नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने NEET-UG एग्जाम में कथित अनियमितताओं को लेकर चल रहे विवाद पर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि शपथ लेते ही सरकार ने युवाओं के सपनों पर प्रहार करना शुरू कर दिया है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'बीजेपी की नई सरकार ने शपथ लेते ही युवा सपनों पर फिर से प्रहार शुरू कर दिया. NEET परीक्षा परिणाम में गड़बड़ियों पर शिक्षा मंत्री का अहंकार भरा जवाब 24 लाख छात्रों और उनके अभिभावकों की चीख-पुकार की पूरी तरह से अनदेखी करता है. क्या शिक्षा मंत्री जी को सार्वजनिक रूप से मौजूद तथ्य नहीं दिखते?'
प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल
उन्होंने पूछा कि क्या बिहार और गुजरात में जो पुलिस कार्रवाइयां हुईं और रैकेट पकड़े गए, सरकार उन्हें भी झूठा मानती है? क्या 67 टॉपर को पूरे मार्क्स मिलना भी झूठ है? सवाल यह है कि लाखों युवाओं और उनके माता-पिता की अनदेखी कर सरकार सिस्टम में किसको बचाना चाहती है? सरकार को अपना अहंकार त्यागकर युवाओं के भविष्य के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए और परीक्षाओं में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के उपाय करने चाहिए.
24 लाख छात्रों ने दी थी परीक्षा
बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 5 मई को 4,750 केंद्रों पर लगभग 24 लाख छात्रों के लिए आयोजित की गई परीक्षा लीक हुए पेपर और विवादास्पद ग्रेस मार्क्स के आरोपों के कारण जांच का सामना कर रही है. नीट परीक्षा परिणाम में असामान्य रूप से 67 छात्रों ने 720 अंक हासिल किए थे.
दिग्विजय सिंह जांच की मांग की
इस बीच, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने टॉप मेडिकल एग्जाम में अनियमितताओं की जांच की मांग की और कहा कि पूरी परीक्षा रद्द कर दी जानी चाहिए. सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'मेरी मांग है कि पूरी परीक्षा रद्द कर दी जानी चाहिए और इसे जल्द से जल्द आयोजित किया जाना चाहिए और संसद द्वारा पारित नए कानून के तहत इस मामले की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए.'