द्वारका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है द्वारका का 'सुदर्शन सेतु' प्रोजेक्ट. इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री मोदी 25 फरवरी को करने वाले हैं. 'सुदर्शन सेतु' प्रोजेक्ट पर 900 करोड़ से ज्यादा की लागत आई है. कुल 2.3 किमी लंबे इस पुल में 2.45 किमी की एप्रोच रोड और पार्किंग की सुविधा भी है. यह घुमावदार तोरणों वाला एक अनोखा पुल है.
द्वारका जिले में कुल 21 द्वीप हैं. इसमें बेट द्वारका द्वीप (बेयट द्वारका के नाम से भी जाना जाता है) पर इंसानों की बस्ती है. यहां की आबादी 12 हजार से ज्यादा है. किंवदंती है कि भगवान श्री कृष्ण बेट द्वारका में निवास करते थे. इसके अलावा यहां हनुमानजी और उनके पुत्र मकरध्वज का भी मंदिर है. पूरे विश्व में मकरध्वज का केवल एक ही मंदिर यहीं पाया जाता है.
वर्षों से लाखों तीर्थयात्री नौका नौकाओं के माध्यम से इस स्थान पर आते है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां 900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली 'सुदर्शन सेतु' परियोजना की घोषणा की. समुद्र में इस पुल के निर्माण में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. हालांकि, तमाम चुनौतियों को पार करने के बाद अब 'सुदर्शन सेतु' प्रोजेक्ट तैयार है.
यह पुल अब ओखा को बेट द्वारका से सड़क मार्ग से जोड़ेगा. इससे बेट द्वारका में तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी. इससे पहले खराब मौसम के कारण नौकाओं को रोकना पड़ जाता था. साथ ही श्रद्धालु दर्शन से वंचित रह जाते थे. इस पुल के निर्माण से इस समस्या का स्थायी समाधान हो गया है. अब किसी भक्त को निराश नहीं लौटना पड़ेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी 2024 को जामनगर, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर जिलों में 4153 करोड़ की 11 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट सुदर्शन सेतु के द्वारका में लॉन्च होने से यात्रियों को द्वारका से बेट द्वारका जाने के लिए एक और सुविधा का लाभ मिलेगा. इसके साथ ही सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार और सड़क और भवन विभाग, रेल मंत्रालय और पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय के स्वामित्व वाली 5 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन देवभूमि द्वारका में किया जाएगा.