओं पर उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश के बारे में, आने वाले दिनों में राज्यों की राजधानियों में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके.

पार्टी भगवा पार्टी के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए राहुल की 'हिंदू हिंसक नहीं हैं' टिप्पणी के वीडियो क्लिप भी प्रचारित करेगी. हरियाणा इकाई ने रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा को स्पीकर ओम बिरला की फटकार पर भाजपा का मुकाबला करने के लिए राज्यव्यापी अभियान 'जय संविधान' की योजना बनाई है, जबकि महाराष्ट्र इकाई भी इस विचार पर विचार कर रही है.

एआईसीसी प्रभारी हरियाणा दीपक बाबरिया ने ईटीवी भारत को बताया कि, 'हरियाणा कांग्रेस नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले संविधान की सर्वोच्चता को प्रदर्शित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू करेगी.' राज्य इकाई स्पीकर द्वारा दीपेंद्र को फटकार लगाए जाने से नाराज थी, जिन्होंने आसन से पूछा था कि क्या पार्टी सांसद शशि थरूर द्वारा शपथ लेने के बाद 'जय संविधान' कहना गलत था.

हुड्डा स्पीकर की तीखी प्रतिक्रिया का जवाब दे रहे थे, जिसमें स्पीकर ने थरूर से कहा था कि वह आखिरकार संविधान की शपथ ले रहे हैं. जब हुड्डा ने सवाल उठाया, तो स्पीकर ने उन्हें भी फटकार लगाई. कुछ दिनों के बाद, रोहतक के सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक धन्यवाद यात्रा निकाली, जहां उन्होंने समर्थकों द्वारा 'जय संविधान' के नारे के बीच संविधान की एक प्रति पकड़ी.

महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया कि 'महाराष्ट्र इकाई 'जय संविधान' पर एक यात्रा भी शुरू कर सकती है. राज्य की टीम राहुल गांधी के संदेश को प्रचारित करने और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को उजागर करने के लिए एक अभियान की योजना बनाएगी. ये सभी मुद्दे किसानों, महिलाओं, युवाओं से संबंधित वास्तविक मुद्दे हैं, जिन्हें हमने लोकसभा चुनावों के दौरान उठाया था और लोगों ने उन पर प्रतिक्रिया दी थी. हम नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इस संदेश को आगे बढ़ाएंगे.'

राहुल गांधी, जिन्होंने अपने 20 साल के संसदीय करियर में पहली बार संवैधानिक पद संभाला है, ने हाल ही में अपना दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए कहा कि वह जनता के नेता हैं और हमेशा जनता के हित को सर्वोपरि रखेंगे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि अपने शब्दों पर खरा उतरने के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता अब निजी स्थान खोलेंगे और मीडिया, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के सदस्यों के साथ अधिक बातचीत करेंगे तथा आने वाले दिनों में आम लोगों के साथ ऑफ द रिकॉर्ड बातचीत करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.