दिल्ली के राजेंद्र नगर में कोचिंग हादसे को लेकर छात्रोंं का प्रदर्शन जारी है. इसी बीच एक छात्र विकास की तबीयत बिगड़ गई है. बीते दो दिनों से भूख हड़ताल पर थे. उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कोचिंग हादसाः धरने पर बैठे एक छात्र की बिगड़ी तबीयत; हाईकोर्ट ने लगाई एमसीडी और पुलिस को फटकार - Delhi coaching case - DELHI COACHING CASE
Published : Jul 31, 2024, 7:07 AM IST
|Updated : Jul 31, 2024, 2:08 PM IST
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग में तीन छात्रों की मौत के बाद छात्रों में उबाल जारी है. इस मामले में मुखर्जी नगर में छात्रों का प्रदर्शन बुधवार को भी जारी है. इससे पहले मंगलवार को भी छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और सड़क को जाम किया. स्थिति को देखते हुए पुलिस बल के साथ आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. वहीं मामले को लेकर देश के जाने माने अध्यापक और दृष्टि आईएएस कोचिंग के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने कहा है कि एक बार फिर, यदि जाने-अनजाने में हमारी टीम से कोई चूक हुई है तो हम उसके लिये पुनः खेद व्यक्त करते हैं. अब हम विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर और ज़्यादा सतर्क रहने का भरोसा दिलाते हैं. हाल ही में कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई में दृष्टि आईएएस की कोचिंग को भी सील कर दिया गया था.
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प्रदर्शन के दौरान छात्र की बिगड़ी तबीयत
हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मांगी रिपोर्ट
राजेंद्र स्थित कोचिंग हादसे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए पूछा कि क्या अब तक किसी एमसीडी अफसर को हिरासत में लिया गया है? साथ ही यह भी पूछा कि क्या इस मामले में एमसीडी के अधिकारियों की जांच हुई? कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से इस मामले पर रोपोर्ट मांगी है.
छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल एमसीडी कार्यालय पहुंचा
एक छात्रा ने कहा कि कुछ दिन पहले लाइब्रेरी में पानी भर जाने से हमारे साथियों की मौत हो गई थी, इसलिए हम लोग धरने पर बैठे. डीएम ने आज हमसे मुलाकात की और सुझाव दिया कि वह हमें एमसीडी कार्यालय में निदेशक से मिलवाएंगे. तो हम उनसे मिलने के लिए यहां हैं. हम अपने सवाल उठाएंगे और उनसे जवाब मांगेंगे.
नियमों के स्तर पर चूक हुई
ओल्ड राजेंद्र नगर घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन पर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि हमसे चूक हुई है, लेकिन वो चूक ऐसी नहीं थी कि हमारी नीयत खराब रही हो...लेकिन नियमों के स्तर पर चूक हुई है.
पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हटाया, कुछ को किया डिटेन
कल रात भी डीसीपी एम हर्षवर्धन ने छात्रों से बात करके उनकी सभी मांगों पर विचार किए जाने और एक्शन लिए जाने का भरोसा दिलाते हुए प्रोटेस्ट खत्म करने की अपील की थी, लेकिन फिर भी छात्र डटे हुए थे. अब पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हटा दिया है. साथ ही कुछ छात्रों को डिटेन भी करके ले गई है.
एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त ने छात्रों के साथ की बातचीत
दिल्ली एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने कहा, " यह हम सभी के लिए और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी विफलता है. यह हमारे लिए एक अधिकारी के रूप में विफलता है कि यह घटना घटी. ऐसा नहीं होना चाहिए था. हमें अपना कर्तव्य बेहतर ढंग से निभाना चाहिए था."
मैं बच्चों से मिलूंगा: विकास दिव्यकीर्ति
ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से हुई 3 छात्रों की मौत की घटना और उसके बाद चल रहे विरोध प्रदर्शन पर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, "जो विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं ऐसे 3-4 बच्चों से मेरी बात हुई है. दिल्ली उपराज्यपाल ने बैठक बुलाई थी, जिसमें मैं भी गया था. उस बैठक के दौरान कुछ बच्चों से मेरी बात हुई. अब मुझे लगता है कि सहजता है और आज या कल मैं बच्चों से मिलूंगा."
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, "मैं खुलकर मानता हूं कि इसमें कोचिंग सेंटर की जिम्मेदारी बनती है, संयोग की बात है कि यह हादसा कहीं और हुआ, यह कहीं भी हो सकता था. इसे ठीक करना सभी संस्थानों की जिम्मेदारी है, मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने को तैयार और तत्पर हूं. मैं स्पष्ट करता हूं कि किसी भी सूरत में दिल्ली में जिन चीजों की इजाजत नहीं है वह हम नहीं करेंगे, चाहे हमें दिल्ली छोड़नी पड़े, चाहे कहीं और जाना पड़े लेकिन जो भी स्वीकृत इमारतें होंगी हम वहीं काम करेंगे."
छात्र धरना खत्म करें: डीसीपी
प्रदर्शनकारी छात्रों से डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा कि जबसे घटना हुई है तबसे मैं यहां रहा हूं, आप सबकी भावनाओं और मांगों से वाकिफ हूं. अब तक सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है, इन्वेस्टिगेशन अभी चल रही है. समय-समय पर इन्वेस्टिगेशन की जानकारी मिलती रहेगी. एमसीडी को कहा गया है जिम्मेदारी तय करने के लिए. हमने एमसीडी से पूछा है, कि ड्रेनेज की सफाई के लिए क्या सिस्टम है? एमसीडी ने जेई को टर्मिनेट किया है, वहीं असिस्टेंट इंजीनियर को ससपेंड किया है. कई जगह सीलिंग का काम चल रहा है. एमसीडी को पुलिस से जो सहयोग चाहिए वो मिलेगा. एलजी ने उच्च अधिकारियों की बैठक ली है, इतने बड़े स्तर पर आपकी बात सुनी जा रही है, इसलिए हमारा रिक्वेस्ट भी है आपसे, जिस सिस्टम का आप हिस्सा बनने के लिए अपने घरों से यहां आए हैं, तो उस सिस्टम पर थोड़ा भरोसा भी रखें. आप धरना खत्म करें.
छात्रों का प्रदर्शन जारी है
27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत के खिलाफ दिल्ली के मुखर्जी नगर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है.
गार्ड ने छात्रों को जाने को कहा था
कोचिंग मामले में प्रत्यक्षदर्शी हृदेश चौहान ने बताया कि, "घटना से 15 मिनट पहले, हम ग्राउंड फ्लोर पर थे, तभी बारिश शुरू हो गई. मौसम अच्छा था इसलिए हमने ब्रेक लेने का फैसला किया. लेकिन बहुत तेज़ बारिश होने लगी. इसलिए हमने पढ़ाई पर वापस जाने का फैसला किया क्योंकि कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी शाम सात बजे बंद हो जाती है. लगभग 6:30 बजे, इमारत का गार्ड नीचे की ओर आया और सभी को सामान पैक करने और तुरंत वहां से चले जाने के लिए कहा क्योंकि पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा था. मैं सीढ़ियों के पास बैठा था, इसलिए वहां से तेजी से निकल गया. उस समय लाइब्रेरी में 30-35 बच्चे रहे होंगे.
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग में तीन छात्रों की मौत के बाद छात्रों में उबाल जारी है. इस मामले में मुखर्जी नगर में छात्रों का प्रदर्शन बुधवार को भी जारी है. इससे पहले मंगलवार को भी छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और सड़क को जाम किया. स्थिति को देखते हुए पुलिस बल के साथ आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. वहीं मामले को लेकर देश के जाने माने अध्यापक और दृष्टि आईएएस कोचिंग के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने कहा है कि एक बार फिर, यदि जाने-अनजाने में हमारी टीम से कोई चूक हुई है तो हम उसके लिये पुनः खेद व्यक्त करते हैं. अब हम विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर और ज़्यादा सतर्क रहने का भरोसा दिलाते हैं. हाल ही में कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई में दृष्टि आईएएस की कोचिंग को भी सील कर दिया गया था.
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प्रदर्शन के दौरान छात्र की बिगड़ी तबीयत
दिल्ली के राजेंद्र नगर में कोचिंग हादसे को लेकर छात्रोंं का प्रदर्शन जारी है. इसी बीच एक छात्र विकास की तबीयत बिगड़ गई है. बीते दो दिनों से भूख हड़ताल पर थे. उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मांगी रिपोर्ट
राजेंद्र स्थित कोचिंग हादसे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए पूछा कि क्या अब तक किसी एमसीडी अफसर को हिरासत में लिया गया है? साथ ही यह भी पूछा कि क्या इस मामले में एमसीडी के अधिकारियों की जांच हुई? कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से इस मामले पर रोपोर्ट मांगी है.
छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल एमसीडी कार्यालय पहुंचा
एक छात्रा ने कहा कि कुछ दिन पहले लाइब्रेरी में पानी भर जाने से हमारे साथियों की मौत हो गई थी, इसलिए हम लोग धरने पर बैठे. डीएम ने आज हमसे मुलाकात की और सुझाव दिया कि वह हमें एमसीडी कार्यालय में निदेशक से मिलवाएंगे. तो हम उनसे मिलने के लिए यहां हैं. हम अपने सवाल उठाएंगे और उनसे जवाब मांगेंगे.
नियमों के स्तर पर चूक हुई
ओल्ड राजेंद्र नगर घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन पर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि हमसे चूक हुई है, लेकिन वो चूक ऐसी नहीं थी कि हमारी नीयत खराब रही हो...लेकिन नियमों के स्तर पर चूक हुई है.
पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हटाया, कुछ को किया डिटेन
कल रात भी डीसीपी एम हर्षवर्धन ने छात्रों से बात करके उनकी सभी मांगों पर विचार किए जाने और एक्शन लिए जाने का भरोसा दिलाते हुए प्रोटेस्ट खत्म करने की अपील की थी, लेकिन फिर भी छात्र डटे हुए थे. अब पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हटा दिया है. साथ ही कुछ छात्रों को डिटेन भी करके ले गई है.
एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त ने छात्रों के साथ की बातचीत
दिल्ली एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने कहा, " यह हम सभी के लिए और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी विफलता है. यह हमारे लिए एक अधिकारी के रूप में विफलता है कि यह घटना घटी. ऐसा नहीं होना चाहिए था. हमें अपना कर्तव्य बेहतर ढंग से निभाना चाहिए था."
मैं बच्चों से मिलूंगा: विकास दिव्यकीर्ति
ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से हुई 3 छात्रों की मौत की घटना और उसके बाद चल रहे विरोध प्रदर्शन पर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, "जो विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं ऐसे 3-4 बच्चों से मेरी बात हुई है. दिल्ली उपराज्यपाल ने बैठक बुलाई थी, जिसमें मैं भी गया था. उस बैठक के दौरान कुछ बच्चों से मेरी बात हुई. अब मुझे लगता है कि सहजता है और आज या कल मैं बच्चों से मिलूंगा."
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, "मैं खुलकर मानता हूं कि इसमें कोचिंग सेंटर की जिम्मेदारी बनती है, संयोग की बात है कि यह हादसा कहीं और हुआ, यह कहीं भी हो सकता था. इसे ठीक करना सभी संस्थानों की जिम्मेदारी है, मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने को तैयार और तत्पर हूं. मैं स्पष्ट करता हूं कि किसी भी सूरत में दिल्ली में जिन चीजों की इजाजत नहीं है वह हम नहीं करेंगे, चाहे हमें दिल्ली छोड़नी पड़े, चाहे कहीं और जाना पड़े लेकिन जो भी स्वीकृत इमारतें होंगी हम वहीं काम करेंगे."
छात्र धरना खत्म करें: डीसीपी
प्रदर्शनकारी छात्रों से डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा कि जबसे घटना हुई है तबसे मैं यहां रहा हूं, आप सबकी भावनाओं और मांगों से वाकिफ हूं. अब तक सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है, इन्वेस्टिगेशन अभी चल रही है. समय-समय पर इन्वेस्टिगेशन की जानकारी मिलती रहेगी. एमसीडी को कहा गया है जिम्मेदारी तय करने के लिए. हमने एमसीडी से पूछा है, कि ड्रेनेज की सफाई के लिए क्या सिस्टम है? एमसीडी ने जेई को टर्मिनेट किया है, वहीं असिस्टेंट इंजीनियर को ससपेंड किया है. कई जगह सीलिंग का काम चल रहा है. एमसीडी को पुलिस से जो सहयोग चाहिए वो मिलेगा. एलजी ने उच्च अधिकारियों की बैठक ली है, इतने बड़े स्तर पर आपकी बात सुनी जा रही है, इसलिए हमारा रिक्वेस्ट भी है आपसे, जिस सिस्टम का आप हिस्सा बनने के लिए अपने घरों से यहां आए हैं, तो उस सिस्टम पर थोड़ा भरोसा भी रखें. आप धरना खत्म करें.
छात्रों का प्रदर्शन जारी है
27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत के खिलाफ दिल्ली के मुखर्जी नगर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है.
गार्ड ने छात्रों को जाने को कहा था
कोचिंग मामले में प्रत्यक्षदर्शी हृदेश चौहान ने बताया कि, "घटना से 15 मिनट पहले, हम ग्राउंड फ्लोर पर थे, तभी बारिश शुरू हो गई. मौसम अच्छा था इसलिए हमने ब्रेक लेने का फैसला किया. लेकिन बहुत तेज़ बारिश होने लगी. इसलिए हमने पढ़ाई पर वापस जाने का फैसला किया क्योंकि कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी शाम सात बजे बंद हो जाती है. लगभग 6:30 बजे, इमारत का गार्ड नीचे की ओर आया और सभी को सामान पैक करने और तुरंत वहां से चले जाने के लिए कहा क्योंकि पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा था. मैं सीढ़ियों के पास बैठा था, इसलिए वहां से तेजी से निकल गया. उस समय लाइब्रेरी में 30-35 बच्चे रहे होंगे.