रायपुर: महादेव सट्टा एप स्कैम में ईडी की तरफ से कार्रवाई तेजी से जारी है. 12 जनवरी को ईडी ने कारोबारी नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से दोनों न्यायिक रिमांड पर चल रहे थे. शनिवार को दोनों आरोपियों की कोर्ट में पेशी हुई. उसके बाद अदालत ने नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया.
कब कब दोनों की बढ़ी रिमांड: 12 जनवरी को महादेव सट्टा एप केस में नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई थी. उसके बाद दो बार पांच पांच दिनों की रिमांड पर दोनों को भेजा गया. फिर 22 जनवरी को नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया. शनिवार 3 फरवरी को फिर से दोनों आरोपियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई. जिसके बाद दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है.
"महादेव सट्टा एप की जांच में ईडी ने 12 जनवरी 2024 को 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनका नाम नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल है. 12 जनवरी को कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने इन दोनों को 17 जनवरी तक रिमांड पर भेजा था. फिर 17 जनवरी को कोर्ट में दोनों को पेश कि गया. उसके बाद 22 जनवरी तक की रिमांड मिली. 22 जनवरी को कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को 13 दिनों के न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. शनिवार को दोनों की रिमांड खत्म हो रही थी लिहाजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों की पेशी हुई. इस बार कोर्ट ने दोनों को 14 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया.": सौरव पांडेय, ईडी के वकील
अमित अग्रवाल महादेव सट्टा एप केस में गिरफ्तार अनिल अग्रवाल का भाई है. ईडी की जांच में यह बात भी सामने आई है कि अमित अग्रवाल महादेव एप स्कैम से आने वाले पैसों को ब्लैक से व्हाइट मे कन्वर्ट करता था. ईडी की जांच में करीब ढाई करोड़ का घोटाला सामने आया है. जिसमें ईडी सूत्रों के मुताबिक नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल की संलिप्तता है.