देहरादून: उत्तराखंड में हाल फिलहाल में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने न सिर्फ पुलिस-प्रशासन बल्कि सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है. यही कारण है कि अब मैदान से लेकर पहाड़ तक पुलिस का इंटेलिजेंस विभाग पहले से ज्यादा सक्रिय नजर आ रहा है. पहले उन साजिशों के बारे में जानते हैं, जिनकी वजह से पुलिस-प्रशासन और सरकार की परेशानी बढ़ गई है और पुलिस को पहले से ज्यादा अलर्ट होना पड़ रहा है.
उत्तराखंड में भी ट्रेनों को पलटाने की साजिश: देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी ट्रेनों को पलटाने की साजिश हुई है. हालांकि दोनों ही साजिशों में आरोपी कामयाब नहीं हो पाए हैं. पहली साजिश बीती 13 अक्टूबर को सामने आई थी. हरिद्वार जिले के रुड़की में ढंडेरा के पास रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिला था, जिसकी जानकारी किसी व्यक्ति ने लक्सर पुलिस को दी गई थी. गनीमत रही कि इस दौरान वहां से कोई ट्रेन नहीं गुजरी, वरना पड़ा हादसा भी हो सकता था. इस मामले में जीआरपी (Government Railway Police) जांच कर रही है. हालांकि अभीतक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. यहां क्लिक कर पढ़ें ये पूरी खबर
रेलवे ट्रैक पर डाला गया था केबल का मोटा तार: वहीं इसी तरह का एक और मामला 15 अक्टूबर को यानी रुड़की वाली घटना के ठीक दो दिन बाद उत्तराखंड के कुमाऊं रीजन से सामने आया. उधमसिंह नगर जिले में खटीमा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर केबल की मोटी तार डाली गई थी. गनीमत रही है कि देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट की नजर केबल तार पर पड़ गई और उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी. इस तरह एक बड़ा हादसा होने से बच गया. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन और रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया था. इस मामले की पुलिस समेत अन्य इंटेलिजेंस एजेंसियां जांच कर रही हैं. यही कारण है कि अब पुलिस ने रेलवे ट्रैक की चौकसी ज्यादा बढ़ा दी है. यहां क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
खाने-पीने की चीजों में गंदगी मिलने का मामला: उत्तराखंड सरकार और पुलिस-प्रशासन की दूसरी सबसे बड़ी चिंता है खाने-पीने की चीजों में गंदगी मिलाने के मामले जो पिछले दिनों लगातार सामने आए. दरअसल, देहरादून जिले के मसूरी क्षेत्र से चाय के बर्तन और देहरादून शहर में रोटी में थूक मिलाने का वीडियो सामने आया था, जिसका पुलिस ने संज्ञान लिया और यूपी के दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
सीएम धामी ने भी दिया था थूक जिहाद पर बड़ा बयान: इस घटना के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी का बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार देवभूमि से थूक जिहाद का कलंक मिटा देगी. इसके बाद सीएम धामी ने शासन-प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कुछ कड़े नियम बनाने और मॉनिटरिंग करने को कहा था. सीएम के निर्देश पर डीजीपी अभिनव कुमार की तरफ से कुछ आदेश भी जारी किए थे. आदेश में पुलिस और एलआईयू समेत अन्य विभाग को होटल-ढाबों समेत अन्य ऐसी खाने-पीने की जगहों पर नजर रखने को कहा गया था. ताकि इस तरह की घटनाओं से देवभूमि का नाम खराब न हो. यहां क्लिक कर पढ़ें पूरी
सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखना: उत्तराखंड के चमोली जिले में हाल ही दो समुदाय के आपसी झगड़े में गौचर और कर्णप्रयाग का माहौल खराब हो गया था. जिसके बाद प्रशासन ने तुरंत की दोनों शहरों में धारा 163 लागू कर दी थी. वहीं 70 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज कर कइयों को गिरफ्तार भी किया था.
इसके अलावा चमोली जिले के थराली में युवती से छेड़छाड़ के बाद इलाके में तनाव का माहौल हो गया था, जिसे भी पुलिस ने जैसे-तैसे शांत किया था. इस तरह की घटनाओं से प्रदेश का सांप्रदायिक सौहार्द न बिगड़े ये भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. यहां क्लिक पर पढ़ें पूरी खबर
उत्तराखंड डीजीपी ने की अधिकारियों का साथ बैठक: हाल फिलहाल में घटी इन तमाम घटनाओं को लेकर उत्तराखंड पुलिस के मुखिया डीजीपी अभिनव कुमार ने भी तमाम जिले के पुलिस प्रभारियों के साथ-साथ इंटेलिजेंस के अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि उनकी टीम रुड़की और खटीमा में रेलवे ट्रैक पर हुई साजिश का पता लगाने में जुटी हुई है. एसटीएफ को ऐसे मामलों की जांच सौंपी गई है. इसके अलावा दो दिन पहले देहरादून एयरपोर्ट में फ्लाइट में बम की सूचना भी मिली थी, जिसकी पुलिस जांच कर रही है. पुलिस का इंटेलिजेंस विभाग प्रदेश में घटित होने वाली तमाम गतिविधियों पर नजर रख रहा है.
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