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महादेव सट्टा ऐप स्कैम पर फिर सुलगी छत्तीसगढ़ की सियासत, संतोष पांडेय के आरोपों पर भूपेश बघेल ने दी बड़ी चेतावनी - Politics on Mahadev Satta App

छत्तीसगढ़ में महादेव बेटिंग एप पर सियासी घमासान का सिलसिला फिर शुरू हो गया है. संतोष पांडेय के संसद में भूपेश बघेल पर दिए गए बयान के बाद राज्य में पॉलिटकल पारा हाई है. संतोष पांडेय के आरोपों पर भूपेश बघेल ने पलटवार किया है.

BAGHEL ATTACKS SANTOSH PANDEY
छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 2, 2024, 10:57 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान तेज हो गया है. लोकसभा में राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय ने महादेव ऐप स्कैम को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने राहुल गांघी के कल संसद में दिए गए बयान पर कहा कि महादेव को हल्के में न लें. राहुल गांधी संसद में शिव भगवान की तस्वीर लेकर बोल रहे थे. वह भोलेनाथ हैं. छत्तीसगढ़ में आपके तत्कालीन मुख्यमंत्री महादेव जी के नाम पर सट्टा चला रहे थे. वे लोकसभा चुनाव में भी निपट गए. संतोष पांडेय ने भूपेश बघेल पर महादेव एप स्कैम में गंभीर आरोप लगाए. अब उनके इस बयान पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल हमलावर हो गए हैं. उन्होंने संतोष पांडेय के साथ साथ मोदी सरकार और साय सरकार को निशाने पर लिया.

केंद्र और राज्य सरकार महादेव एप को क्यों नहीं कर रही बैन: भूपेश बघेल ने महादेव ऐप को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की साय सरकार पर अटैक किया. उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म को दोनों सरकारों ने अब तक बैन क्यों नहीं किया. मेरे खिलाफ राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय ने जो आरोप लगाए हैं मैं उसके खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखूंगा.

"जब हमारी सरकार थी. तब महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के संबंध में 70 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं, सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया और करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की गई.राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे ने संसद में मेरे खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके आरोप निराधार हैं. सरकार बदल गई है, लेकिन महादेव ऐप अभी भी चालू है, जबकि राज्य और केंद्र में भाजपा सत्ता में है. क्या वे अब इसका नाम 'विष्णु देव साय ऐप' रखने जा रहे हैं? केंद्र और राज्य में भाजपा सत्ता में है, लेकिन ऐप पर अभी तक प्रतिबंध नहीं लगाया गया है और यह अभी भी चालू है": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़

"हमारी पिछली सरकार ने ऐप के प्रमोटरों के खिलाफ लुकआउटर नोटिस जारी किया था. अब बीजेपी की सरकार है लेकिन वे उन लोगों को पकड़कर वापस नहीं ला पा रही है. मैं लोकसभा अध्यक्ष को एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ लगाए जा रहे निराधार आरोपों के बारे में पत्र लिखूंगा, जो सदन का सदस्य नहीं है.": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़

क्या है महादेव ऐप स्कैम: महादेव सट्टा ऐप स्कैम में लगातार छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्रीय जांच ऐजेंसी की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. इस केस में छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भूपेश बघेल के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. इसके अलावा ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी, अनिल अग्रवाल और 14 अन्य को आरोपी बनाया है. ईडी ने इस केस में उच्च पदस्थ राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता के खुलासे का दावा किया था. उसके बाद से लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस केस में भूपेश बघेल ने महादेव बेटिंग ऐप मामले में ईडी की कार्रवाई को "राजनीतिक साजिश" करार दिया था. भूपेश बघेल ने इसमें जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी मोदी सरकार पर लगाया था.

सोर्स: पीटीआई

भिलाई के गुंडे हैदराबाद से चला रहे थे महादेव सट्टा ऐप का पैनल, एक सुराग ने पहुंचाया हवालात

संतोष पांडेय की राहुल गांधी को सीख- कहा- "महादेव को हल्के में ना लें, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम को निपटा दिया"

रायपुर: छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप पर सियासी घमासान तेज हो गया है. लोकसभा में राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय ने महादेव ऐप स्कैम को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने राहुल गांघी के कल संसद में दिए गए बयान पर कहा कि महादेव को हल्के में न लें. राहुल गांधी संसद में शिव भगवान की तस्वीर लेकर बोल रहे थे. वह भोलेनाथ हैं. छत्तीसगढ़ में आपके तत्कालीन मुख्यमंत्री महादेव जी के नाम पर सट्टा चला रहे थे. वे लोकसभा चुनाव में भी निपट गए. संतोष पांडेय ने भूपेश बघेल पर महादेव एप स्कैम में गंभीर आरोप लगाए. अब उनके इस बयान पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल हमलावर हो गए हैं. उन्होंने संतोष पांडेय के साथ साथ मोदी सरकार और साय सरकार को निशाने पर लिया.

केंद्र और राज्य सरकार महादेव एप को क्यों नहीं कर रही बैन: भूपेश बघेल ने महादेव ऐप को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की साय सरकार पर अटैक किया. उन्होंने कहा कि इस प्लेटफॉर्म को दोनों सरकारों ने अब तक बैन क्यों नहीं किया. मेरे खिलाफ राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय ने जो आरोप लगाए हैं मैं उसके खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखूंगा.

"जब हमारी सरकार थी. तब महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के संबंध में 70 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं, सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया और करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की गई.राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे ने संसद में मेरे खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके आरोप निराधार हैं. सरकार बदल गई है, लेकिन महादेव ऐप अभी भी चालू है, जबकि राज्य और केंद्र में भाजपा सत्ता में है. क्या वे अब इसका नाम 'विष्णु देव साय ऐप' रखने जा रहे हैं? केंद्र और राज्य में भाजपा सत्ता में है, लेकिन ऐप पर अभी तक प्रतिबंध नहीं लगाया गया है और यह अभी भी चालू है": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़

"हमारी पिछली सरकार ने ऐप के प्रमोटरों के खिलाफ लुकआउटर नोटिस जारी किया था. अब बीजेपी की सरकार है लेकिन वे उन लोगों को पकड़कर वापस नहीं ला पा रही है. मैं लोकसभा अध्यक्ष को एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ लगाए जा रहे निराधार आरोपों के बारे में पत्र लिखूंगा, जो सदन का सदस्य नहीं है.": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़

क्या है महादेव ऐप स्कैम: महादेव सट्टा ऐप स्कैम में लगातार छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्रीय जांच ऐजेंसी की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. इस केस में छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भूपेश बघेल के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. इसके अलावा ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी, अनिल अग्रवाल और 14 अन्य को आरोपी बनाया है. ईडी ने इस केस में उच्च पदस्थ राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता के खुलासे का दावा किया था. उसके बाद से लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस केस में भूपेश बघेल ने महादेव बेटिंग ऐप मामले में ईडी की कार्रवाई को "राजनीतिक साजिश" करार दिया था. भूपेश बघेल ने इसमें जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी मोदी सरकार पर लगाया था.

सोर्स: पीटीआई

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