जयपुर. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बीकानेर संसदीय क्षेत्र के अनूपगढ़ में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. यह राहुल गांधी की इस बार लोकसभा चुनाव में पहली चुनावी सभा थी. बीकानेर से कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राम मेघवाल और श्रीगंगानगर से पार्टी प्रत्याशी कुलदीप इंदौरा के समर्थन में उन्होंने यहां जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपने 15-20 उद्योगपति मित्रों के 16 लाख करोड़ के कर्ज को माफ कर दिया. यह सरकार सिर्फ अरबपतियों का कर्जा माफ करती है. किसानों-मजदूरों का कर्जा माफ नहीं करती है.
देश की 50 फीसदी आबादी पिछड़े वर्ग की है, लेकिन उनका एक रुपए का भी कर्जा माफ नहीं किया जाता. किसान का बेटे अगर शिक्षा के लिए लोन लेता है तो उसका लोन माफ नहीं होता है. केंद्र में हमारी सरकार आई तो जितना नरेंद्र मोदी ने अपने 15-20 मित्रों का कर्जा माफ किया है. उतना हम गरीबों के लिए खर्च करेंगे. जितना मोदी ने अपने मित्रों को दिया है. उतना हम गरीबों को देंगे. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि वे कहते हैं मैं पिछड़े वर्ग का हूं. अगर आप पिछड़े वर्ग के हैं तो हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनियों का मालिक या मैनेजमेंट में कोई पिछड़े वर्ग का क्यों नहीं है.
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यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव : राहुल गांधी ने कहा कि यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है. यह चुनाव 90 फीसदी पिछड़ों, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यकों और सामान्य वर्ग के गरीबों का चुनाव है. एक तरफ अडानी और देश के बड़े-बड़े अरबपति हैं. पूरा धन उनके हाथ में है. कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते बंद कर दिए गए हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड से दबाव डालकर, हफ्तावसूली कर बड़े-बड़े उद्योगपतियों से पैसा लिए गए. यह चुनाव गरीब और 20-25 अरबपतियों के बीच का चुनाव है.
देश चलाने वालों में केवल तीन पिछड़े वर्ग से : राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली में बैठकर 90 आईएएस अधिकारी देश को चलाते हैं. उनमें से पिछड़े वर्ग के महज तीन नाम हैं. अगर 100 रुपए का बजट होता है तो पिछड़े वर्ग के अफसर पांच प्रतिशत का निर्णय लेते हैं और दलित आबादी 15 फीसदी है. जबकि एक फीसदी का निर्णय दलित अफसर लेता है और 100 रुपए में से 10 पैसे का फैसला दलित अफसर लेता है. यह कौन सी पिछड़ों की सरकार है.
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मनरेगा शुरू किया तो कहा आदत बिगाड़ रहे हैं : राहुल गांधी ने कहा कि जब हमारी सरकार ने मनरेगा की योजना शुरू की तो कहा गया कि यूपीए सरकार मजदूरों की आदत बिगाड़ रही है. उन्हें आलसी बना रही है, लेकिन जब अरबपतियों का कर्ज माफ होता है तो उनकी आदत नहीं बिगड़ी और वे आलसी नहीं होते.
जातिगत जनगणना पहला काम : राहुल गांधी ने कहा कि आज कोई नहीं जानता कि देश में पिछड़ों की कितनी आबादी है. दलित, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और सामान्य वर्ग के गरीबों की कितनी आबादी है. हमारा पहला काम जातिगत जनगणना करवाना और आर्थिक सर्वेक्षण करवाना है. इससे हम पता लगाएंगे कि पिछड़े वर्ग के कितने लोग हैं. आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग के कितने गरीब हैं. हिंदुस्तान का धन कितने लोगों के हाथ में हैं. हम सभी जगह देखेंगे कि पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों, अल्पसंख्यकों और सामान्य वर्ग के गरीबों की कितनी भागीदारी है. जातिगत जनगणना से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
महिलाओं को एक लाख सालाना, युवाओं को अप्रेंटशिप : राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने पर हिंदुस्तान के हर गरीब परिवार की महिलाओं के बैंक खाते में एक लाख रुपए सालाना दिए जाएंगे और यह राशि उन्हें तब तक मिलती रहेगी. जब तक वह परिवार गरीबी रेखा से बाहर नहीं आ जाता है. वे बोले, नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. जो जुमला निकला. आज देश में अमीर घरों के बच्चे अप्रेंटशिप करते हैं. हमारी सरकार आने पर हर शिक्षित युवा को अप्रेंटशिप का मौका मिलेगा. इसके बदले उन्हें एक लाख रुपए सालाना मिलेंगे और अच्छा काम करने पर नौकरी भी मिल सकती है.
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30 लाख नौकरियां भरेंगे, ठेका प्रथा खत्म करेंगे : राहुल गांधी ने कहा कि आज केंद्र सरकार के विभागों में 30 लाख पद खाली पड़े हैं. नरेंद्र मोदी ने इन पदों को खाली रखा है ताकि अपने 20-25 मित्रों की मदद कर सके. हम 30 लाख रोजगार आपके हवाले करेंगे और सरकारी विभागों में ठेकेदारी प्रथा (कॉन्ट्रैक्ट लैबर) की व्यवस्था खत्म करेंगे. हिंदुस्तान में अगर कोई सरकारी विभाग में काम करेगा तो नियमित नौकरी से करेगा. कॉन्ट्रैक्ट या ठेकेदारी से नहीं. इससे उसे पेंशन मिलेगी और उसके परिवार के हितों की रक्षा की जाएगी.
किसानों से कर्ज माफी-एमएसपी का वादा : राहुल गांधी बोले, नरेंद्र मोदी ने किसानों से साफ कह दिया है कि आपका कर्जा माफ नहीं होगा. हमारी सरकार आने पर हम किसानों का कर्जमाफ करके दिखा देंगे और किसानों के लिए एमएसपी का कानून लेकर आएंगे. जितना उन्होंने 20-25 लोगों को दिया. उतना हम हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों को देंगे.
अग्निपथ योजना खत्म कर सेना में नियमित भर्ती : राहुल गांधी ने कहा कि आज राजस्थान सहित देश के हर प्रदेश से युवा सेना में जाना चाहते हैं. सेना गारंटी देती थी कि अगर आपको कुछ हुआ तो सरकार उनके परिवारों का ध्यान रखेगी. बलिदानी सैनिकों को शहीद का दर्जा और परिवार को पेंशन मिलेगी. नरेंद्र मोदी ने अग्निपथ योजना लाकर यह वादा भी तोड़ा है. उन्होंने कहा कि यह योजना आर्मी नहीं लाई है. सेना ने इस योजना की मांग नहीं की है. यह योजना पीएम कार्यालय से लागू की गई है. जैसे ही हमारी सरकार आएगी. अग्निपथ योजना को बंद कर सेना में पहले की तरह नियमित भर्ती की जाएगी.
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महंगाई-बेरोजगारी पर नहीं होती बात : राहुल गांधी ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. दूसरे स्थान पर महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है. लेकिन आज इन दोनों मुद्दों पर बात नहीं होती है. लेकिन आपको अंबानी के बेटे की शादी दिखाई जाती है. विदेश से कौन-कौन आ रहा है. यह दिखाया जाता है. आपको 24 घंटे नरेंद्र मोदी का चेहरा दिखाया जाता है. कभी वह समुद्र में नीचे जाएंगे तो कभी सी प्लेन में उड़ते हुए दिखेंगे और कभी थाली बजाते हुए दिखेंगे तो कभी मोबाइल की फ्लैश लाइट दिखाने को बोलेंगे. भाजपा नेता किसानों को आतंकवादी कहते हैं.