देहरादून: थाना बसंत विहार क्षेत्र के अंतर्गत जीएमएस रोड स्थित अलकनंदा एन्क्लेव में अकेले रह रहे ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर अशोक कुमार की अज्ञात आरोपियों ने सोमवार की रात को हत्या कर दी थी. मृतक के शरीर को चाकुओं से बुरी तरह गोदा गया था. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के अनुसार अशोक कुमार गर्ग की छाती और पेट में 30 से ज्यादा बार चाकू या किसी धारदार हथियार से वार किए गए हैं.
ओएनजीसी रिटायर्ड इंजीनियर मर्डर केस: इसके साथ ही उनके सिर को भी किसी भारी चीज से कुचला गया है. पेट पर एक घाव 12 इंच से भी लंबा है, जो करीब तीन इंच से भी गहरा है. इसी से आंतें बाहर आई हैं. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करने का दावा किया था. लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस आरोपियों की अरेस्टिंग नहीं कर पाई है. हालांकि अब पुलिस सीसीटीवी में दिखे दो संदिग्ध लोगों की तलाश में जुट गई है.
सीसीटीवी में दिख रहे दो युवकों की तलाश: जानकारी के अनुसार अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की हत्या में दो युवक शामिल थे. जब पड़ोसी आवाज सुनकर गेट तक आए, तो दोनों घर के पिछले हिस्से की दीवार फांदकर भाग गए. सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों पैदल जाते दिख रहे हैं. बता दें कि पड़ोसियों ने उनके घर के पिछले हिस्से में कुछ लोगों के झगड़े और किसी के कराहने की आवाज सुनी थी. पड़ोसी जैसे ही मुख्य दरवाजे पर आए, तो वहां से कुछ लोग पिछली दीवार कूदकर भाग निकले. अंदर बाथरूम में देखा तो वहां पर अशोक कुमार गर्ग लहूलुहान हालत में पड़े थे. उनके पेट, छाती, सिर और गले पर गहरे घाव थे. पेट में चाकुओं से बेरहमी से वार किए गए थे जिससे आंतें भी बाहर आ गई थीं.
एसएसपी को जल्द खुलासे की उम्मीद: हालांकि, अभी पुलिस को भी अधिकृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है. वहीं मृतक की बेटियां और अन्य रिश्तेदार देहरादून पहुंच चुके हैं. मंगलवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. उनकी शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ बसंत विहार थाने में हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है. पुलिस और एसओजी की छह टीमें हत्यारों की तलाश में जुटी हैं. साथ ही पुलिस ने अक्सर आने-जाने वाले लोगों और घर के पिछले हिस्से में पुताई करने वालों से भी पूछताछ की है. लेकिन कोई खास सुराग नहीं मिला है. एसएसपी अजय सिंह को विश्वास है कि वो जल्द ही आरोपियों की अरेस्टिंग कर लेगी.
कौन थे अशोक कुमार: गौरतलब है कि अशोक कुमार गर्ग भारत की नवरत्न कंपनियों में से एक ओएनजीसी में इंजीनियर रहे थे. वो 2008 में ओएनजीसी से इंजीनियर के पद से रिटायर हुए थे. कुछ साल पहले उनकी पत्नी का देहांत हो गया था. तब से वो अकेले रहते थे. पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार उनके घर होम डिलीवरी वाले आते रहते थे. अशोक कुमार की एक बेटी गुरुग्राम और दूसरी बेटी चेन्नई में रहती है. मंगलवार सुबह पुलिस को घर के पिछले हिस्से में बने बाथरूम में अशोक कुमार गंभीर घायल अवस्था में मिले थे. पुलिस उन्हें अपने वाहन से अस्पताल लेकर गई. चेकअप के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
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