अररिया : सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बड़ा फैसला सुनाते हुए ईवीएम-वीवीपैट मिलान की मांग को खारिज कर दिया. विपक्ष के लिए यह बड़ा झटका कहा जा रहा है. फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इंडिया गठबंधन पर इस बहाने करारा वार किया.
'जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया' : अररिया में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ कह दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर वापस लौटकर नहीं आएगा. INDI गठबंधन के हर नेता ने EVM को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है.
''आज देश के लोकतंत्र और बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की ताकत देखिए, आज सुप्रीम कोर्ट ने मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों को ऐसा गहरा झटका दिया है कि उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए हैं.''- नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
'लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात की कोशिश' : पीएम मोदी यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि आज जब पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र की, भारत की चुनाव प्रक्रिया की, चुनाव में टेक्नोलॉजी के उपयोग की वाहवाही करती है. तब ये लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए EVM को बदनाम करने पर लगे पड़े थे. इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है.
''RJD और कांग्रेस के INDI गठबंधन को न देश के संविधान की परवाह है और न ही लोकतंत्र की परवाह है. ये वो लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने लोगों का, गरीबों का अधिकार छीना. पोलिंग बूथ लूट लिए जाते थे, बैलेट पेपर लूट लिए जाते थे.''- नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
SC ने अपने फैसले में क्या कहा है? : देश की सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में कहा कि बैलेट पेपर से मतदान नहीं होगा. EVM और VVPAT का शत प्रतिशत मिलान नहीं होगा. वीवीपैट की पर्चियां 45 दिनों तक सुरक्षित रहेंगी. चुनाव के बाद सिंबल लोडिंग यूनिटों को भी सील किया जाएगा. सात दिनों के अंदर उम्मीदवार चुनौती दे सकते हैं. वे माइक्रो कंट्रोलर प्रोग्राम की जांच कर सकते हैं.
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