आसनसोल: ऐसा लग रहा है कि अपराधी फिल्म पुष्पा से तस्करी के तरीके सीख रहे हैं. दूध के कंटेनर में चंदन की तस्करी के दृश्य रील लाइफ से अब अपराधियों का सहारा बन रहे हैं. पश्चिम बंगाल में आलू की तस्करी के लिए अपराधियों ने इसका सहारा लिया. यहां से पशु आहार की खेप की आड़ में दूसरे राज्यों में आलू की तस्करी की जा रही थी. लेकिन पुलिस की कड़ी निगरानी में ट्रक को पकड़ लिया गया. यह सब ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हो गया.
पश्चिम बंगाल में आलू की कीमतें आसमान छू रही हैं और आलू की कीमत को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने पश्चिम बंगाल से दूसरे राज्यों में आलू के निर्यात पर रोक लगा दी है. आसनसोल-दुर्गापुर ट्रैफिक पुलिस बंगाल-झारखंड सीमा पर डबुरडीह चेक पोस्ट पर कड़ी नजर रख रही है. दूसरे राज्यों में आलू की सप्लाई करने की किसी भी कोशिश को रोका जा रहा है. ट्रकों को वापस इसी राज्य में भेजा जा रहा है.
पुलिस की कड़ी निगरानी के कारण आलू की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. यह गिरोह कई ट्रकों पर फर्जी चालान लगाकर आलू की तस्करी करने की कोशिश कर रहा था. पुलिस ने उन्हें रोका. ऐसी कई लॉरियां पकड़ी गईं और उन्हें पश्चिम बंगाल की ओर मोड़ दिया गया. लेकिन उनमें से एक लॉरी ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस से उसे पकड़ लिया और ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हेल्पर किसी तरह बच निकला.
ट्रक ड्राइवरों ने खुद बताया सच
हालांकि, पश्चिम बंगाल-झारखंड सीमा पर डबुरडीह चेक पोस्ट की पार्किंग के पास ट्रक ड्राइवर ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हो गया. ट्रक ड्राइवर बिप्लब मंडल ने कहा, "हम मिट्टी लोड करना चाहते थे. लेकिन मालिक ने हमें आलू लोड करने के लिए मजबूर किया. मैं आपको चालान के बारे में नहीं बता सकता. ड्राइवर को इसके बारे में पता है. पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है."
ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि सड़क पर एक दलाल ने उन्हें पशु आहार का यह चालान दिया. दलालों ने इस चालान के साथ ट्रक को चुपके से दूसरे राज्य में ले जाने का आदेश दिया. लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही पकड़ लिया. इसका मतलब है कि आलू की तस्करी करने की कोशिश की गई है और यह घटना अब सामने आई है.
20 ट्रक वापस भेजे गए
कुल्टी थाने के पुलिसकर्मियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल से आलू को किसी भी तरह से दूसरे राज्य में नहीं ले जाया जा सकता. आलू की तस्करी रोकने के लिए पुलिस दिन-रात काम कर रही है. शुक्रवार रात से आलू से भरे कम से कम 20 ट्रक वापस भेजे जा चुके हैं.
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