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दंतेवाड़ा पुलिस की कस्टडी में नक्सली की मौत, सोशल एक्टिविस्ट और गांव वालों ने उठाए सवाल

death of Naxalite in Dantewada police custody: दंतेवाड़ा में पुलिस कस्टडी में नक्सली की मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है. सोशल एक्टिविस्ट बेला भाटिया ने मौत पर कई सवाल खड़े किए हैं. इस मामले में गांव वाले भी पुलिस पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पुलिस ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए नक्सली को बीमारी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि वह अरनपुर ब्लास्ट में शामिल था.

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 28, 2024, 8:57 PM IST

Question on death of Naxalite
पुलिस कस्टडी में नक्सली की मौत
पुलिस कस्टडी में नक्सली की मौत

दंतेवाड़ा: नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा में पुलिस कस्टडी में एक नक्सली की मौत हो गई. शनिवार को ही उसे गिरफ्तार किया गया था. शाम को जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे दंतेवाड़ा जिला अस्पताल लाया गया. जिला अस्पताल में ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसकी जानकारी दंतेवाड़ा एसपी ने दी. वहीं, मामले में अब सोशल एक्टिविस्ट बेला भाटिया ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने नक्सली की गिरफ्तारी के अचानक बाद मौत पर सवाल उठाए हैं. पुलिस का कहना है कि नक्सली को पहले से बीमारी थी. इस मामले में पुलिस जांच की बात कह रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. पुलिस ने कहा है कि मृत नक्सली अरनपुर ब्लास्ट में शामिल था.जिसमें 10 जवान शहीद हुए थे. इसी केस में उसकी गिरफ्तारी हुई थी और पूछताछ की जा रही थी.

बेला भाटिया ने उठाए कई सवाल: मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से अधिवक्ता और सोशल एक्टिविस्ट बेला भाटिया ने नक्सली की मौत पर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "पोस्टमार्टम के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद मृत पोदिया की डेड बॉडी देखी है. परिजनों का कहना है कि पोदिया के सीने पर और पीठ पर चोट के निशान थे. मौत स्वाभाविक नहीं है. परिजनों को ऐसी आशंका है कि उसे मारा गया है. "इधर मामले में पुलिस की ओर से बीमारी होने की बात पर भी बेला भाटिया ने कहा कि, "वो बीमार था. लेकिन वो ठीक हो चुका था. वो स्वस्थ था."

गांव में किसी की मृत्यु हो गई थी, जिसके लिए पोदिया और गांव वाले स्मृति पत्थर को गांव तक ले जाने का काम कर रहे थे. जब तक पोदिया एकदम स्वस्थ था और मुर्गा बाजार भी गया. लौटते वक्त पुलिस जवानों की टीम ने पोदिया को गिरफ्तार कर लिया अरनपुर थाने लेकर गए. इसके बाद रात को उसकी मौत की खबर आई. -महादेव मुचाकी, सरपंच पति

अचानक तबियत बिगड़ने से हुई मौत: पूरे मामले में अरनपुर थाना प्रभारी जैन ने बताया कि, "जब पोदिया को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए अरनपुर थाना लाया गया था. उसी रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद दंतेवाड़ा डीआरजी टीम उसे दंतेवाड़ा मुख्यालय ले गई. इसके बाद उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और वह उल्टी करने लगा. इसके बाद उसकी मौत हो गई, जिसकी खबर हमने सरपंच पति को दी. मौत के कारण अभी पता नहीं चल पाया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ कह पाना उचित होगा."

बता दें कि इस पूरे मामले में फिलहाल पुलिस प्रशासन सवालों के घेरे में हैं. वहीं, सभी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.

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दंतेवाड़ा: नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा में पुलिस कस्टडी में एक नक्सली की मौत हो गई. शनिवार को ही उसे गिरफ्तार किया गया था. शाम को जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे दंतेवाड़ा जिला अस्पताल लाया गया. जिला अस्पताल में ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसकी जानकारी दंतेवाड़ा एसपी ने दी. वहीं, मामले में अब सोशल एक्टिविस्ट बेला भाटिया ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने नक्सली की गिरफ्तारी के अचानक बाद मौत पर सवाल उठाए हैं. पुलिस का कहना है कि नक्सली को पहले से बीमारी थी. इस मामले में पुलिस जांच की बात कह रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. पुलिस ने कहा है कि मृत नक्सली अरनपुर ब्लास्ट में शामिल था.जिसमें 10 जवान शहीद हुए थे. इसी केस में उसकी गिरफ्तारी हुई थी और पूछताछ की जा रही थी.

बेला भाटिया ने उठाए कई सवाल: मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से अधिवक्ता और सोशल एक्टिविस्ट बेला भाटिया ने नक्सली की मौत पर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "पोस्टमार्टम के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद मृत पोदिया की डेड बॉडी देखी है. परिजनों का कहना है कि पोदिया के सीने पर और पीठ पर चोट के निशान थे. मौत स्वाभाविक नहीं है. परिजनों को ऐसी आशंका है कि उसे मारा गया है. "इधर मामले में पुलिस की ओर से बीमारी होने की बात पर भी बेला भाटिया ने कहा कि, "वो बीमार था. लेकिन वो ठीक हो चुका था. वो स्वस्थ था."

गांव में किसी की मृत्यु हो गई थी, जिसके लिए पोदिया और गांव वाले स्मृति पत्थर को गांव तक ले जाने का काम कर रहे थे. जब तक पोदिया एकदम स्वस्थ था और मुर्गा बाजार भी गया. लौटते वक्त पुलिस जवानों की टीम ने पोदिया को गिरफ्तार कर लिया अरनपुर थाने लेकर गए. इसके बाद रात को उसकी मौत की खबर आई. -महादेव मुचाकी, सरपंच पति

अचानक तबियत बिगड़ने से हुई मौत: पूरे मामले में अरनपुर थाना प्रभारी जैन ने बताया कि, "जब पोदिया को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए अरनपुर थाना लाया गया था. उसी रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद दंतेवाड़ा डीआरजी टीम उसे दंतेवाड़ा मुख्यालय ले गई. इसके बाद उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और वह उल्टी करने लगा. इसके बाद उसकी मौत हो गई, जिसकी खबर हमने सरपंच पति को दी. मौत के कारण अभी पता नहीं चल पाया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ कह पाना उचित होगा."

बता दें कि इस पूरे मामले में फिलहाल पुलिस प्रशासन सवालों के घेरे में हैं. वहीं, सभी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.

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