सुलतानपुरः मोची चैतराम की दुकान पर बीते दिनों नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी रुके थे और चप्पल भी सिली थी. इसके बाद चैतराम की किस्मत खुल गई है. राहुल गांधी ने चेतराम को जूते-चप्पल बनाने की 55 हजार की मशीन दी थी. इसके बदले में चेतराम ने रिटर्न गिफ्ट में दो जोड़ी जूते राहुल गांधी को दिए थे. जूते मिलने के बाद राहुल गांधी ने चेतराम को फोन कर धन्यवाद दिया है. वहीं, चेतराम राहुल गांधी के फोन आने पर गदगद हैं. इसके साथ ही राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो भी शेयर किया है.
राहुल गांधी ने जब फोन किया तो चेतराम ने कहा साहब नमस्ते. इस पर राहुल गांधी ने अभिवादन स्वीकार करते हालचाल पूछा और कहा कि आपने बहुत सुंदर जूता भेजा है, जिसके लिए बहुत धन्यवाद. इस पर चेतराम ने कहा कि मालिक आपने हमें बहुत ऊपर उठा दिया. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि आप मुझे मालिक मत कहो, भाई कहो. इसके बाद चेतराम ने कहा अच्छा भइया. इस पर राहुल गांधी ने मशीन के बारे में पूछा. जिसपर चेतराम ने कहा कि बहुत अच्छी है. मेरा परिवार बहुत खुश है. चेतराम ने कहा कि एक बार दर्शन दे दीजिए. जिसपर राहुल गांधी ने सहमति में जवाब दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें राहुल गांधी चेतराम से फोन करने के बाद उनके बनाए जूते पहनकर बाहर निकलते दिख रहे हैं.
कामगार परिवारों के ‘परंपरागत कौशल’ में भारत की सबसे बड़ी पूंजी छिपी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 5, 2024
पिछले दिनों सुल्तानपुर से वापस आते वक्त रास्ते में जूतों के कारीगर रामचेत जी से मुलाकात हुई थी, उन्होंने मेरे लिए प्रेम भाव से अपने हाथों से बनाया एक बहुत ही कम्फर्टेबल और बेहतरीन जूता भेजा है।
देश के… pic.twitter.com/4juRQBrXb1
कामगार परिवारों के परंपरागत कौशल देश की सबसे बड़ी पूंजीः राहुल गांधी ने अपने एक्स पोस्ट पर चेतराम से मुलाकात के दौरान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि 'कामगार परिवारों के ‘परंपरागत कौशल’ में भारत की सबसे बड़ी पूंजी छिपी है. पिछले दिनों सुल्तानपुर से वापस आते वक्त रास्ते में जूतों के कारीगर रामचेत जी से मुलाकात हुई थी, उन्होंने मेरे लिए प्रेम भाव से अपने हाथों से बनाया एक बहुत ही कम्फर्टेबल और बेहतरीन जूता भेजा है. देश के कोने-कोने में अलग-अलग स्किल वाली ऐसी करोड़ों प्रतिभाएं हैं. अगर इन ‘भारत बनाने वालों’ को जरूरी समर्थन मिले तो वह अपनी ही नहीं, देश की भी तकदीर बदल सकते हैं'.
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