उदयपुर : राजस्थान के उदयपुर जिले के गोगुंदा इलाके में पैंथर का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार देर रात को पैंथर ने एक और व्यक्ति पर हमला करते हुए उसे मौत के घाट उतारा है. अब तक इस इलाके में पैंथर के हमले के कारण 6 लोगों की मौत हो चुकी है. ग्रामीण इलाके में लगातार पैंथर के हमले से भय का माहौल बना हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 50-60 सालों से पुजारी मंदिर में रह रहे थे. राठौड़ का गुड़ा में स्कूल से महज 50 मीटर की दूरी पर हुई इस घटना के बाद सोमवार को स्कूल में अवकाश घोषित किया गया है.
पैंथर ने मंदिर में सो रहे एक महाराज पर हमला किया है. मृतक व्यक्ति का शव मिल गया है, जिसे गोगुंदा अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है. संभवतः यह घटनाक्रम एक ही जानवर की ओर से किया जा रहा हो. ग्रामीण इलाकों में लोग रात को अकेले घर से बाहर नहीं निकलें. : शैतान सिंह, गोगुंदा थाना अधिकारी
वन विभाग को और अधिक पिंजरे लगाने चाहिए. जिस तरह से मंदिर के पुजारी पर हमला किया गया है, इस घटना के बाद से और ज्यादा भय और तनाव का माहौल हो गया है. वन विभाग को और पुलिसकर्मियों को ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए : ग्रामीण
पैंथर का खौफ, सांसद ने संभाला मोर्चा : गोगुंदा क्षेत्र में पैंथर के खौफ से भयभीत ग्रामीणों में सुरक्षा का भाव जगाने के लिए सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने मोर्चा संभाल लिया है. पैंथर के आतंक वाले क्षेत्रों में सांसद गए और वहां ग्रामीणों से बातचीत की. सांसद डॉ. रावत ने गोगुंदा में वन, पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों की बड़ी बैठक ली, जिसमें पैंथर के आतंक को कम करने के लिए शॉर्ट व लांग टर्म एक्शन प्लान पर चर्चा की. पैंथर के हमले से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने व पिंजरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए. सांसद ने पैंथर के हमलों से हताहत हुए पीड़ित परिवारों को त्वरित मुआवजा व राहत राशि प्रदान करने के भी निर्देश दिए.
कलेक्टर ने कही ये बात : दरअसल, इस गांव में स्थित हनुमान मंदिर के पास पुजारी विष्णुपुरी गोस्वामी रोजाना की तरह सो रहे थे, तभी अचानक पैंथर ने दस्तक दी और पुजारी को अपना शिकार बनाया. कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने बताया कि पैंथर को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं. ये पैंथर तीन से चार किलोमीटर के एरिया में घूम रहा है. इतना ही नहीं इसके लिए आर्मी की टीम से भी संपर्क किया गया है.