रांचीः केंद्र सरकार में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रांची में आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए दो टूक कहा कि वह इस देश में 50 प्रतिशत आरक्षण के बैरियर को तोड़कर रहेंगे. साथ ही जातीय जनगणना को सुनिश्चित कराएंगे ताकि यह पता चल सके कि कौन कितने का हकदार है.
संविधान सम्मान सम्मेलन में करीब आधे घंटे की स्पीच के दौरान राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि इसको खोखला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लागू तो 1950 में किया गया लेकिन यह समझना जरुरी है कि इसको लागू करने के पीछे सोच हजारों साल पुरानी है. यह भगवान महावीर, भगवान बुद्ध, गुरुनानक समेत उन महापुरुषों की सोच का नतीजा है जो मनुस्मृति के खिलाफ थे.
देश के 90% लोगों के अधिकारों को खत्म करने की कोशिश हो रही है।
— Congress (@INCIndia) October 19, 2024
इनके साथ न मीडिया है, न जूडिशरी है और न ही ब्यूरोक्रेसी है, लेकिन इनके पास सच्चाई है।
हम मिलकर आवाज उठाएंगे और इस लड़ाई में मैं आपके साथ हूं।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi
📍 रांची, झारखंड pic.twitter.com/f7ifeyoSqo
'आदिवासी को वनवासी बनाना चाहती है भाजपा'
राहुल गांधी ने कहा कि आज बीजेपी के लोग आदिवासी को वनवासी कहते हैं. यह कहकर आदिवासियों के इतिहास, उनके जीने के तरीके को खत्म करने की कोशिश की जा रही है. आदिवासी का मतलब मालिक से था. अब उसे वनवासी कहकर जंगल में भेजना चाह रहे हैं. आज किसी भी कॉर्पोरेट में बड़े पदों पर ओबीसी, आदिवासी, दलित नहीं मिलेगा. हलुआ वही बांट भी रहे हैं और खा भी रहे हैं. आज 100 रु. में से पांच रु खर्च करने का निर्णय ओबीसी लेते हैं. दलित 1 रु. और आदिवासी 10 पैसे खर्च करने का निर्णय लेते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सभी संस्थाओं पर अपना कंट्रोल जमा लिया है.
आपको सम्मान देकर छीना जा रहा है पावर- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति आदिवासी वर्ग की हैं. पहली बार आदिवासी वर्ग से राष्ट्रपति बनीं. जब संसद भवन का उद्घाटन होता है तो उनको कहा जाता है कि आप आदिवासी हैं, आपको नहीं जाना है. धूमधाम से राम मंदिर का उद्घाटन होता है और राष्ट्रपति से कहा जाता है कि आपकी जगह नहीं है. वहां अंबानी और अडानी को बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं मैं दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का सम्मान करुंगा. लेकिन आपके हाथ से आपकी शक्ति छीन लेते हैं. सम्मान आपको देते हैं और पावर आपसे छीनते हैं. लोकसभा के चुनाव में जनता ने उनको समझा दिया. अब मुस्कुराते हुए नहीं दिखते हैं. मुस्कुराना भूल गये हैं. कांग्रेस का बैंक अकाउंट बंद कर दिया. बिना पैसे के कांग्रेस ने चुनाव लड़ा.
जब BJP के लोग आदिवासी को वनवासी कहते हैं।
— Congress (@INCIndia) October 19, 2024
तब वे आपके इतिहास, आपके जीने के तरीके को खत्म करने की कोशिश करते हैं।
आदिवासी का मतलब है: देश के सबसे पहले मालिक
आदिवासी सिर्फ एक शब्द नहीं हैं, बल्कि आपका पूरा इतिहास है।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi
📍 रांची, झारखंड pic.twitter.com/9vVbptxwrJ
जीएसटी के नाम पर हो रही चोरी- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने जीएसटी वसूली का प्रतिशत भी समझाया. उन्होंने कहा कि यहां की 90 प्रतिशत आबादी जीएसटी देती है. हर सामान पर टैक्स वसूला जाता है. 100 रु अगर टैक्स में लिए जाते हैं तो 40 रु. आम आदमी की जेब से निकलते हैं. 26 रु. सबसे बड़ी कंपनियों से आते हैं. सबसे गरीब लोग 60 प्रतिशत से ज्यादा जीएसटी देते हैं. सबसे अमीर 10 प्रतिशत लोग जीएसटी का 3 प्रतिशत देते हैं. हिन्दुस्तान का 40 प्रतिशत धन 1 प्रतिशत लोगों के पास है. सबसे गरीब 50 प्रतिशत लोगों के पास 1 प्रतिशत धन है. सबसे गरीब की आमदनी जोड़ देंगे तो पूरी आमदनी करीब 13 प्रतिशत बनती है. यह सिर्फ संविधान पर आक्रमण नहीं हो रहा. आपसे चोरी की जा रही है.
महंगाई और बेरोजगारी है चरम पर- राहुल गांधी
संविधान सम्मान सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि बेरोजगारी फैल रही है. महंगाई बढ़ रही है. सामाजिक एक्स-रे का माध्यम जाति जनगणना है. हम जानते चाहते हैं कि इस देश में पिछड़े वर्ग के कितने लोग हैं. दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक और गरीब जनरल कास्ट के कितने लोग हैं. हिन्दुस्तान की संस्थाओं में किसकी कितनी हिस्सेदारी है. इन संस्थाओं पर किसका कंट्रोल है. इसलिए मैं जातीय जनगणना की मांग कर रहा हूं लेकिन मोदी जी नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि जो करना है कर लो. आज नहीं तो कल जातिगत जनगणना होकर रहेगा. जिस 90 प्रतिशत को मिटाया जा रहा है, उस 90 प्रतिशत में बहुत शक्ति है. आपके पास मीडिया, जूडिशियरी, ब्यूरोक्रेसी नहीं है. लेकिन आपके पास सच्चाई है.
आज संविधान के सम्मान के साथ ही उसकी रक्षा भी करनी है।
— Congress (@INCIndia) October 19, 2024
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi
📍 रांची, झारखंड pic.twitter.com/i9LeAQbZbR
रांची में आयोजित इस संविधान सम्मान सम्मेलन में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा के अलावा झारखंड कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान ओबीसी, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक की ओर से बुधराम मुंडा, अमानत अली, अनिल जयहिंद, दयामनि बारला, थ्योडोर किड़ो, अली अनवर अंसारी, सरिता कुमारी प्रजापति, राजेश गुप्ता समेत अन्य ने भी अपनी-अपनी भावनाएं प्रकट की.
इसे भी पढ़ें- RAHUL GANDHI LIVE: रांची में संविधान सम्मान सम्मेलन
इसे भी पढ़ें- 19 अक्टूबर को रांची आएंगे राहुल गांधी! जानिए, क्या है इसकी वजह?